#Throwback : जब सिंगर पंकज उधास का गाना सुनकर रो पड़े थे राज कपूर, मशहूर है ये किस्सा...
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#Throwback : जब सिंगर पंकज उधास का गाना सुनकर रो पड़े थे राज कपूर, मशहूर है ये किस्सा...

17 मई 1951 को गुजरात के जीतपुर में जन्में पंकज उधास आज अपना 68वां जन्मदिन मना रहे हैं. संजय दत्त की फिल्म नाम में गाई गई गजल 'चिट्ठी आई है' से लोगों को रुलाने वाली पंकज उधास की आवाज का जादू आज भी बरकरार है.

#Throwback : जब सिंगर पंकज उधास का गाना सुनकर रो पड़े थे राज कपूर, मशहूर है ये किस्सा...

नई दिल्ली : बॉलीवुड से लेकर सोलो सॉन्ग्स तक गजल सिंगर पंकज उधास ने हर जगह अपनी फैन फॉलोइंग बनाई हुई है. 17 मई 1951 को गुजरात के जीतपुर में जन्में पंकज उधास आज अपना 68वां जन्मदिन मना रहे हैं. संजय दत्त की फिल्म नाम में गाई गई गजल 'चिट्ठी आई है' से लोगों को रुलाने वाली पंकज उधास की आवाज का जादू आज भी बरकरार है. बता दें कि पंकज के पिता एक किसान थे और उनके घर में उनके अलावा दो दोनों भाई भी गायके थे.

पंकज उधास ने जब अपनी पहली स्टेज परफॉर्मेंस में देशभक्ति गीत 'ऐ मेरे वतन के लोगों' गाया था तो उस समय उन्हें ऑडियंस से पूरे 51 रुपये मिले थे. पंकज उधास को उनकी गजल गायकी के लिए जाना जाता है. 'घूंघट को मत खोल', 'चुपके-चुपके रात दिन', 'कुछ न कहो कुछ भी न कहो', 'और आहिस्ता कीजिए बातें', 'चांदी जैसा रंग है तेरा...' जैसी कई गजलें आज भी फैंस को उनका दीवाना बना देती हैं. 

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उधार लेकर बनाया पहला अलबम 
पंकज को जो प्रसिद्धि मिली उसमें उनका स्ट्रगल कहीं छुप गया. बहुत कम लोग ये जानते हैं कि पंकज उधास ने पहला अलबम आहट 18000 रुपये उधार लेकर निकलवाया था. इस अलबम ने पंकज उधास को आगे काम दिलवाया और वो बॉलीवुड के बेहतरीन सिंगर्स में से एक बने. 

पंकज उधास की गजल सुनकर रो पड़े थे राज कपूर
संजय दत्त की पॉपुलर फिल्म नाम में पंकज उधास ने 'चिट्ठी आई है' नाम का हिट गाना गया. मेरी मम्मी मुझे बताती हैं कि जब वो लोग फिल्म देखने गए तो इस गाने के दौरान पूरा हॉल रो रहा था. इसके बाद कई बार जब ये फिल्म टीवी पर आई तभी इस गाने को सुनते ही लोगों की आंखों में पानी आ जाता था. बता दें कि एक किस्सा है इस गाने की रिलीज के पहले का है. सीनियर एक्टर राजेंद्र कुमार और राज कपूर काफी अच्छे दोस्त थे. वहीं इस गाने की एडिटिंग डेविड धवन ने की थी और जब यह गाना एडिट करके तैयार हुआ तब एक दिन राजेंद्र कुमार ने राज कपूर को डिनर पर घर बुलाया. खाने के बाद जब राजेंद्र ने ये गाना राज कपूर को सुनाया तो वो रो पड़े. फिल्म इंडस्ट्री में ये वाकया काफी मशहूर है. 

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