टीएस तिरुमूर्ति ने कहा कि गाजा की तरफ से हुए गए हमलों में कई लोगों की मौत हुई है, जिसमें एक भारतीय महिला सौम्या संतोष (Soumya Santhosh) भी शामिल हैं.
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नई दिल्ली. इजरायल (Israel) और फिलिस्तीन (Palestine) के बीच जारी जंग पर भारत ने दोनों पक्षों से शांति बनाए रखने की अपील की है. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में भारत का पक्ष रखते हुए स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति (TS) ने कहा कि हम दोनों पक्षों से यथास्थिति में एकतरफा बदलाव न करने की अपील करते हैं, इसलिए दोनों को शांति बनाए रखने चाहिए. इसके अलावा भारत ने गाजा पट्टी से इजरायल के रिहायशी इलाकों पर होने वाले हमलों की कड़ी निंदा की.
टीएस तिरुमूर्ति ने कहा कि गाजा की तरफ से हुए गए हमलों में कई लोगों की मौत हुई है, जिसमें एक भारतीय महिला सौम्या संतोष (Soumya Santhosh) भी शामिल हैं. ऐसे में यह खूनी खेल अब बंद होना चाहिए. भारत के तरफ से दिए इस बयान से इजरायल के साथ भरोसा और मजबूत हुआ है. इजरायल 2007 से ही भारत का भरोसेमंद साथी है. इस बात का अंदाजा 1999 में हुए कारगिल युद्ध में इजरायल द्वारा भारत की मदद से लगाया जा सकता है.
इजरायल ने भारत मुहैया कराया गोला-बारूद
साल 1999 की गर्मियों में जिस समय पाकिस्तान के साथ भारत की संघर्ष की शुरुआत हुई, उस समय भारत के पास न तो मोर्टार थे और न ही गोला-बारूद. तब वो इजरायल ने दूसरे देशों के दबाव को दरकिनार करते हुए इंडियन आर्मी को तुरंत जरूरी गोला-बारूद और मोर्टार मुहैया कराया. उस वक्त अमेरिका सहित कई देश लगातार भारत की मदद नहीं करने की अपील कर रहे थे.
इजरायल के मदद का नतीजा यह हुआ कि भारत ने कारगिल की ऊंची पहाड़ियों से एलओसी की उस तरफ बैठे आतंकियों को मार गिराया. वहीं, रक्षा विशेषज्ञ मानते हैं कि अगर उस वक्त भारत की मदद इजरायल द्वारा नहीं की जाती तो भारत युद्ध हार जाता.
1992 में भारत-इजरायल के संबंधों को मिली मान्यता
वर्ष 1992 में भारत और इजरायल के बीच संबंध नए सिरे से परिभाषित हुए थे. 1992 में भारत ने तेल अवीव में दूतावास खोलकर इजरायल को मान्यता दी थी. अब तक दोनों देशों के संबंधों को 25 साल से ज्यादा हो गए हैं.
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