सीबीएसई बोर्ड परीक्षा 2021 (CBSE Board Exam 2021) को लेकर छात्रों, शिक्षकों व अभिभावकों के मन में कई तरह के सवाल हैं. हालांकि, अब केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने स्पष्ट कर दिया है कि ये परीक्षाएं फरवरी तक आयोजित नहीं करवाई जाएंगी.
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नई दिल्ली: सीबीएसई बोर्ड परीक्षा 2021 (CBSE Board Exam 2021) के बारे में छात्रों की परेशानियों का निवारण करने के लिए शिक्षा मंत्री (Education Minister Live) कई बार लाइव आ चुके हैं. इस बार उन्होंने यह स्पष्ट कर दिया है कि परीक्षाओं का आयोजन फरवरी 2021 (February) तक नहीं होगा.
इसके साथ ही उन्होंने शिक्षकों की तारीफ करते हुए कोरोना संक्रमण (Coronavirus) जैसे मुश्किल दौर में ऑनलाइन कक्षाएं (Online Classes) आयोजित करवाने के लिए उनकी तारीफ भी की है.
कई बार लाइव आ चुके शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक (Ramesh Pokhriyal Nishank) ने अभी तक बोर्ड परीक्षा 10वीं, 12वीं की डेटशीट (CBSE Board Exam Datesheet) के संबंध में कोई भी घोषणा नहीं की थी. कयास लगाए जा रहे थे कि जनवरी से मार्च के बीच में कभी परीक्षा का आयोजन किया जा सकता है. हालांकि आज के लाइव सेशन में उन्होंने यह स्पष्ट कर दिया कि फिलहाल फरवरी 2021 तक बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन नहीं करवाया जाएगा.
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यह बड़ा फैसला देश में कोरोना संक्रमण (Coronavirus) की स्थिति का जायजा लेते हुए लिया गया है. ऐसे में सीबीएसई बोर्ड के छात्रों, शिक्षकों व अभिभावकों के लिए यह राहत की खबर है.
कोरोना संक्रमण (Coronavirus) के चलते 2020 में देश भर के स्कूल बंद रहे थे. इस वजह से न सिर्फ छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हुई है, बल्कि कई परीक्षाएं भी स्थगित हुई थीं. ऐसे में शिक्षा मंत्री ने आज के लाइव सेशन में मुश्किल वक्त में सभी की सूझ-बूझ की तारीफ की है. देश में 1000 विश्विद्यालय, 10-15 लाख स्कूल और लगभग 33 करोड़ विद्यार्थी हैं. कोरोना काल मे बच्चों को संभालना और कक्षाओं का ऑनलाइन (Online Classes) संचालन करवाना आसान बात नहीं थी.
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शिक्षकों की तारीफ करते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि हमारे देश में शिक्षक यानी गुरु को ईश्वर का दर्जा दिया जाता है. शिक्षक भी अपने छात्रों को अपने बच्चों से ज्यादा मानते हैं. वे हमेशा इसी कोशिश में लगे रहते हैं कि अपने छात्रों को प्रतिभाशाली बनाने के लिए क्या नए कदम उठाएं. नई शिक्षा नीति (New Education Policy) बनाते समय भी शिक्षा मंत्री शिक्षकों से मुखातिब हुए थे.
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भारत में अब कक्षाएं एआई (AI) यानी आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence) के माध्यम से संचालित करवाए जाने की योजना बन रही है. अगर यह संभव हो जाता है तो भारत ऐसी कक्षाएं संचालित करवाने वाला पहला देश बन जाएगा. दुनिया की निगाहें हमेशा भारत पर टिकी रहती हैं. नई शिक्षा नीति में आध्यात्मिक शिक्षण प्रशिक्षण को गंभीरता से लिया गया है.