TV Show Saans: नीना गुप्ता और कंवलजीत सिंह का टीवी शो 'सांस' की कहानी काफी अलग हुआ था करती थी, जिसको दर्शकों का सालों तक खूब प्यार मिला. शो में नजर आने वाले कलाकारों ने अपने शानदार प्रदर्शन से शो को हमेशा के लिए यादगार बना दिया. खास बात ये है कि इसकी कहानी नीना ने ही लिखा था.
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Old TV Show Saans: टीवी इंडस्ट्री से लेकर बॉलीवुड तक अपनी दमदार पहचान बनाने वाली और अपने अलग स्टाइल के लिए पसंद की जाने वाली नीना गुप्ता और कंवलजीत सिंह ने एक टीवी शो 'सांस' में साथ काम किया था. इस शो को खूब पसंद किया गया था. इस शो की खास बात ये थी कि इस शो की कहानी नीना गुप्ता ने लिखी थी और उन्होंने इस शो को डायरेक्ट भी किया था.
शो में नीना और कंवलजीत के अलावा कविता कपूर, शगुफ्ता अली, अशोक लोखंडे, सुष्मिता दान, भारती जाफरी, भरत कपूर, नीलिमा अज़ीम और राकेश पांडे जैसे कई और कलाकार नजर आए थे. इस शो की शुरुआत साल 1998 में हुई थी. हालांकि, इसके अलगे ही साल 1999 में इसको अचानक बंद कर दिया गया था, जिससे दर्शकों को खूब झटका लगा था, क्योंकि इस शो को दर्शकों का काफी अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा था. शो ने और इसमें नजर आने वाले किरदारों ने घर-घर में अपनी पहचान बना ली थी.
नीना गुप्ता का शो 'सांस'
इस शो की कहानी प्रिया और गौतम के इर्द-गिर्द घूमती है, जो दो बच्चों, अकुल और मीठी के साथ एक खुशहाल शादीशुदा जोड़ा हुआ करता था, लेकिन मनीषा से दोस्ती करने के बाद और इनकी जिंदगी में उसकी एंट्री होने के बाद सब गड़बड़ाने लगता है. मनीषा को गौतम से प्यार हो जाता है, जिसकी वजह से दोनों के बीच अफेयर हो जाता है और जब ये बात प्रिया को पता चलती है, तो ये प्रिया पर निर्भर करता है कि वो अपने पति को वापस लाइन में लाए या उससे अलग हो जाए, लेकिन वो अपने पति को वापस लाने की कोशिश में लग जाती है.
अचानक बंद हो गया था शो
शो की कहानी को दर्शकों का खूब प्यार मिला था. सालभर के अंदर इस शो के करीबन 179 एपिसोड आए थे. इतना ही नहीं, इस शो के लिए नीना गुप्ता ने 'सर्वश्रेष्ठ निर्देशक' का पुरस्कार जीता और कंवलजीत सिंह ने 'सर्वश्रेष्ठ अभिनेता' का पुरस्कार अपने नाम किया था. बता दें, सालों बाद नीना गुप्ता ने अपने एक इंटरव्यू में इस शो को याद करते हुए इस बात का खुलासा किया था कि ये शो अचानक बंद क्यों हो गया था. एक्ट्रेस ने बताया था कि ये एक शानदार शो था और ये सिर्फ इसलिए बंद हो गया, क्योंकि मैंने एक गलत आदमी पर आंख बंद कर भरोसा कर लिया था.