कहते हैं कि बैठे-बिठाए चर्बी बढ़ती है, तो क्या खड़े रहने से घट भी सकती है? ये सवाल हमेशा से परेशान करता रहा है. तो चलिए जानते हैं क्या है इसका जवाब.
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कहते हैं कि बैठे-बिठाए चर्बी बढ़ती है, तो क्या खड़े रहने से घट भी सकती है? ये सवाल हमेशा से परेशान करता रहा है. वैसे तो जवाब है हां, लेकिन इतना सीधा-साधा भी नहीं है! हाल ही में हुए शोध बताते हैं कि खड़े रहकर बैठने से कुछ ज्यादा कैलोरी जरूर जलती हैं, लेकिन ये अंतर बहुत ज्यादा नहीं है.
अन्य शोधों के मुताबिक, एक घंटे में बैठने से करीब 65-85 कैलोरी जलती है, जबकि खड़े रहने से 70-95 कैलोरी. यानी हर घंटे का फर्क केवल 5-10 कैलोरी का होता है. हालांकि, ये मामूली अंतर भी समय के साथ बड़ा हो सकता है. उदाहरण के लिए, अगर आप रोज तीन घंटे बैठने की जगह तीन घंटे खड़े रहेंगे, तो 15-30 कैलोरी ज्यादा बर्न कर सकते हैं.
खड़े होकर कैसे बर्न करें ज्यादा कैलोरी
तो समझ गए न? खड़े रहने से कुछ ज्यादा कैलोरी बर्न होती है, लेकिन ये तभी कारगर है जब इसे लंबे समय तक किया जाए. वैसे भी, कैलोरी बर्न होने का ये अंतर उतना अहम नहीं है जितना हम सोचते हैं. सवाल ये है कि क्या केवल खड़े रहना ही काफी है? जी नहीं! सिर्फ खड़े रहने से वजन घटाने का सपना देखना बेमानी है. कैलोरी बर्न पर असर डालने वाले कई और फैक्टर होते हैं, जैसे आपका मेटाबॉलिज्म, उम्र, वजन और ओवरऑल हेल्थ. यहां तक कि बैठे हुए भी शरीर कुछ जरूरी काम करता रहता है, जैसे ब्लड सर्कुलेशन और पॉश्चर मेंटेनेंस, जिनमें भी थोड़ी-बहुत कैलोरी खर्च होती है.
एक्सरसाइज और मूवमेंट भी जरूरी
केवल खड़े रहने की जगह बेहतर तरीका है अपने रूटीन में नियमित एक्सरसाइज और मूवमेंट शामिल करना. खड़े रहने का समय धीरे-धीरे बढ़ाएं, हर आधे घंटे के बाद एक मिनट खड़े हो जाएं. साथ ही, दिन भर एक्टिव रहने की कोशिश करें, सीढ़ियां चढ़ें, छोटे-मोटे काम खड़े होकर करें.
याद रखें, सिर्फ खड़े रहने से वजन कम नहीं होगा, लेकिन इसे अपनी डेली लाइफस्टाइल में शामिल कर आप कैलोरी बर्न की प्रक्रिया को जरूर गति दे सकते हैं. संतुलित खान-पान, नियमित एक्सरसाइज और सक्रियता के साथ मिलकर खड़े रहना आपके हेल्थ गोल को हासिल करने में अहम भूमिका निभा सकता है. तो खड़े हो जाइए और हल्के-फुल्के कदमों से बढ़ते हुए अपने हेल्थ गोल का पीछा करें.