Maharashtra Assembly Elections 2024: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में शिवसेना (यूबीटी) के नेता आदित्य ठाकरे ने वर्ली विधानसभा क्षेत्र से अपना नामांकन दाखिल किया. अब शिवसेना मुंबई और महाराष्ट्र के कद्दावर नेता मिलिंद देवड़ा को वर्ली से ही मैदान में उतारकर ठाकरे परिवार को चुनौती दे रही है.
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Aaditya Thackeray Vs Milind Deora: महाराष्ट्र चुनाव में इस बार शिवसेना बनाम शिवसेना की लड़ाई ने ठाकरे परिवार के उत्तराधिकारी आदित्य ठाकरे के लिए बड़ी मुश्किल खड़ी कर दी है. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले शिवसेना गुट ने विधानसभा चुनाव के लिए आदित्य ठाकरे को उनकी वर्ली सीट पर ही पूरी तरह से घेरने की कोशिश की है. शिंदे सेना ने इस सीट पर पूर्व कांग्रेसी दिग्गज और मौजूदा राज्यसभा सांसद मिलिंद देवड़ा को मैदान में उतार दिया है.
शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने उसी निर्वाचन क्षेत्र के लिए गुरुवार को ही अपना नामांकन दाखिल किया है. शिवसेना के दो गुटों के नेताओं मिलिंद देवड़ा और आदित्य ठाकरे को वर्ली सीट पर राज्य की तीसरी सेना यानी राज ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के उम्मीदवार संदीप देशपांडे से भी निपटना होगा.
मिलिंद देवड़ा ने टिकट के लिए जताया सीएम एकनाथ शिंदे का आभार
मिलिंद देवड़ा ने एक्स पर पोस्ट कर वर्ली से टिकट देने के लिए सीएम शिंदे का आभार जताया. उन्होंने लिखा कि मुख्यमंत्री शिंदे का मानना है कि वर्ली और वर्लीकर के लिए काफ़ी समय से न्याय लंबित है. हम साथ मिलकर आगे का रास्ता तैयार कर रहे हैं और जल्द ही अपना दृष्टिकोण साझा करेंगे. अब वर्ली की बारी है!
Chief Minister @mieknathshinde ji believes that justice for #Worli & Worlikars is long overdue.
Together, we're paving the way forward & will share our vision soon.
It’s Worli NOW!
— Milind Deora | मिलिंद देवरा ☮️ (@milinddeora) October 25, 2024
लोकसभा चुनाव में देवड़ा ने वर्ली में छुड़ाए ठाकरे परिवार की पसीने
इस साल की शुरुआत में कांग्रेस छोड़कर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना में शामिल हुए मिलिंद देवड़ा वर्तमान में राज्यसभा सदस्य हैं. वह दक्षिण मुंबई सीट से तीन बार सांसद रह चुके हैं. मिलिंद देवड़ा को लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान वर्ली को संभालने का काम सौंपा गया था. आदित्य ठाकरे का निर्वाचन क्षेत्र होने के बावजूद, वर्ली विधानसभा में शिवसेना (यूबीटी) को मात्र 6500 वोटों की बढ़त मिली थी. वहीं, इस बार आदित्य के लिए चुनौती और ज्यादा बढ़ गई है.
वर्ली में आदित्य के खिलाफ अपना प्रभाव जमा सकते हैं मिलिंद देवड़ा
सूत्रों के अनुसार, एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना का मानना है कि मिलिंद देवड़ा वर्ली में प्रभाव जमा सकते हैं. वह क्षेत्र के मध्यम वर्ग के मराठी, मछुआरों और निर्वाचन क्षेत्र में रहने वाले संपन्न लोगों के समूह को अपनी ओर आकर्षित कर सकते हैं. आदित्य ठाकरे के खिलाफ अपनी पार्टी का उम्मीदवार के तौर पर शिंदे ने देवड़ा के अलावा, मराठी अभिनेता सुशांत शेलार और भाजपा प्रवक्ता शाइना एनसी जैसे कई और नामों पर भी विचार किया था.
