CAA के विरोध में पूजा भट्ट, फरहान अख्तर, मनोज वाजपेयी, अनुराग कश्यप, हुमा कुरैशी, ऋचा चड्ढा, अली फजल, शबाना आजमी, कबीर खान, स्वरा भास्कर, सिद्धार्थ और सुशांत सिंह के अलावा अब उर्मिला मातोंडकर का नाम भी जुड़ चुका है.
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नई दिल्ली: इन दिनों देशभर में नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) को लेकर जगह-जगह विरोध प्रदर्शन चल रहा है. दिल्ली से लेकर अब मुंबई तक महिलाएं भी CAA के विरोध में सड़क पर ऊपर चुकी हैं. वहीं इस मामले पर बॉलीवुड भी दो धड़ों में बंट गया है. कई सेलेब्स इसके पक्ष में हैं, तो कई इस कानून का विरोध कर रहे हैं. CAA के विरोध में पूजा भट्ट, फरहान अख्तर, मनोज वाजपेयी, अनुराग कश्यप, हुमा कुरैशी, ऋचा चड्ढा, अली फजल, शबाना आजमी, कबीर खान, स्वरा भास्कर, सिद्धार्थ और सुशांत सिंह के अलावा अब उर्मिला मातोंडकर (Urmila Matondkar) का नाम भी जुड़ चुका है.
CAA पर क्या कहा उर्मिला ने?
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक उर्मिला ने कहा, '1919 में दूसरे विश्व युद्ध के खत्म होने बाद अंग्रेज यह समझ गए थे कि हिंदुस्तान में उनके खिलाफ असंतोष बढ़ रहा है. इसलिए उन्होंने रॉलेट ऐक्ट जैसे एक कानून को भारत में लागू कराया. 1919 के इस रॉलेट एक्ट और 2019 के सिटिजनशिप अमेंडमेट ऐक्ट (CAA) को अब इतिहास के काले कानून के रूप में जाना जाएगा.'
Urmila Matondkar:After end of the WW II in 1919, British knew that unrest was spreading in India&that may rise after war was over. So, they brought a law commonly known as Rowlatt Act.That 1919 law&Citizenship (Amendment)Act of 2019 will be recorded as black laws in history(30.1) pic.twitter.com/qYFNamxrEe
— ANI (@ANI) January 31, 2020
बता दें, 45 साल की उर्मिला बड़े पर्दे काफी दूर हो चुकी हैं. साल 2019 में उन्होंने राजनीति में भी हाथ आजमाया था, जिसमें वह सफल नहीं हो पाई थीं. उन्होंने 2019 के चुनाव से पहले मुंबई में कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ली थीं. उर्मिला लोकसभा सीट उत्तर मुंबई से चुनाव भी लड़ा था, लेकिन उस चुनावी मैदान में उर्मिला के हाथ हार लगी थी.