बीजेपी नेता मीनाक्षी लेखी ने इस पर ट्वीट करते हुए कहा कि तुर्क भी तैमूर को क्रूर मानते थे, लेकिन कुछ लोग अपने बच्चों का नाम ही तैमूर के नाम पर रख देते हैं.
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नई दिल्ली : सैफ अली खान (Saif Ali Khan) इन दिनों अपने बयान को लेकर ट्रोल हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि 'तानाजी : द अनसंग वॉरियर' में इतिहास के तथ्यों को लेकर छेड़छाड़ की गई जो कि खतरनाक है. इसके साथ ही सैफ ने यह भी कहा कि मेरा मानना है कि भारत की अवधारणा अंग्रेजों ने दी और यह शायद इससे पहले नहीं थी. भारत के अस्तित्व पर ही सवाल उठाने वाले इस बयान को लेकर सैफ ट्रोल हो रहे हैं.
कुछ लोग अपने बच्चों का नाम तैमूर रखते हैं
बीजेपी नेता मीनाक्षी लेखी ने इस पर ट्वीट करते हुए कहा कि तुर्क भी तैमूर को क्रूर मानते थे, लेकिन कुछ लोग अपने बच्चों का नाम ही तैमूर के नाम पर रख देते हैं. वैसे जब सैफ और करीना ने बेटे का नाम तैमूर रखा था तो इस पर काफी विवाद हुआ था. तैमूर एक तुर्क शासक था. तैमूर ने 14वीं सदी में दिल्ली और कश्मीर में जमकर लूटपाट की थी. तैमूर लूट और कत्लेआम के लिए जाना गया. नाम के विवाद पर करीना ने सफाई दी थी कि मुझे तैमूर नाम का मतलब पसंद आया इसलिए मैंने अपने बेटे का नाम तैमूर रखा.
Even Turks find Taimur a brute ! But some people choose to name their children Taimur . https://t.co/T9xX5qihAw
— Meenakashi Lekhi (@M_Lekhi) January 19, 2020
तारिक फतेह ने लताड़ा
मीनाक्षी लेखी के साथ तारिक फतेह ने भी सैफ को लताड़ा था. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक- उन्होंने कहा कि अग्रेजों के आने तक अगर भारत की अवधारणा ही नहीं थी तो तो ईस्ट इंडिया कंपनी क्या चीन के बारे में थी.वास्को डी गामा इंडिया नहीं फिजी गए थे क्या.
कंगना ने पूछा तो फिर महाभारत क्या था?
सैफ के बयान पर बॉलीवुड की क्वीन कंगना रानौत ने भी बयान दिया था. वह बोलीं कि अगर कोई भारत नहीं था तो फिर महाभारत क्या था? 5 हजार साल पहले क्या लिखा गया? वेद व्यास क्या था?
“There was no concept of India till British came”
When your student gives a duffer answer but teacher gives full marks. No wonder this stupid Film Critic refused to review #TheTashkentFiles and now is unhappy with the success of @ajaydevgn’s #Tanhaji pic.twitter.com/QmoYh2lQfK
— Vivek Ranjan Agnihotri (@vivekagnihotri) January 19, 2020
क्या है सैफ का बयान
पत्रकार अनुपमा चोपड़ा को दिए इंटरव्यू में सैफ ने कहा कि मेरा मानना है कि इंडिया की अवधारणा अंग्रेजों ने दी. शायद इससे पहले नहीं थी. यही सच्चाई है. इसी इंटरव्यू में सैफ ने कहा कि 'तानाजी' में जो दिखाया गया है, वह इतिहास का हिस्सा नहीं है. ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़ गलत है. मेरा रोल काफी दिलचस्प था. कुछ वजहों से मैं स्टैंड नहीं ले पाया. हो सकता है कि अगली बार मैं ऐसा न करूं. इतिहास क्या है, मुझे बखूबी पता है. फिल्म की व्यावसायिक सफलता के लिए इतिहास की गलत व्याख्या की गई. उन्होंने एक बातचीत का हवाला देते हुए कहा कि कबीर खान ने कहा था कि वह खराब अभिनय और ढीली स्क्रिप्ट बर्दाश्त कर लेंगे, लेकिन राजनीतिक नैरेटिव में व्यावसायिक सफलता के लिए इतिहास के तथ्यों के साथ छेड़छाड़ की छूट बर्दाश्त नहीं करेंगे.