IPS Officers Story: कृष्ण भक्ति में कई पुलिस अधिकारी ऐसे डूबें कि वर्दी उतारकर पीतांबर धारी बन गए. कुछ को तो कृष्ण के प्रेम ने ऐसा खींचा कि उन्होंने अपने नाम तक बदल लिए.
भारती अरोड़ा हरियाणा कैडर की आईपीएस हुआ करती थीं. एक दबंग पुलिस अधिकारी की छवि रखने वाली भारती ने रिटायरमेंट से 10 साल पहले 2021 में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली. वीआरएस के लिए भेजे गए पत्र में उन्होंने लिखा था कि वह चैतन्य महाप्रभु, कबीरदास और मीराबाई की तरह कृष्ण भक्ति बनना चाहती हैं.
1971 बैच के यूपी कैडर के आईपीएस डीके पांडा कृष्ण प्रेम में ऐसे डूबे कि सर्विस के दौरान ही महिलाओं की तरह रहने लगे थे. उन्होंने साल 2005 में वीआरएस ले लिया. अब वह अपना राधा का अवतार छोड़कर चुके हैं, जिसके बाद उन्होंने बाबा कृष्णानंद नाम धारण कर लिया.
बिहार पुलिस के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने सितंबर 2020 में वीआरएस लिया और भक्ति की राह पर चल पड़े. उन्हें साल 2019 में ही बिहार पुलिस का डीजीपी नियुक्त किया गया था. गुप्तेश्वर पांडेय अब एक कथावाचक हैं.
कुणाल किशोर की छवि भी एक दबंग आईपीएस की थी, लेकिन पुलिस की नौकरी से उनका मन भर गया, क्योंकि वह कृष्ण भक्ति में मन लगा चुके थे. वह पटना के प्रसिद्ध महावीर मंदिर से जुड़ गए. वह संस्कृत भाषा के विद्वान हैं और केएसडी संस्कृत यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर भी रह चुके हैं. कुणाल किशोर ने कई अस्पतालों भी बनवाए हैं.
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