Doraemon: दुनिया में है डोरेमोन का डंका, भारत ही नहीं 25 देशों पर कर रहा राज, लेकिन पाकिस्तान में बैन
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Doraemon: दुनिया में है डोरेमोन का डंका, भारत ही नहीं 25 देशों पर कर रहा राज, लेकिन पाकिस्तान में बैन

Doraemon History: डोरेमोन फ्रेंचाइजी की लगभग 41 फीचर फिल्म्स, 2 स्पेशल फिल्म्स, 15 शॉर्ट फिल्म्स समेत कई छोटी-मोटी फिल्में अब तक रिलीज हो चुकी हैं.

Doraemon: दुनिया में है डोरेमोन का डंका, भारत ही नहीं 25 देशों पर कर रहा राज, लेकिन पाकिस्तान में बैन

Doraemon Cartoon Character: डोरेमोन हर बच्चों का चहेता करेक्टर बन चुका है. भारत में इस कार्टून करेक्टर का क्रेज बढ़ता ही जा रहा है. अगर में बच्चा है और अभिभावक उसे टीवी पर समय बिताने देते हैं, तो वो डोरेमोन को बेशक जानता होगा. डोरेमोन भारत में के साथ-साथ 25 देशों में बच्चों का फेवरेट कार्टून कैरेक्टर बन चुका है. हम किस डोरेमोन की बात कर रहे हैं... अगर आप अभी भी नहीं समझ पाएं हैं, तो आपको बता दें कि ये वही छोटी सी रोबोटिक बिल्ली है जिसके कान नहीं है और यह टीवी पर पाया जाने वाला 14 साल से कम उम्र तक के बच्चों का चहेता काल्पनिक कार्टून करेक्टर है. आइयो आपको बताते हैं डोरेमोन के बारे में सबकुछ.

नोबिता की मदद करने आया डोरेमोन

टीवी पर अक्सर दिखने वाली ये छोटी सी बिल्ली 54 साल की हो गई है. 1969 में डोरेमोन बच्चों के लिए रिलीज हुआ था. यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि असल में डोरेमोन अभी पैदा ही नहीं हुआ है क्योंकि ये फ्यूचर से साल 2112 से आया है. डोरेमोन की फ्यूचर से इतनी लंबी यात्रा करने के पीछे सिर्फ एक कारण है, और वो है नोबिता की मदद करना.

पॉपुलर कार्टून कैरेक्टर

डोरेमोन फ्रेंचाइजी की लगभग 41 फीचर फिल्म्स, 2 स्पेशल फिल्म्स, 15 शॉर्ट फिल्म्स समेत कई छोटी-मोटी फिल्में अब तक रिलीज हो चुकी हैं. डोरेमोन जापान में कॉमिक बुक का करेक्टर है जिसपर कहानियां बनती थीं. आज यह इतना हिट हो चुका है कि जापान ही नहीं कई देश में पॉपुलर कार्टून कैरेक्टर बन चुका है.

जापान सरकार ने दी नागरिकता

इस पॉपुलरटी इतनी बढ़ी कि जापान सरकार को इसके लिए एक बड़ा फैसला लेना पड़ा. जापान सरकार ने 2012 में डोरेमोन का बर्थडे सेलिब्रेट किया और इसे कावासाकी शहर की ऑफिशियल नागरिकता भी दी. कार्टून कैरेक्टर्स की दुनिया का डोरेमोन एकलौता करैक्टर जिसे देश की नागरिकता मिली हुई है.

कमाई का ग्राफ चौंका देगा

डोरेमोन की फीचर फिल्में दुनियाभर में अब तक 13 हजार करोड़ की कमाई कर चुकी हैं. डोरेमोन रॉयल्टी से 33 हजार करोड़ रुपये कमा चुका है. भारत में इसकी दीवानगी बढ़ती ही जा रही है, वतर्मान में यहां डोरेमोन को 48 करोड़ लोग देखते हैं. बच्चे ही नहीं बड़े और बूढ़े भी इस खूब पसंद करते हैं.

कैसे बना डोरेमोन करेक्टर?

बता दें कि डोरेमोन के राइटर फुजीको एफ फुजियो हैं. राइटर फुजीको मांगा मैगजीन (जापान की ग्राफिकल कॉमिक है) को नया कलेवर देना चाहते थे. इसके लिए वे एक नया करेक्टर तलाश रहे थे. एक दिन वे अपने घर के बाहर टहल रहे थे, इतने में उनके पैर में उनकी बेटी का खिलौना लगा. तभी उन्हें बिल्लियों के लड़ने की आवाज सुनाई दी.... यहां से उन्हें डोरेमोन बनाने की प्रेरणा मिली.

भारत कैसे आया डोरेमोन, पाकिस्तान में क्यों है बैन?

भारत में डोरेमोन की शुरुआत साल 2005 में हुई. इसके सबसे पहले डिज्नी इंडिया के हंगामा टीवी चैनल पर प्रदर्शित किया गया. डोरेमोन को दर्शकों का खूब प्यार मिला. देखते ही देखते यह भारत में सबसे पसंदीदा कार्टून करेक्टर बन गया. हंगामा टीवी के बाद इसे डिज्नी चैनल पर भी दिखाया जाने लगा. आज की तारीख में भारत में डोरेमोन के 48 करोड़ व्यूअर्स हैं. लेकिन पाकिस्तान में इसे बैन कर दिया गया है. पाकिस्तान का मानना है कि इस कार्टून करेक्टर की वजह से बच्चों पर बुरा असर पड़ रहा है.

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