कभी कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे हिमंता अब भाजपा की तरफ असम के मुख्यमंत्री की शपथ लेंगे.
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नई दिल्ली: Himanta Biswa Sarma Education: हाल ही में पांच राज्यों में विधानसभा के चुनाव हुए हैं. इनमें से असम एक ऐसा मात्र राज्य रहा, जहां भाजपा ने शानदार प्रदर्शन किया. पहली बार ऐसा हुआ, जब किसी गैर कांग्रेसी सरकार ने सत्ता ने वापसी की. इस जीत का सेहरा भाजपा के नेता हिमंता बिस्वा सरमा के सिर बंधा. कभी कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे हिमंता अब भाजपा की तरफ असम के मुख्यमंत्री की शपथ लेंगे.
विधायक दल की बैठक में सर्वानंद सोनोवाल ने हिमंता बिस्वा सरमा के नाम का प्रस्ताव रखा. और उन्हें विधायक दल का नेता चुन लिया गया. ऐसे में हिमंता का सीएम बनना तय है. छात्र राजनीति से सक्रिय पॉलिटिक्स में दस्तक देने वाले हिमंता एक ब्रिलिएंट स्टूडेंट्स भी रह चुके हैं. उनके पास कई डिग्रीयां हैं. यहां तक कि वह हाईकोर्ट में वकालत भी कर चुके हैं. आइए जानते हैं उनके शैक्षणिक जीवन के बारे में...
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कहां से की शुरुआती पढ़ाई
हिमंता का जन्म 1 फरवरी 1969 को गुवाहटी के गांधी बस्की उलूबरी में हुआ. उन्होंने शुरुआती पढ़ाई नूतन एलपी स्कूल गुवाहटी से की. इसके बाद हाईस्कूल के लिए वह कामरूप अकदामी चले गए. अंग्रेजी वेबसाइट न्यूज लाइन टीवी में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, इस स्कूल के स्टूडेंट्स विंग में हिमंता ने कई पदों पर काम किया. स्कूल के दिनों में ही वह Assam Agitation आंदोलन से भी जुड़े.
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इस कॉलेज से राजनीति में हुए सक्रिय
हायर एजुकेशन के लिए हिमंता ने फेमस Cotton College में दाखिला लिया. अब यह कॉलेज यूनिवर्सिटी बन चुकी है. यहां उन्होंने हायर सेंकडरी से लेकर पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई की. असम के नए सीएम के पास राजनीति विज्ञान में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री है. इसके अलावा वह इस कॉलेज में तीन बार 1988-89, 1989-90 और 1991-1992 में जनरल सेक्रेटरी भी चुने गए.
Memories from past(1978-79 ). With my senior colleagues during the period of Assam Agitation pic.twitter.com/qLly5qBxf2
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) March 12, 2021
वकील भी रह चुके हैं हिमंता
हिमंता बिस्वा सरमा के पास लॉ (LLB) की भी डिग्री है. उन्होंने साल 1996 से लेकर 2001 तकर गुवाहाटी हाईकोर्ट में वकालत की प्रैक्टिस भी की है. इसके अलावा उनके पास PHD की भी उपाधि है. जो गुवाहाटी यूनिवर्सिटी ने दर्शनशात्र में दिया है. और खास बात है कि वह असम के शिक्षा मंत्री भी रह चुके हैं.