दंगा मामले में वारंट न आता तो उमा भारती के नाम होती यह बड़ी उपलब्धि
Advertisement
trendingNow1477046

दंगा मामले में वारंट न आता तो उमा भारती के नाम होती यह बड़ी उपलब्धि

मध्‍य प्रदेश में वर्ष 2003 में विधानसभा चुनाव हुए थे. इस चुनाव में बीजेपी ने कांग्रेस को जोरदार पटखनी दी थी. बीजेपी का सीएम फेस उमा भारती थीं.

उमा भारती पहले सीएम बनी थीं, लेकिन बाद में इस्‍तीफा दे दिया था. (फाइल फोटो)

नई दिल्‍ली: मध्‍य प्रदेश में वर्ष 2003 में विधानसभा चुनाव हुए थे. इस चुनाव में बीजेपी ने कांग्रेस को जोरदार पटखनी दी थी. बीजेपी का सीएम फेस उमा भारती थीं. उन्‍होंने सीएम पद संभालते हुए सूबे की कमान संभाल ली. लेकिन एक केस में उनके खिलाफ वारंट जारी हो गया था. पार्टी नेतृत्‍व पसोपेश में पड़ गया कि अब क्‍या करें. वारंट दंगे के मामले से जुड़ा था. जब कोई रास्‍ता नहीं बचा तो हाईकमान ने उनका इस्‍तीफा ले लिया. फिर कुछ दिन तक बाबूलाल गौर एमपी के सीएम रहे लेकिन वह ज्‍यादा दिन इस पद पर टिक नहीं पाए. उनके इस्‍तीफे के बाद पार्टी नेतृत्‍व ने फैसला किया कि कोई नया चेहरा तलाशा जाए.

दिल्‍ली में पार्टी की एक महत्‍वपूर्ण बैठक बुलाई गई. इसमें लालकृष्‍ण आडवाणी, अटल बिहारी वाजपेयी समेत सभी वरिष्‍ठ नेता मौजूद थे. बैठक एमपी में नया सीएम फेस चुनने के लिए बुलाई गई थी. इसमें ही शिवराज सिंह चौहान के नाम का चयन हुआ. शिवराज ने 29 नवंबर 2005 को पहली बार सीएम पद संभाला. इसके बाद शिवराज ने मध्‍य प्रदेश में कई बड़ी विकास योजनाएं चलाईं. दूसरी तरफ कांग्रेस प्रदेश में लगातार सिमटती जा रही थी. शिवराज 2008 और 2013 में भी पार्टी का CM फेस थे. इन चुनावों में भी बीजेपी को अच्‍छी बढ़त मिली और उसकी सरकार बनी. अब 2018 के विधानसभा चुनाव के नतीजे का इंतजार है जो 11 दिसंबर को जारी होगा. यानि 24 घंटे में तस्‍वीर साफ हो जाएगी.

क्‍या कहते हैं एग्जिट पोल के नतीजे
इस बार चुनावी परिणाम के पहले एबीपी न्यूज-लोकनीति सीएसडीएस के सर्वे में 230 सदस्यीय मध्य प्रदेश विधानसभा में कांग्रेस को 126 सीटें दी गई हैं, जबकि बीजेपी को 94 और अन्य को 10 सीटें दी गई हैं. इंडिया टुडे-माई एक्सिस पोल में भी कांग्रेस को 104-122 सीटों के साथ आगे दिखाया गया है, जबकि बीजेपी को 102-120 सीटें दी गई हैं. सर्वेक्षण में बसपा को 1 से 3 सीटें और अन्य को 3 से 8 सीटें दी गई हैं. सी-वोटर ने कांग्रेस को 110-126 सीटें दी है, जबकि बीजेपी को 90-106 सीटें दी है. अन्य दलों के खाते में 6-22 सीटें जाने का अनुमान जताया गया है.

fallback
MP में 11 दिसंबर को आने वाले रिजल्ट का बेसब्री से रिजल्ट का इंतजार किया जा रहा है.

एक पोल में बीजेपी आगे
आईटीवी-नेता एक्जिट पोल में कांग्रेस को 112 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है और बीजेपी को 106 सीटें मिलने की बात कही गई है. मायवती की बसपा सहित अन्य दलों को 12 सीटें मिलने की संभावना जताई गई है. हालांकि टाइम्स नाउ-सीएनएक्स ने बीजेपी को 126 सीटें दी है, और कांग्रेस को 89 सीटें मिलने का अनुमान जताया है. बसपा को छह सीटें दी गई हैं. मध्य प्रदेश में साल 2003 से बीजेपी सत्ता में है. 230 सदस्यीय विधानसभा में किसी पार्टी को सरकार बनाने के लिए 116 सीटें जीतने की जरूरत है. साल 2013 में बीजेपी ने 165 सीटें जीती थीं, कांग्रेस को 58 सीटें मिली थीं, बसपा को चार और निर्दलियों ने तीन सीटें जीती थीं.

Trending news