Risk Of Dietary Supplement: डायट्री सप्लीमेंट का चलन काफी बढ़ गया है. लेकिन इसका ज्यादा सेवन हेल्थ को बिगाड़ सकता है. हाली में जापान में इसके सेवन से दो लोगों की मौत और सात लोग अस्पताल में भर्ती हो चुके हैं.
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जापानी अधिकारियों ने बुधवार को दवा निर्माता कोबायाशी फार्मास्युटिकल को दो मौत होने के बाद रेड यीस्ट राइस, या बेनी कोजी वाले तीन डायट्री सप्लीमेंट को वापस लेने का आदेश दिया है. रॉयटर्स में छपी खबर के अनुसार, सरकार ने कहा कि 100 से अधिक लोगों को सप्लीमेंट लेने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
लोगों ने यह सप्लीमेंट कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम करने के लिए खाया था. वहीं, ओसाका स्थित दवा निर्माता ने कहा कि वह सप्लीमेंट का किडनी पर होने वाले प्रभावों की जांच कर रहे हैं. ऐसे में यह समझना जरूरी है कि क्या डायट्री सप्लीमेंट हेल्थ के लिए सेफ है? और क्या इसे सभी व्यक्ति खा सकते हैं? इस लेख में हम आपको डायट्री सप्लीमेंट से जुड़े ऐसे ही कुछ जरूरी सवालों के जवाब यहां बता रहे हैं.
क्या डायट्री सप्लीमेंट लेना जरूरी है?
सप्लीमेंट हेल्दी डाइट को सपोर्ट करने के मकसद से तैयार किए जाते हैं, लेकिन यह नेचुरल फूड्स की जगह नहीं ले सकते हैं. इसे खाने की सलाह तब दी जाती है जब बॉडी में पोषक तत्व की कमी ज्यादा हो जाती है. इसका सेवन हमेशा डॉक्टर के परामर्श से ही शुरू करना सेहतमंद होता है. क्योंकि ज्यादा डायट्री सप्लीमेंट का ज्यादा डोज सीरियस हेल्थ प्रॉब्लम से जुड़ा होता है.
क्या डायट्री सप्लीमेंट हेल्थ पूरी तरह सेफ है
अमेरिकन कैंसर सोसायटी के अनुसार, डायट्री सप्लीमेंट्स के साइड इफेक्ट्स की संभावना आमतौर पर तब ज्यादा हो जाती है जब इसका सेवन ज्यादा या फिर दवा के विकल्प के रूप में करते हैं. कुछ सप्लीमेंट्स को दवाओं के साथ खाने से भी हेल्थ कॉम्प्लिकेशन हो सकते हैं.
क्या फूड सप्लीमेंट किडनी के लिए सेफ है?
नेशनल किडनी फाउंडेशन के अनुसार, यदि आपको गुर्दे की बीमारी है तो आपको कुछ विटामिन और खनिजों के सेवन से बचने की आवश्यकता है. इनमें विटामिन ए, ई और के मुख्य रूप से शामिल हैं. ये विटामिन बॉडी में बहुत तेजी से जमा होते हैं. इसकी ज्यादा मात्रा होने पर चक्कर आना, मतली और यहां तक कि मृत्यु होने का भी खतरा होता है.
सप्लीमेंट्स को लेकर फैली हैं यह गलत अवधारणा
कई लोग सप्लीमेंट्स को नेचुरल मानकर दवा से ज्यादा फायदेमंद और सेफ मानते हैं, जो एक गलत धारणा है. क्योंकि गलत तरीके नेचुरल चीजों का सेवन भी सेहत के लिए हानिकारक होता है. इसके अलावा कुछ विटामिन को लेकर यह भी मिथ है कि इसे ज्यादा खाने से बीमारी ठीक हो सकती है. जबकि यह किसी भी रिसर्च साबित नहीं हुआ है.