Gurpatwant Singh Pannun: अमेरिका और कनाडा के बीच खुलेआम घूमता है खालिस्तानी आतंकी गुरुपतवंत सिंह पन्नू? जानिए कैसे
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Gurpatwant Singh Pannun: अमेरिका और कनाडा के बीच खुलेआम घूमता है खालिस्तानी आतंकी गुरुपतवंत सिंह पन्नू? जानिए कैसे

US-Canada News: किसी भी देश की नागरिकता पाने के लिए काफी जद्दोजहद करनी पड़ती है. दोहरी नागरिकता का विषय हो तो मामला और संवेदनशील हो जाता है. हालांकि कई देश ऐसे हैं, जहां आसानी से दोहरी नागरिकता मिल जाती है. यहां बात खालिस्तानी आतंकी गुरुपतवंत सिंह पन्नू (Gurpatwant Singh Pannun) की जो आसानी से अमेरिका और कनाडा के बीच डोलता रहता है. 

Gurpatwant Singh Pannun: अमेरिका और कनाडा के बीच खुलेआम घूमता है खालिस्तानी आतंकी गुरुपतवंत सिंह पन्नू? जानिए कैसे

US Canada Double citizenship: अमेरिका की धरती पर खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू (Gurpatwant Singh Pannun) की हत्या की कथित साजिश रचने के आरोप में एक भारतीय नागरिक के खिलाफ केस दायर किया गया है. हालांकि, चार्जशीट में पन्नू के नाम के बजाय भारतीय मूल के एक अमेरिकी नागरिक का जिक्र है. क्या कनाडा के बाद अब अमेरिका कुछ खालिस्तानियों को स्पेशल ट्रीटमेंट दे रहा है? ऐसे में अब बात अमेरिका और कनाडा के उस समझौते की जिसकी वजह से खालिस्तानी आतंकवादी इधर से उधर भौरें की तरह डोलते हुए भारत विरोधी साजिशों का ताना बाना बुनते रहते हैं. 

कैसे इधर से उधर डोलता है पन्नू?

दुनिया के करीब 50% देशों में दोहरी नागरिकता का प्रावधान है जिनमें अमेरिका (US) भी शामिल है. हालांकि भारत इन देशों में शामिल नहीं है. अगर कोई भारतीय किसी दूसरे देश की नागरिकता लेता है तो उसकी भारत की नागरिकता खुद खत्म हो जाती है. क्योंकि हमारा संविधान इसकी इजाजत नहीं देता है. पन्नू अमेरिका से कनाडा के बीच इसलिए निर्विघ्न यात्रा कर रहा है क्योंकि उसके पास अमेरिका और कनाडा दोनों दोनों की नागरिकता है.

आतंकी पन्नू...अमेरिका का इतना 'सगा' कैसे हो गया?

ऐसा लगता है कि अमेरिका में कुछ लोग ट्रूडो के नक्शे कदम पर चलना चाहते हैं. ऐसे में ये जानना और भी जरूरी हो जाता है कि पन्नू अपनी मर्जी से कैसे उस अमेरिका में भी भारतीय नागरिकों को देख लेने का दावा करता है, जिसके बारे में अमेरिका लगातार कहता आया है, कि उसकी धरती का इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों के लिए नहीं हो सकता है.

हाल ही में अमेरिका ने भारत पर गंभीर आरोप लगाते हुए हत्या की साजिश रचने के आरोप में एक भारतीय को गिरफ्तार किया है. अमेरिका ने भारतीय नागरिक पर गंभीर आरोप लगाए हैं. कहा गया है कि उसने खालिस्तानी आतंकी पन्नू की हत्या की साजिश रची और अडवांस पेमेंट भी की थी. हालांकि अमेरिकी अफसरों ने भारतीय नागरिक की गिरफ्तारी को लेकर भारत सरकार को जानकारी दी है, जिसके बाद भारत ने जांच के लिए एक कमेटी बनाई है.

कनाडा से अमेरिका आने के लिए क्या कहता है कानून?

पन्नू के पास अमेरिका और कनाडा की दोहरी नागरिकता है जो उसे घूमने की आजादी देती है. आपको बताते चलें कि 'canada.ca' की एक रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका में प्रवेश करने के लिए, आपके पास वैध कनाडाई पासपोर्ट या नेक्सस कार्ड के साथ अपनी कनाडाई नागरिकता का प्रमाण देना पड़ता है.

