सर्दी और खांसी होने पर आप लौंग, काली मिर्च और दालचीनी जैसी चीजों का काढ़ा और चाय बनाकर पी सकते हैं. इससे आपकी इम्युनिटी स्ट्रॉन्ग होती है.
बारिश के मौसम में ज्यादा तली-भुनी चीजें खाने से कई बार डाइजेशन बिगड़ जाता है. इस दिक्कत को दूर करने के लिए भी गरम मसालों का सेवन कर सकते हैं. इसमें मौजूद फाइबर पेट की दिक्कतों को दूर करता है. ये कब्ज की समस्या में भी काम करता है.
गरम मसालों में एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं, जिसकी वजह से ये दर्द और सूजन को कम करते हैं. ये शरीर का पुराना दर्द दूर करने में भी मदद करते हैं. पेट की सूजन को कम करने के लिए भी गरम मसालों का इस्तेमाल किया जा सकता है.
डायबिटीज में भी इसका इस्तेमाल फायदेमंद होता है. गरम मसालों में जीरा होता है, जो एक सक्रिय एंटी-डायबिटिक एजेंट है. ये डायबिटीज के लक्षणों को कम करने का काम करता है.
गरम मसालों की तासीर गर्म होती है, इसलिए ज्यादा मात्रा में और लगातार गरम मसाले का सेवन नुकसान पहुंचा सकता है. इससे पाइल्स, सीने में जलन, एसिडिटी, पेट में जलन जैसी दिक्कतें हो सकती हैं.
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