Israel Iran Conflict: जंग के खुले मैदान में कैसे आ खड़े हुए इजराइल-ईरान? अंदर की लड़ाई बाहर कैसे आई
Advertisement

Israel Iran Conflict: जंग के खुले मैदान में कैसे आ खड़े हुए इजराइल-ईरान? अंदर की लड़ाई बाहर कैसे आई

Israel Iran Enmity Reason: ईरान ने साफ किया है कि अगर इजराइल बदला लेने की गलती करता है तो उसका जवाब पहले से भी ज्यादा कड़े अंदाज में दिया जाएगा. वहीं, UNSC ने कहा कि दोनों देशों से शांति बनाए रखने को कहा है. मिडिल ईस्ट में तनाव रोकने का समय आ गया है.

Israel Iran Conflict: जंग के खुले मैदान में कैसे आ खड़े हुए इजराइल-ईरान? अंदर की लड़ाई बाहर कैसे आई

Iran Israel Conflict In Hindi: ईरान और इजराइल के बीच तनाव कायम है. मिडिल-ईस्ट में हालात बिगड़ने की आशंका से पूरी दुनिया टेंशन में है. इजराइल (Israel) पर ड्रोन और मिसाइलों से ईरान के सीधे हमले ने आग को भड़का दिया है. सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या इजराइल हमले का बदला लेगा? क्या ईरान (Iran) के खिलाफ इजराइल कार्रवाई करेगा? इन तमाम सवालों के बीच ही अमेरिका ने साफ किया है कि अगर इजराइल ने ईरान के खिलाफ जवाबी कार्रवाई को तो वो शामिल नहीं होगा. हालांकि, सुरक्षा के मामले में अमेरिका ने इजराइल की मदद जारी रखने की बात कही है. इस बीच, सबसे बड़ी टेंशन की बात है कि ईरान और इजराइल का विवाद जो अब तक एक-दूसरे के कंधे पर बंदूक रखकर चल रहा था वह ड्रोन और मिसाइलों के हमले के बाद खुले में हो गया है.

पूरी दुनिया के लिए बजी खतरे की घंटी

जहां एक तरफ इजराइल, ईरान के बीच तनाव है तो वहीं इजरायल ने गाजा पर चल रहे अपने ऑपरेशन को नहीं रोका है. इजराइल डिफेंस फोर्सेज ने साफ किया है कि गाजा का ऑपरेशन पहले की ही तरह जारी है. ईरान के हमले ने मिडिल ईस्ट ही नहीं पूरी दुनिया के लिए खतरे की घंटी बजा दी है. ईरानी हमले के बाद अब निगाहें इजराइल के अगले कदम पर हैं. इजराइल पहले ही हमास के साथ जंग लड़ रहा है. ऐसे में ईरान के खिलाफ वो क्या एक्शन लेगा इसे लेकर पूरी दुनिया उलझन में है. मौजूदा संकट को लेकर UNSC में भी चर्चा की गई.

ये भी पढ़ें- ना हमास, ना ईरान, इस खूंखार संगठन ने किया इजराइल की नाक में दम! जानिए कैसे?

ईरान ने इजराइल पर बरसाया बारूद

इजराइल की सीमा में ईरान ने बारूद बरसाया, जिसके बाद तनाव काफी ज्यादा है. इजराइल की ओर से इस हमले का बदला लेने के संकेत मिल रहे हैं. इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि इजराइल मजबूत है, IDF मजबूत है, जनता मजबूत है. हम इजराइल के पक्ष में अमेरिका के साथ-साथ ब्रिटेन, फ्रांस और कई अन्य देशों के समर्थन की सराहना करते हैं. मैंने साफ कहा है कि जो भी हम पर हमला करेगा, हम उस पर हमला करेंगे. हम हर खतरे से अपना बचाव करेंगे और हम यह काम शांति और दृढ़ संकल्प के साथ करेंगे.

क्या ईरान से बदला लेगा इजराइल?

