‘उड़ता पंजाब’ सेंसर विवाद: अनुराग कश्यप ने सरकार पर हमला बोला
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‘उड़ता पंजाब’ सेंसर विवाद: अनुराग कश्यप ने सरकार पर हमला बोला

फिल्म ‘उड़ता पंजाब’ के निर्माताओं में से एक फिल्मकार अनुराग कश्यप ने यह कहकर सरकार की आलोचना की है कि सेंसरशिप के मुद्दे पर केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड के साथ उनकी जंग को राजनीतिक रंग देना गलत है।

‘उड़ता पंजाब’ सेंसर विवाद: अनुराग कश्यप ने सरकार पर हमला बोला

मुंबई: फिल्म ‘उड़ता पंजाब’ के निर्माताओं में से एक फिल्मकार अनुराग कश्यप ने यह कहकर सरकार की आलोचना की है कि सेंसरशिप के मुद्दे पर केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड के साथ उनकी जंग को राजनीतिक रंग देना गलत है।

अनुराग ने ट्वीट किया, ‘आपको बता दूं कि सेंसरशिप के मुद्दे पर मैंने राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) से कहीं अधिक संप्रग (संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन) में लड़ाई लड़ी है। लेकिन क्या आपको पता है कि उस वक्त वहां कोई निहलानी नहीं थे।’ ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ के फिल्मकार ने उन्हें कांग्रेस और आप के एजेंट के तौर पर प्रचारित करने वाले कथित ‘पेड ट्रोल्स’ की आलोचना की। पैसे लेकर सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर गाली गलौज, अपशब्दों से भरे कमेंट्स की बौछार करने वालों को पेड ट्रोल्स कहते हैं।

उन्होंने ट्वीट किया,‘‘और.. यह बहुत निराशाजनक है कि पार्टी समर्थित और पेड ट्रोल्स मुझे कांग्रेस या आप का एजेंट बनाने पर तुले हैं।’ कश्यप ने बताया कि विवाद से पहले उन्होंने सूचना एवं प्रसारण राज्यमंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ के साथ करीब से काम किया था। उन्होंने कहा, ‘सेंसरशिप के मुद्दे पर मैं इस मंत्रालय और राज्यमंत्री श्रीमान राठौड़ के साथ करीब से काम कर चुका हूं।’

फिल्मकार ने कहा, ‘और.. मेरे पास सारे टैक्स्ट और संदेश सुरक्षित हैं, इसलिए अगर सरकार अपनी अक्षमता छुपाने की कोशिश कर रही है तो उन्होंने गलत व्यक्ति को चुना है और उन्हें गैर अस्तित्व वाले बिंदुओं को साबित करने के लिए मेरी वयस्क फिल्मों के दृश्यों को टेलीविजन के लिए सेंसरकृत हिस्सों के तौर पर दिखाया जाना बंद करना चाहिए।’ सेंसर बोर्ड समिति की सिफारिशों से नाखुश कश्यप ने कल ट्वीट किया था, ‘मैं हमेशा कल्पना करता था कि उत्तर कोरिया में रहने का एहसास कैसा होगा। अब तो प्लेन पकड़ने की भी जरूरत नहीं।’ इस पर राठौड़ ने कहा था, ‘क्या आपको लगता है कि आप उत्तर कोरिया में रह रहे हैं? हमलोग यहां मतदान करा सकते हैं, यह लोकतंत्र है।’ ‘उड़ता पंजाब’ नामक इस तूफान की शुरूआत तब हुई जब बोर्ड ने कथित रूप से फिल्म में पंजाब के उल्लेख के संबंध में कुछ आपत्तियां कीं और फिल्म निर्माताओं को पुनरीक्षण समिति में जाने का निर्देश देते हुए फिल्म के 89 दृश्यों को काट दिया।

 

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