आदित्य ठाकरे की गिरगांव रैली के कारण ही देवड़ा ने छोड़ी थी कांग्रेस
महाराष्ट्र में माना जाता है कि दक्षिण मुंबई के गिरगांव में शिवसेना नेता और एमवीए सरकार में तत्कालीन मंत्री आदित्य ठाकरे की रैली के कारण ही गांधी परिवार के पारिवारिक मित्र मिलिंद देवड़ा को जनवरी 2024 में कांग्रेस छोड़नी पड़ी थी. इसके बाद राज्य में चर्चा तेज हो गई थी कि मिलिंद देवड़ा ने पेन (व्यक्तिगत हमले, अन्याय और नकारात्मकता) की राजनीति के बजाय गेन (विकास, आकांक्षा, समावेशिता और राष्ट्रवाद) की राजनीति करने पर ध्यान अपना लगाया था.
वर्ली विधानसभा से अपना नामांकन दाखिल कर चुके हैं आदित्य ठाकरे
वर्ली विधानसभा सीट से दूसरी बार अपना नामांकन दाखिल करने के दौरान आदित्य ठाकरे ने कहा था कि उन्हें पूरा भरोसा है कि जनता उन्हें आशीर्वाद देगी. उन्होंने कहा, "मुझे पूरा भरोसा है कि जनता मुझे आशीर्वाद देगी, क्योंकि हम महाराष्ट्र में सरकार बनाने जा रहे हैं और यह पक्का है. जैसा कि आप देख सकते हैं, यह माहौल बहुत अच्छा है, आप देख सकते हैं कि लोग मुझे कितना प्यार दे रहे हैं और इसी के साथ मैं अपना नामांकन दाखिल कर रहा हूं."
वर्ली से मौजूदा विधायक हैं शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव के बेटे आदित्य
शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे वर्ली से मौजूदा विधायक हैं और 2019 में उन्होंने यहीं से जीत दर्ज की थी. शिवसेना (UBT) नेता अरविंद सावंत ने भी वर्ली सीट से आदित्य ठाकरे की जीत पर भरोसा जताया. सावंत ने कहा, "उनका (आदित्य ठाकरे) नाम नया नहीं है. पूरा महाराष्ट्र उन्हें जानता है और उन्हें पूरे देश और यहां तक कि विदेशों में भी जाना जाता है. उनके द्वारा किए गए काम इतने महत्वपूर्ण हैं कि हर कोई उनकी तारीफ करता है और वे लोगों के दिलों में हैं."
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति और महा विकास अघाड़ी में मुकाबला
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन और विपक्षी महा विकास अघाड़ी (MVA) के बीच सीधा मुकाबला होने वाला है. एमवीए में शिवसेना (UBT), NCP (शरद पवार गुट) और कांग्रेस शामिल हैं. वहीं, भाजपा, शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) और अजीत पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन का हिस्सा है. दोनों गठबंधनों ने राज्य की 288 विधानसभा सीटों के लिए आगामी चुनावों के लिए अपनी तैयारियों के साथ ही जीत का दावा किया है.
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महाराष्ट्र की सभी सीटों पर 20 नवंबर को मतदान, 23 नवंबर को होगी मतगणना
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए एक ही चरण में 20 नवंबर को सभी 288 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए मतदान किया जाएगा. मतगणना 23 नवंबर को होगी. इसके बाद चुनाव के नतीजे जारी किए जाएंगे. महाराष्ट्र में 2019 के विधानसभा चुनावों में, भाजपा ने 105 सीटें, शिवसेना ने 56 और कांग्रेस ने 44 सीटें जीती थीं. इससे पहले 2014 के चुनाव में, भाजपा ने 122 सीटें, शिवसेना ने 63 और कांग्रेस ने 42 सीटें हासिल की थीं.
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