सीबीएसई 10वीं की परीक्षाओं के लिए छात्रों को 90 मिनट का समय दिया जाएगा. प्रश्नपत्र कुल तीन सेक्शन, A,B,C में विभाजित होगा. सेक्शन 'A' में 20 प्रश्न पूछे जाएंगे. इनमें किसी भी 16 सवालों का जवाब छात्रों को देना होगा. इस सेक्शन के एस सवाल का सही जवाब देने पर छात्रों को एक अंक मिलेगा.
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नई दिल्ली. सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) की तरफ से इस बार 10वीं की परीक्षाएं टर्म वाइज आयोजित की जाएंगी. बोर्ड की तरफ से परीक्षा का शेड्यूल भी जारी कर दिया गया है. जिसके मुताबिक 10वीं की परीक्षाएं 30 नवंबर 2021 से आयोजित की जाएंगी. ऐसे में छात्रों के पास परीक्षा की तैयारी के लिए बहुत कम समय बचा है. लेकिन अगर छात्र कुछ ट्रिक्स का पालन करें तो एग्जाम में बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं. एग्जाम से पहले छात्रों को तैयारी में मदद मिल सके, इसलिए हम नए पैटर्न के हिसाब से तैयारी के टिप्स देंगे. इसी क्रम में आज हम मैथ्स विषय की तैयारी करने के टिप्स बता रहे हैं. आइए जानते हैं यहां...
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सबसे पहले जानें एग्जाम पैटर्न
सीबीएसई 10वीं की परीक्षाओं के लिए छात्रों को 90 मिनट का समय दिया जाएगा. प्रश्नपत्र कुल तीन सेक्शन, A,B,C में विभाजित होगा. सेक्शन 'A' में 20 प्रश्न पूछे जाएंगे. इनमें किसी भी 16 सवालों का जवाब छात्रों को देना होगा. इस सेक्शन के एस सवाल का सही जवाब देने पर छात्रों को एक अंक मिलेगा.
वहीं, 'B' सेक्शन में भी 20 सवाल आएंगे, छात्रों को किसी भी 16 सवालों के जवाब देने होंगे. एक सवाल का सही जवाब देने पर छात्रों को एक मिलेगा. जबकि 'C' सेक्शन में 10 सवाल आएंगे, इनमें 2 सवाल केस स्टडीज के होंगे. छात्रों को किन्हीं भी 8 सवालों का जवाब देना होगा.
तैयारी के टिप्स:
सेक्शन 'A' और 'B' पर करें ज्यादा रखें फोकस- छात्रों को सेक्शन 'A' और 'B' पर ज्यादा फोकस करना चाहिए. क्योंकि इन दो सेक्शन से 32 अंक के सवाल पूछ जाएंगे. अगर छात्र इन दो सेक्शन के ज्यादा से ज्यादा सवालों का जवाब देंगे, तो उन्हें 70 प्रतिशत अंक मिल जाएंगे. दोनों ही सेक्शन में शॉर्ट टाइप के प्रश्न पूछे जाएंगे.
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1-ज्यादा से ज्यादा प्रैक्टिस करें. अगर किसी भी प्रश्न को हल में करने में दिक्कत आए तो उसे उत्तर कुंजी की सहायता से हल करें.
2- फॉर्मूले को अभी से दिमाग में बैठा लें, क्योंकि सभी प्रश्न फॉर्मूले पर ही आधारित होंगे. अगर फॉर्मूले छात्रों को याद रहेंगे तो आसानी से और जल्द से किसी भी प्रश्न को हल कर सकेंगे.
3- Pythagoras theorem, LCM और HCF, नंबरिंग, दूरी और समय के प्रश्न को ज्यादा हल करें. क्योंकि इन टॉपिक से ज्यादा प्रश्न पूछे जाएंगे.
4- चित्र और ग्राफ के सवालों को ज्यादा हल करें. क्योंकि इस सेक्शन से भी ज्यादा प्रश्न पूछे जाएंगे.
अपनी मजबूती और कमजोरी का रखें ध्यान
छात्रों को सलाह है कि जो विषय उनके सबसे ज्यादा कमजोर हैं, उन्हें ज्यादा समय दें. इससे छात्र टॉपिक को समझ सकेंगे और एग्जाम में बेहतर कर सकेंगे.
स्पीड और एक्यूरेसी साथ-साथ बनाए रखें
छात्र अभी से एक्यूरेसी और स्पीड दोनों का ध्यान रखें और अपनी कैलकुलेशन में कुछ शोर्ट कट अपनाने की कोशिश करें, इससे छात्रों के समय में बचत होगी. किसी भी प्रश्न को हल करते समय उसमें इस्तेमाल होने वाले प्लस (+), माइनस (-), आदि चिन्हों का ख़ास ध्यान रखें वर्ना एक चिन्ह या टर्म ग़लत लिखने पर प्रश्न को हल करने में आपका अधिक समय तो बर्बाद होगा ही, आप सही उत्तर भी नहीं निकाल पाएंगे. इससे कई प्रश्न छूट जाएंगे.
टाइम का पाबंद
छात्र समय का खास ध्यान रखें, क्योंकि परीक्षा में सिर्फ उन्हें 90 मिनट का ही समय दिया जाएगा और उन्हें 40 सवालों के जवाब देने होंगे.
अनसॉल्वड पेपर को हल करें.
एग्जाम पैटर्न में भले ही बदलाव हुआ है, लेकिन छात्रों को पुराने अनसॉल्वड पेपर जरूर हल करना चाहिए. इससे छात्रों की स्पीड भी बढ़ेगी और प्रैक्टिस भी होगी वो एग्जाम में बेहतर कर सकेंगे.
नए टॉपिक को न पढ़ें
जैसा की अब रीविजन का समय है तो छात्रों को सलाह है कि वो एग्जाम नए टॉपिक को न पढ़ें और एक किताब से पढ़ाई करें. क्योंकि अगल-अलग लेखक द्वारा एक ही सवाल को अलग तरीके से हल किया जाता है. इससे कन्फ्यूजन बढ़ेगी और एग्जाम खराब हो जाएगा.
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