रामदेव ने कहा कि जिन लोगों को CAA का फुल फॉर्म तक नहीं पता वे आज इस विषय पर पीएम मोदी के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं. जब पीएम और गृहमंत्री खुद कह चुके हैं कि यह कानून किसी व्यक्ति की नागरिकता छीनने के लिए नहीं है, बल्कि नागरिकता देने के लिए है तो फिर लोग आग क्यों लगाए जा रहे हैं?
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नई दिल्ली : दीपिका पादुकोण (Deepika Padukone) के जेएनयू जाने पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. इसे लेकर अब योग गुरु रामदेव (Ramdev) ने कटाक्ष किया है. उन्होंने कहा कि दीपिका को रामदेव जैसा सलाहकार रखने की जरूरत है.
रामदेव ने इंदौर में कहा कि दीपिका में अभिनय की दृष्टि से कुशल हैं, लेकिन सामाजिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक मुद्दों का ज्ञान हासिल करने के लिए उन्हें देश के बारे में पढ़ना और समझना पड़ेगा. यह समझ हासिल करने के बाद ही उन्हें बड़े निर्णय लेने चाहिए. मुझे लगता है कि दीपिका पादुकोण को स्वामी रामदेव जैसा कोई सलाहकार रख लेना चाहिए, जो उन्हें ऐसे मुद्दों पर सही बात बता सके.
सीएए का समर्थन करते हुए रामदेव ने कहा कि जिन लोगों को CAA का फुल फॉर्म तक नहीं पता वे आज इस विषय पर पीएम मोदी के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं. जब पीएम और गृहमंत्री खुद कह चुके हैं कि यह कानून किसी व्यक्ति की नागरिकता छीनने के लिए नहीं है, बल्कि नागरिकता देने के लिए है तो फिर लोग आग क्यों लगाए जा रहे हैं?
बता दें कि रिलीज से पहले 'जेएनयू' जाकर दीपिका ने सबको हैरान कर दिया था. दीपिका जेएनयू में मौजूद थी तो उनके सामने ही देश को तोड़ने वाले नारे लगे. हालांकि दीपिका ने वहां कोई बयान नहीं दिया, लेकिन वह चुपचाप वहां शिरकत करके लौट गईं. इस दौरान दीपिका के सामने ' हमको चाहिए आजादी' के नारे भी लगे. दीपिका के जेएनयू से जाने के बाद #BoycottChhapaak ट्रेंड करने लगा. इस हैशटैग के साथ लोग ट्वीट करने लगे कि उन्होंने देश को तोड़ने वाली ताकतों का समर्थन किया है. वह भी चाहती हैं देश के टुकड़े हो जाएं.
वैसे दीपिका ने जेएनयू में हुए हमले पर अपनी प्रतिक्रिया भी दी थी. उन्होंने कहा था कि यह देखकर मुझे गर्व होता है कि हम अपनी बात कहने से डर नहीं हैं. यह देखकर खुशी होती है कि लोग सामने आ रहे हैं और बिना किसी खौफ के अपनी आवाज उठा रहे हैं. दीपिका ने कहा कि यह जरूरी है कि लोग चुप न रहें, खुलकर अपने विचार व्यक्त करें.