Health Benefits Of Ghee: आयुर्वेद में नाभि में घी लगाने के कई फायदे बताए गए हैं. इसमे सिर्फ शारीरिक ही नहीं, बल्कि मानसिक सेहत भी दुरुस्त होती है.
Trending Photos
घी भारतीय रसोई में इस्तेमाल होना एक अहम खाद्य पदार्थ है, जिसे आयुर्वेद में सालों से औषधी के रूप में भी उपयोग किया जाते रहा है. क्योंकि घी न सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ाता है, बल्कि इससे कई सेहत से जुड़ी समस्याएं भी ठीक होती है.
खासतौर पर यदि आपकी तबीयत ठंड के दिनों में बार-बार खराब होती है, तो रोज नहाने से पहले नाभि में घी लगाना बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है. नाभि पर घी लगाने की प्रथा आयुर्वेदिक चिकित्सा के समय से चलती आ रही है. दरअसल, नाभि शरीर का केंद्र बिंदु है, और इसके माध्यम से कई तंत्रिकाएं और ऊर्जा धाराएं जुड़ी होती हैं. ऐसे में नाभि में घी लगाने से इसमें मौजूद पोषक तत्व और लाभकारी गुण शरीर के कोने-कोने तक पहुंचते हैं. यहां आप इससे होने वाले कुछ फायदों के बारे में जान सकते हैं-
इसे भी पढ़ें- ठंड में डायबिटीज मरीज न होने दें विटामिन डी की कमी, परेशानियों का लग जाएगा अंबार
नाभि में घी लगाने के फायदे
- घी नेचुरल मॉइस्चराइजर है जो त्वचा को हाइड्रेट करता है. ऐसे में नाभि पर घी लगाने से त्वचा में नमी बनी रहती है, जिससे ड्राईनेस और खुजली की समस्या दूर होती है. यह सूखी त्वचा को नरम और कोमल बनाता है.
- आयुर्वेद के अनुसार, नाभि पर घी लगाने से डाइजेशन सिस्टम बेहतर तरीके से काम कर पाता है. यह आंतों में अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ावा देता है और पाचन को सुचारू बनाता है. इससे कब्ज और अन्य पाचन संबंधी समस्याएं भी कम होती हैं.
इसे भी पढ़ें- Kabj Ka Ilaj: पेट साफ करने के लिए घंटों टॉयलेट में बैठना पड़ता है? कब्ज के इन रामबाण तरीकों से मिल सकता है आराम
- सर्दियों में, नाभि पर घी लगाने से शरीर में गर्मी बनी रहती है. यह शरीर को ठंड से बचाता है और इम्यूनिटी को मजबूत करता है. घी के पोषण तत्व सर्दियों में विशेष रूप से फायदेमंद होते हैं.
- घी में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो मानसिक तनाव और चिंता को कम करने में मदद करते हैं. नाभि पर घी लगाने से शरीर में एक प्रकार की शांति का अनुभव होता है, जिससे मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है.
- नाभि पर घी लगाने से ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होता है. यह अंगों को उचित पोषण प्रदान करता है और ऊर्जा के स्तर को बढ़ाता है. बेहतर रक्त संचार से शरीर में ऊर्जा का प्रवाह सुचारू होता है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.