फेफड़े यानी कि लंग्स (Lungs) जो कि शरीर का एक बहुत अहम हिस्सा है. फेफड़ों के अस्वस्थ रहने पर कई बीमारियां हो सकती है जैसे अस्थमा (Asthma), ब्रोंकाइटिस (Bronchitis), निमोनिया (Pneumonia), टीबी (Tuberculosis), फेफड़ों का कैंसर (Lungs Cancer) आदि.
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नई दिल्ली: फेफड़े यानी कि लंग्स (Lungs) जो कि शरीर का एक बहुत अहम हिस्सा है. फेफड़ों के अस्वस्थ रहने पर कई बीमारियां हो सकती है जैसे अस्थमा (Asthma), ब्रोंकाइटिस (Bronchitis), निमोनिया (Pneumonia), टीबी (Tuberculosis), फेफड़ों का कैंसर (Lungs Cancer) आदि. इसलिए फेफड़ों की सेहत का ध्यान रखना भी बहुत जरूरी है. आपके फेफड़े की कार्यक्षमता निर्धारित है कि आपके शरीर की श्वसन प्रणाली कैसी होगी. वहीं कोरोनावायरस जो कि फेफड़ों पर सबसे पहले हमला करता है, इसके लिए सबसे जरूरी है कि आप अपने फेफड़ों को मजबूत बनाएं. ताकि आप जल्दी से किसी संक्रमण का शिकार न हो जाएं. अपने फेफड़ों की क्षमता बढ़ाने और इन्हें मजबूत बनाने के लिए आप ब्रीदिंग एक्सरसाइज एक्सरसाइज (exercises for strong lungs) की मदद ले सकते हैं. ये 3 ब्रीदिंग एक्सरसाइज आपके फेफड़े की क्षमता में सुधार कर सकते हैं.
1. रिब स्ट्रेचिंग (Rib Stretching)
-रिब स्ट्रेचिंग फेफड़ों की कार्यशैली को बेहतर बनाने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. इस अभ्यास के लिए, आपको सीधे खड़े होंना है और तब तक सांस छोड़ना है जब तक कि आपके फेफड़े खाली न हों.
-आप फिर धीरे-धीरे सांस लेंगे, जितना संभव हो सके अपने फेफड़ों को भरें. 20 सेकंड के लिए, या जब तक आप सक्षम हैं, तब तक अपनी सांस रोककर रखें.
-जब आप गिनती कर रहे हों, तो अपने हाथों को अपने कूल्हों पर रखें, आपके अंगूठे आगे की ओर और आपकी पिंकी उंगलियां आपकी पीठ के छोटे हिस्से को छूती हुई सी रखें.
-एक बार जब आप अपनी सांस को 20 सेकंड तक रोक कर रखें, तो धीरे-धीरे सांस छोड़ें और आराम की स्थिति में लौट आएं. इसे 3 बार दोहराएं.
2. उदर श्वास (Abdominal Breathing)
-इस अभ्यास के लिए, आप अपनी पीठ पर एक आरामदायक स्थिति में लेट जाएंगे. पीठ को गद्दी देने के लिए आप एक योगा मैट या सॉफ्ट पैड का उपयोग कर सकते हैं या फिर आप ऐसा सुबह या शाम को बिस्तर पर लेट कर कर सकते हैं.
-शुरू करने के लिए, अपने पेट पर एक हाथ और अपनी छाती पर एक हाथ आराम करें. धीरे-धीरे सांस लें जब तक कि आप महसूस न करें कि आपका पेट आपकी छाती से अधिक ऊंचा न हो जाए.
-अपने मुंह से सांस छोड़ें, और फिर अपनी नाक के माध्यम से फिर से सांस लें, अपने पेट को हर बार उठाने की कोशिश करते रहें.
-यदि संभव हो, तो अपनी सांस 7 सेकंड के लिए रोकें, और 8 सेकंड के लिए सांस छोड़ें. अब अपने पेट की मांसपेशियों को अपने फेफड़ों से हवा को बाहर निकालने के लिए छोडे दें.
-इसे 5 बार दोहराएं.
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3. पुशिंग ऑउट (Pushing Out)
-इस अभ्यास के लिए, आप अपने घुटनों के बल आराम से खड़े होंगे. धीरे-धीरे कमर पर झुकें, अपने फेफड़ों से हवा को बाहर धकेलें. फिर, धीरे-धीरे सीधे सीधे खड़े रहें और तब तक श्वास लें जब तक कि आपके फेफड़े अधिकतम क्षमता से न भर जाएं.
-20 सेकंड के लिए या जितनी देर तक आप कर सकते हैं, अपनी सांस रोककर रखें. अपनी सांस को रोकते हुए, धीरे से अपनी बाहों को अपने सिर के ऊपर उठाएं.
-एक बार जब आप गिनती पूरी कर लेते हैं, तो धीरे-धीरे अपनी बाहों को नीचे लाएं और पूरे मुंह में सांस छोड़ें, आराम की स्थिति में वापस आ जाएं.
- इसे 4 बार दोहराएं.
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