5 राज्यों में विधानसभा चुनाव के नतीजे कुछ देर में आ जाएंगे. बाजार विशेषज्ञों का भी कहना है कि चुनाव परिणाम का शेयर बाजार में असर किस रूप में पड़ेगा, अभी यह कह पाना मुश्किल है.
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5 राज्यों में विधानसभा चुनाव के नतीजे कुछ देर में आ जाएंगे. बाजार विशेषज्ञों का भी कहना है कि चुनाव परिणाम का शेयर बाजार में असर किस रूप में पड़ेगा, अभी यह कह पाना मुश्किल है. लेकिन शेयर बाजारों में सोमवार को भारी गिरावट दर्ज की गई थी. सरकार से रस्साकशी के बीच रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के गवर्नर उर्जित पटेल के इस्तीफे से भी ऊहापोह की स्थिति बनी है.
सोमवार को प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 713.53 अंकों की गिरावट के साथ 34,959.72 पर और निफ्टी 205.25 अंकों की गिरावट के साथ 10,488.45 पर बंद हुआ. बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह 468.59 अंकों की गिरावट के साथ 35,204.66 पर खुला और 713.53 अंकों या 2.00 फीसदी गिरावट के साथ 34,959.72 पर बंद हुआ. दिनभर के कारोबार में सेंसेक्स ने 35,246.97 के ऊपरी और 34,915.77 के निचले स्तर को छुआ.
लोकसभा चुनाव का सेमिफाइनल होंगे नतीजे
बाजार विशेषज्ञों की मानें तो अगर इन चुनाव में बीजेपी को नुकसान होता है तो इससे बाजार पर नकारात्मक असर पड़ेगा. अगर मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में विपक्ष की जीत होती है तो इससे निवेशकों के बाजार में निवेश में रुचि घटेगी. सीएनबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक अगर बीजेपी 3 हिन्दी भाषी राज्यों में 2 में बढ़त बरकरार रखती है तो इससे निवेशक राहत की सांस लेंगे. लेकिन अगर वह 1 ही राज्य में बढ़त ले पाती है तो यह बाजार को प्रभावित करेगा.
क्या है निवेशकों के पास विकल्प
जानकारों का कहना है कि शेयर बाजार में ज्यादा गिरावट आने की आशंका कम है, क्योंकि क्रूड ऑयल की कीमतें कम पर बनी हुई हैं. साथ ही इकोनॉमी में मजबूती लौटी है. निवेशकों को अगर जोखिम लगता है तो वे कुछ समय के लिए बाजार में ट्रेडिंग न करें. क्योंकि स्थिति चुनाव के सभी नतीजे आने के बाद ही साफ होगी. राजस्थान और तेलंगाना में सात दिसंबर को मतदान हुआ था. मध्य प्रदेश और मिजोरम में 28 नवंबर को मतदान हुए थे, जबकि छत्तीसगढ़ में दो चरणों में 12 ओर 20 नवंबर को मतदान हुए थे.