Sex Education: सेक्स एजुकेशन पर बीते कुछ वर्षों में संवाद बढ़ा है. कुछ ऐसी फिल्में आई हैं, जिन्होंने इस मुद्दे को जरूरी बताया है. जनवरी में रिलीज हुई फिल्म छतरीवाली की नायिका रकुल प्रीत सिंह ने ओ माई गॉड 2 के बाद एक बार फिर कहा है कि क्यों समाज में यौन शिक्षा आवश्यक है...
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Rakul Preet Singh: समाज में सेक्स एजुकेशन एक बड़ा मुद्दा है, जिस पर इधर कुछ फिल्मों ने आवाज उठाई है. हाल में रिलीज हुई ओ माई गॉड 2 (OMG 2) ने खास तौर पर स्कूली शिक्षा (School Education) के पाठ्यक्रम में सेक्स एजुकेशन को जोड़े जाने की वकालत की है. फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सफल रही. लेकिन बात सिर्फ स्कूलों की नहीं है, वयस्कों में भी इस मुद्दे पर कई भ्रम हैं, जिन्हें दूर करने की जरूरत महसूस की जाती रही है. बीते कुछ वर्षों में जनहित में जारी, हेलमैट, डॉक्टर जी और छतरीवाली (Chhatriwali) जैसी फिल्मों ने वयस्कों के ही मामलों को पर्दे पर उठाया है. अब फिल्म छतरीवाली की नायिका रकुल प्रीत सिंह ने सेक्स एजुकेशन (Sex Education) को लेकर कुछ अहम बातें कही है.
महत्वपूर्ण है मुद्दा
हाल में एक इंटरव्यू (Rakul Preet Singh Interview) में उनसे पूछा गया कि बीते कुछ समय में आई ओएमजी 2, डॉक्टर जी (Doctor G) और छतरीवाली जैसी फिल्मों में सेक्स एजुकेशन पर जो बातें हुई हैं, उनके बारे में आपका क्या विचार हैॽ इस पर रकुल प्रीत सिंह ने कहा कि मेरा मानना है कि फिल्में बड़ी संख्या में लोगों को सिखा सकती हैं. हमारे समाज में हर कुछ किलोमीटर पर लोगों के सोचने का ढंग बदला हुआ मिलता है. दुनिया को लेकर सबका एक्सपोजर अलग-अलग है. ऐसे में सेक्स एजुकेशन हर किसी के लिए महत्वपूर्ण है. रकुल ने कहा कि मेरा मानना है कि लोगों को अच्छी बातें सिखाने के लिए फिल्में बहुत काम आ सकती हैं. ओएमजी 2 ने यही किया है. अपनी फिल्म का जिक्र करते हुए रकुल प्रीत सिंह ने कहा कि हमने फिल्म छतरीवाली में भी यौन शिक्षा का जिक्र किया था.
सहज हो बातचीत
उल्लेखनीय है कि छतरवाली में रकुल प्रीत सिंह ने एक कंडोम कंपनी कंडोम टेस्टर (Condom Tester) की भूमिका निभाई थी. एक्ट्रेस ने वह कारण भी गिनाए हैं, जिनकी वजह से इस मुद्दे पर बात करना बहुत जरूरी है. उन्होंने कहा कि देश में बलात्कार बढ़ रहे हैं. हमने चंद्रमा पर कदम रख दिए हैं, लेकिन हम ऐसी सभ्यता में रह रहे जहां बच्चों, किशोरियों, महिलाओं और यहां तक कि बूढ़ी महिलाओं का भी बलात्कार (Rape) होता है. शिक्षा ही लोगों को जागरूक करने का सबसे अच्छा तरीका है. उन्होंने कहा कि लोगों को बताने की जरूरी है कि स्त्री और पुरुष के शरीर अलग-अलग हैं. रकुल प्रीत सिंह ने कहा कि मेरा मानना है कि जितना अधिक हम इस बारे में बातचीत को सामान्य बनाएंगे, लोग सेक्स के मुद्दे पर उतने ही सहज हो पाएंगे.