जानें कौन हैं Abhishek Pallav, जो पहले डॉक्टरी छोड़ बने IPS ऑफिसर, फिर नक्सलियों के लिए बन गए काल
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जानें कौन हैं Abhishek Pallav, जो पहले डॉक्टरी छोड़ बने IPS ऑफिसर, फिर नक्सलियों के लिए बन गए काल

IPS Abhishek Pallava: आईपीएस अभिषेक पल्लव ने डॉक्टरी की पढ़ाई की है, लेकिन उन्होंने डॉक्टरी छोड़ यूपीएससी की ओर रुख किया और साल 2012 में सिविल सेवा परीक्षा पास कर आईपीएस ऑफिसर बन गए.

जानें कौन हैं Abhishek Pallav, जो पहले डॉक्टरी छोड़ बने IPS ऑफिसर, फिर नक्सलियों के लिए बन गए काल

IPS Abhishek Pallava Success Story: हम हर दिन यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में सफलता हासिल करने वाले कई उम्मीदवारों की कहानियां पढ़ते हैं. हम उन सभी विभिन्न बाधाओं के बारे में भी पढ़ते हैं, जिन्हें प्रत्येक आईएएस (IAS) और आईपीएस (IPS) अधिकारी यूपीएससी की परीक्षा में सफल होने के लिए पार करते हैं. उनका धैर्य, दृढ़ता, समर्पण और उनकी निर्भीकता ही इस परीक्षा की तैयारी करने वाले उम्मीदवारों के लिए प्रेरणा का काम करती है. आज हम आपको एक ऐसे ही यूपीएससी उम्मीदवार को बारे में बताएंगे, जो अपनी कड़ी मेहनत के कारण एक डॉक्टर से आईपीएस ऑफिसर (IPS Officer) बन गए. पुलिस अधिकारी बने आईपीएस अभिषेक पल्लव के बारे में बात करेंगे।

साल 2017 में बटोरी खूब सुर्खियां
दरअसल, हम बात कर रहे हैं आईपीएस अभिषेक पल्लव के बारे में, जो आज के समय में छत्तीसगढ़ कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं. वह वर्तमान में अप्रैल 2022 से दुर्ग, छत्तीसगढ़ में पुलिस अधीक्षक (SP) के रूप में कार्यरत हैं. उन्हें नक्सल विरोधी अभियानों में अहम भूमिका निभाने के लिए जाना जाता है. साल 2017 में पल्लव ने एक नक्सली की जान बचाई थी, जिस कारण उन्होंने काफी सुर्खियां बटोरी थीं. बता दें कि उस नक्सली को अभिषेक पल्लव ने एक ऑपरेशन के दौरान गोली मार दी थी. उस समय वे बस्तर के एडिशनल एसपी थे.

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डॉक्टर से बने IPS
पुलिस ऑफिसर बनने से पहले अभिषेक ने दिल्ली एम्स (AIIMS Delhi) से पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की थी. बता दें कि आईपीएस अभिषेक पल्लव बिहार के बेगुसराय इलाके के मूल निवासी हैं. वह एक मनोचिकित्सक भी हैं, उन्होंने साल 1999 और 2005 के बीच गोवा विश्वविद्यालय से एमबीबीएस (MBBS) की डिग्री प्राप्त की थी. इसके बाद वह अपने एमडी मनोचिकित्सा रेजीडेंसी कार्यक्रम (MD, Psychiatry Residency Programme) को पूरा करने के लिए एम्स दिल्ली आ गए. उन्होंने यह डिग्री साल 2006 से 2009 के बीच हासिल की.

साल 2012 में क्रैक की UPSC परीक्षा
हालांकि, इसके बाद उन्होंने डॉक्टरी छोड यूपीएससी का रुख किया. उन्होंने अपना मनोचिकित्सा रेजीडेंसी प्रोग्राम खत्म करने के बाद यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी. अभिषेक की तैयारी कुछ ऐसी थी कि साल 2012 में उन्होंने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास कर डाली और आईपीएस के पद पर नियुक्त हो गए. बता दें कि अभिषेक के पिता ऋषि कुमार भारतीय सेना में कार्यरत थे. अभिषेक की शादी दंतेवाड़ा की रहने वाली डॉ. यशा पल्लव से हुई है.

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