Mrs. Serial Killer Review: मनोज बाजपेयी और जैकलीन की फिल्म देखने से पहले जरूर पढ़ें यह रिव्यू
Advertisement

Mrs. Serial Killer Review: मनोज बाजपेयी और जैकलीन की फिल्म देखने से पहले जरूर पढ़ें यह रिव्यू

'हंसमुख' के बाद अब डिजिटल प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर 'मिसेज सीरियल किलर' रिलीज हो गई है. 

फोटो साभार: इंस्टाग्रामर

नई दिल्ली: Mrs. Serial Killer Movie Review: लॉकडाउन के बीच इन दिनों नेटफ्लिक्स पर फिल्में रिलीज हो रही हैं. 'हसमुख' के बाद अब डिजिटल प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर 'मिसेज सीरियल किलर' रिलीज हो गई है. 1 मई को रिलीज हुई इस फिल्म में मनोज बाजपेयी के अलावा जैकलीन फर्नांडिस और मोहित रैना नजर आ रहे हैं. फिल्म का निर्देशन शिरीष कुंदर ने किया है. टीवी और मोबाइल के भरोसे लॉकडाउन में अपना दिन गुजार रहे दर्शकों को 'मिसेज सीरियल किलर' से काफी उम्मीदे थीं तो चलिए जानते हैं आखिर ये फिल्म दर्शकों की उम्मीद पर खरी उतरी या नहीं. हमारी सहयोगी वेबसाइट बॉलीवुडलाइफडॉट कॉम के फिल्म रिव्यू अनुसार देखते कैसी है यह साइको थ्रिलर मूवी. 

  1. लॉकडाउन के बीच नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई 'मिसेज सीरियल किलर'
  2. 'मिसेज सीरियल किलर' का पढ़ें हिंदी फिल्म रिव्यू, जैकलीन फर्नांडिस
  3. मोहित रैना और मनोज बाजपेयी की फिल्म 'मिसेज सीरियल किलर'

फिल्म: मिसेज सीरियल किलर
कास्ट:  मनोज बाजपेयी, जैकलीन फर्नांडिस और मोहित रैना
निर्देशक: शिरीष कुंदर
रेटिंग: 1/2 स्टार (5 स्टार मेें से) 

फिल्म की कहानी: 
'मिसेज सीरियल किलर' मिस्ट्री थ्रिलर फिल्म है. फिल्म में शहर के मशहूर डॉक्टर को सीरियल किलिंग के आरोप में पुलिस गिरफ्तार करती है. डॉ मृत्युंजॉय मुखर्जी (मनोज बाजपेयी) की गिरफ्तारी के बाद उनकी पत्नी सोना (जैकलीन फर्नांडिस) अपने पति की बेगुनाही को साबित करने के लिए वो हर प्रयास करती फिल्म में करती दिखाई देती हैं. मृत्युंजॉय एक मैटरनिटी हॉस्पिटल चलाते हैं, इमराद शाहिद (मोहित रैना)  उन्हें सीरियल किलिंग के आरोप में गिरफ्तार कर लेते हैं. सोना अपने पति को बचाने के लिए लड़कियों की हत्या करना शुरू कर देती हैं. फिल्म में सीरियल किलर कौन है इसका खुलासा आखिरी में होता है.

निर्देशन और स्क्रिप्ट निराशाजनक: 
एक फिल्म की सफलता का आधार उसकी कहानी और निर्देशन होता है अगर ये दोनों ही चीजें खराब हों तो फिर फिल्म राम भरोसे ही होती है और 'मिसेज सीरियल' किलर के साथ भी कुछ ऐसा ही है. मनोज बाजपेयी जैसा दमदार एक्टर लेने के बाद भी शिरीष कुंदर ये फिल्म सफल नहीं बना पाए. फिल्म में मनोज बाजपेयी का अभिनय लाजवाब है लेकिन फिल्म की कहानी और निर्देशन इतना कमजोर है कि अकेले दम पर मनोज बाजपेयी  भी फिल्म को हिट बना नहीं पाए.

फिल्म की कमजोर कड़ी: 
मनोज बाजपेयी ने अपने अभिनय से एक बार फिर से दर्शकों का दिल जीता लेकिन जैकलीन फर्नांडिस ने अपने किरदार से काफी निराश किया. जैकलीन फर्नांडिस को इस फिल्म की कमजोर कड़ी कहा जाए तो ये गलत नहीं होगा. जैकलीन को अगर बॉलीवुड में लंबा सफर तय करना है तो उन्हें अपनी हिंदी भाषा पर और पकड़ बनाने की जरूरत होगी. मोहित रैना फिल्म में पुलिस ऑफिसर का रोल प्ले कर रहे हैं वो भी अपने किरदार के साथ इंसाफ करते दिखाई नहीं दे रहे हैं. 

एंटरटेनमेंट की और खबरें पढ़ें 

Trending news