Ranveer Singh Films: रणवीर सिंह पर्दे के बाहर, पार्टियों और सार्वजनिक समारोहों में मौज-मस्ती करते दिखते हैं. लेकिन जब फिल्म में अपने रोल की बात आती है, तो वह अनुशासित हो जाते हैं. पूरी गंभीरता से रोल में उतरते हैं. यही वजह है कि पर्दे के अपने एक चर्चित किरदार में उतरने के लिए वह 21 दिनों के लिए एक कमरे में बंद हो गए थे...
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Ranveer Singh Movies: इन दिनों रॉकी और रानी की प्रेम कहानी (Rocky Aur Rani Kii Prem Kahaani) के लिए चर्चा में बने हुए रणवीर सिंह की पिछली तीन फिल्में फ्लॉप थीं. लेकिन निर्देशक करण जौहर (Karan Johar) की रॉकी और रानी की प्रेम कहानी में उन्होंने कमबैक किया है. खिलंदड़ रॉकी रंधावा के रोल में दर्शकों ने उन्हें पसंद किया है. लंबे समय बाद वह कैरेक्टर में नजर आए हैं. रणवीर ने 2010 में बॉलीवुड करियर शुरू किया था. उनकी फिल्में बॉक्स ऑफिस पर चलें या न चलें, इस बात में किसी को संदेह नहीं है कि वह कहानी की डिमांड के अनुसार खुद को ढालने में पूरी मेहनत करते हैं. एक फिल्म के लिए तो उन्होंने खुद को 21 दिनों तक एक कमरे में बंद कर लिया था और तभी बाहर निकले, जब उन्हें पूरी तरह भरोसा हो गया कि वह किरदार में ढल चुके हैं.
किरदारों में फूंकी जान
रॉकी और रानी की प्रेम कहानी रणवीर के करियर की 16वीं फिल्म है. लेकिन उन्हें बाजीराव मस्तानी (Bajirao Mastani), पद्मावत (Padmavat), गली बॉय (Gully Boy) और 83 में उनकी भूमिकाओं के लिए ढेर तारीफें मिलीं. चाहे बाजीराव का रोल हो या फिर पद्मावत में अलाउद्दीन खिलजी का, उन्होंने अपने किरदारों में जान फूंक दी थी. इसी तरह 83 में वह कपिल देव (Kapil Dev) की तरह दिखे और उनकी बॉडी लैंग्वेज को उन्होंने खूबसूरती से कॉपी किया. रॉकी और रानी की प्रेम कहानी में भी वह एक अमीर-दिल फेंक रईस और खूब बोलने वाले बंदे की भूमिका में हैं. जिसमें वह जमे हैं. लेकिन इन्हीं सबके बीच उन्होंने जिस रोल की तैयारी के लिए खुद को 21 दिनों के लिए कमरे में बंद कर लिया था, वह थी बाजीराव मस्तानी.
एक एक्टर, रूम के अंदर
निर्देशक संजय लीला भंसाली (Sanjay Leela Bhansali) की यह फिल्म 2018 आई थी. इसके लिए रणवीर ने अपने करियर के डेढ़ साल दिए. उन्हीं दिनों वह फिल्म की एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण (Deepika Padukone) के प्यार में भी थे. फिल्म में रणवीर-दीपिका के साथ प्रियंका चोपड़ा (Priyanka Chopra) भी थीं. खुद रणवीर सिंह ने उन दिनों अपने साक्षात्कारों में यह बताया कि जब भंसाली ने उन्हें बाजीराव की भूमिका दी, तो वह स्क्रिप्ट लेकर मुंबई से बाहर चले गए. उन्होंने बाजीराव के रोल के हिसाब से अपना सिर मुंडा लिया. उन्होंने होटल में उन्होंने एक रूम लिया और अंदर बंद हो गए. स्क्रिप्ट के साथ वह बाजीराव की भूमिका की तैयारी करते. वह रात-दिन अपने कमरे में बंद रहते और इसी रोल के बारे में सोचते और तैयारी करते. आखिरकार 21 दिनों के बाद जब उन्हें विश्वास हुआ कि वह पूरी तरह से बाजीराव का रोल कर सकते हैं, उनके लिए हाव-भाव और बॉडी लैंग्वेज उनके भीतर आ चुकी है, तभी वह कमरे से बाहर निकले. उल्लेखनीय है कि पद्मावत के बाद बाजीराव रणवीर के करियर की दूसरी सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म है.