नेक्सस कार्ड एक फास्ट-ट्रैक प्रोग्राम है जिसे कम जोखिम वाले, पूर्व-अनुमोदित यात्रियों के लिए कनाडा और अमेरिका के बीच सीमा पार करने की गति तेज करने के लिए डिज़ाइन किया गया है. नेक्सस सदस्यता पांच साल के लिए वैध होता है. 18 साल से अधिक उम्र के यात्रियों के लिए बस 50 अमेरिकी डॉलर की फीस पर इसका आवेदन किया जा सकता है. कुछ ट्रैवल क्रेडिट कार्ड नेक्सस एप्लिकेश फीस की लागत के लिए क्रेडिट भी प्रदान करते हैं. कनाडा बॉर्डर क्रॉसिंग एजेंसी उन स्थानों की एक सूची प्रदान करती है जहां आप अपने नेक्सस कार्ड का उपयोग कर सकते हैं, जिसमें 9 इंटरनेशनल एयरपोर्ट, 8 प्रमुख कनाडाई एयरपोर्ट, 21 भूमि-सीमा क्रॉसिंग और 396 समुद्री रिपोर्टिंग सेंटर शामिल हैं.

जाहिर है कि ये सब औपचारिकताएं पूरी करने के बाद गुरुपतवंत सिंह पन्नू जैसे किसी भी शख्स के लिए कनाडा से अमेरिका की आवाजाही आसान हो जाती है. हालांकि अलग-अलग देशों में दूसरी नागरिकता प्रदान करने के लिए अलग-अलग नियम और प्रक्रियाएं हैं. ऐसे में कुछ देशों में नागरिकता प्राप्त करना आसान है, जबकि अन्य के लिए यह कठिन है. 

'द ट्रैवल डॉट कॉम' की रिपोर्ट के मुताबिक विदेशियों के प्रति अपनी बेहतर नीतियों के कारण कनाडा में कई विदेशी नागरिक हैं. जिसका फायदा पन्नू जैसे आतंकी उठाते हैं. वो इन देशों में कानून से बचने का रास्ता निकाल लेते हैं. एक आवेदक को अंग्रेजी भाषा में संवाद करने में दक्ष होना चाहिए 

क्या होती है दोहरी नागरिकता?

कारोबारी, वैज्ञानिक और टेक एक्सपर्ट सुविधाओं के लिए दूसरे देशों में जाते हैं. बहुत से लोग दोहरी नागरिकता की अपेक्षा रखते हैं. जिन्हें ये दोहरी नागरिकता मिल जाती है वो एक साथ दो देशों के नागरिक बन जाते हैं. वो वोट दे सकते हैं. टैक्स देते हैं और सारी सुविधाएं ले सकते हैं. हालांकि ये तभी संभव है जब दो देशों के लिए इस पर समझौता हुआ हो. दोनों देश ऐसे नागरिकों के अधिकारों और कर्तव्यों को लेकर बिलकुल क्लियर हों. दोहरी नागरिकता विवाह के माध्यम से आसानी से प्राप्त की जा सकती है.

दोहरी नागरिकता के फायदे और नुकसान

फायदे- दोहरी नागरिकता वाले लोग एक साथ दो देशों के नगरिक होते हैं. हालांकि ये तभी संभव है जब दो देशों के लिए इस पर स्पष्ट समझौता हुआ हो. यानी दोनों देश ऐसे नागरिकों के अधिकारों और कर्तव्यों को लेकर बिलकुल क्लियर हों. आवेदन की शर्तें पूरा होने पर नई नागरिकता वाले देश के सभी अधिकार मिल जाते हैं. दोहरी नागरिकता रखने वाले लोगों को दोनों देशों की स्वास्थ्य सुविधाओं का भी फायदा मिलता है.

पढ़ाई के लिए वहां के कॉलेज में दाखिला ले सकते हैं. उनके लिए वर्क वीजा की जरूरत नहीं पड़ती. इसी तरह नई नौकरी पाने में आसानी होती है. अमेरिका में दोहरी नागरिकता वाला अपने परिजनों को ग्रीन कार्ड दिला सकता है. अगर किसी के पास अमेरिका की दोहरी नागरिकता है, तो वह करीब 186 देशों में बिना वीजा (वीजा फ्री) ट्रैवल कर सकता है.

नुकसान - इसका एक नुकसान ये है कि इसे पाने की प्रकिया जटिल और महंगी और काफी टाइम टेकिंग होती है.

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