इजराइल बदला लेने की तैयारी में है जबकि ईरान ने अपने हमलों को दमिश्क पर हुए अटैक का हिसाब बराबर करने वाला कदम बताया है. साथ ही इजराइल समेत पूरी दुनिया को अंजाम भुगतने की चेतावनी भी दी है. ईरान के ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ मोहम्मद बघेरी ने कहा कि हमारे हिसाब से ये ऑपरेशन खत्म हो चुका है और अब ऑपरेशन जारी रखने का कोई प्लान नहीं है. लेकिन अगर इजराइल ने इस्लामिक गणराज्य के खिलाफ कोई कार्रवाई की, चाहे हमारी धरती पर या सीरिया या दूसरी जगहों पर हमसे संबंधित ठिकानों पर तो हमारा अगला ऑपरेशन बहुत बड़ा होगा.

ये भी पढ़ें- अगर इजरायल-ईरान के बीच छिड़ गई जंग तो कौन सा देश किसका देगा साथ?

इजराइल-ईरान तनाव पर अमेरिका का रुख

मिडिल ईस्ट के हालात तनावपूर्ण हैं. गाजा पट्टी पहले ही खंडहर हो चुकी है. इन हालात के बीच ईरान और इजराइल का टकराव नई मुसीबत खड़ी कर सकता है. महायुद्ध की आहट के बीच ही अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपना रुख साफ कर दिया है. बाइडेन ने कहा है कि अगर इजराइल, ईरान के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करने का फैसला करता है तो जवाबी हमले में हिस्सा नहीं लेगा.

क्या विवाद में पड़ना चाहेगा अमेरिका?

अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा संचार सलाहकार जॉन किर्बी ने कहा कि अब, इजराइली क्या करेंगे और कैसे प्रतिक्रिया देंगे, ये उन पर निर्भर करेगा. हम इसे समझते हैं और इसका सम्मान करते हैं. लेकिन राष्ट्रपति जो बाइडेन बहुत स्पष्ट रहे हैं. हम ईरान के साथ युद्ध नहीं चाहते. हम यहां तनाव बढ़ाने की कोशिश नहीं कर रहे हैं.

मिडिल ईस्ट में महायुद्ध की आहट

गौरतलब है कि युद्ध अगर आगे बढ़ा तो इसके नतीजे घातक होंगे ये अंदाजा पूरी दुनिया को है. लेकिन अमेरिका, ब्रिटेन, जॉर्डन, जर्मनी, इटली समेत ज्यादातर देश इजराइल का समर्थन कर रहे हैं. हालांकि युद्ध हुआ तो इजराइल की मदद के लिए कोई सेना भेजेगा या नहीं इस पर अभी कुछ नहीं कहा जा सकता मगर इजराइल अपनी पूरी तैयारी कर रहा है.

वहीं, इजराइली सेना के प्रवक्ता रियर एडमिरल डेनियल हगारी ने कहा कि बीती रात जो हुआ वो इस बात का प्रमाण है कि ईरान तनाव बढ़ाना चाहता है. ईरान ने इजराइल की ओर 350 से ज्यादा बैलिस्टिक मिसाइलें, क्रूज मिसाइलें, रॉकेट और आत्मघाती ड्रोन लॉन्च किए. जिससे क्षेत्र के दूसरे देशों को भी खतरा हो सकता था. ईरान सिर्फ इजराइल के लिए ही नहीं बल्कि पूरे मध्य पूर्व के लिए खतरा है.

ईरान के हमले के बाद मिडिल ईस्ट के हालत बिगड़े हैं इससे इनकार नहीं किया जा सकता. अब सवाल है कि मामला यहीं रुक जाएगा या चुनौतियां और बढ़ेंगी. क्योंकि इजराइल जिस तरह तेवर दिखा रहा है उससे पूरी दुनिया के सामने नया संकट खड़ा होने के पूरे आसार हैं.

Trending news