ब्रेस्ट कैंसर बना फेमिना मिस इंडिया त्रिपुरा रिंकी चकमा की मौत की वजह, ब्रेन तक फैल गई थी बीमारी; इलाज से बेहतर बचाव
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ब्रेस्ट कैंसर बना फेमिना मिस इंडिया त्रिपुरा रिंकी चकमा की मौत की वजह, ब्रेन तक फैल गई थी बीमारी; इलाज से बेहतर बचाव

How To Prevent Breast Cancer: फेमिना मिस इंडिया त्रिपुरा बनी रिंकी चकमा ब्रेस्ट कैंसर से जिंदगी की जंग हार गई हैं. कैंसर के फैलने और पैसे की कमी के कारण इलाज में हुई देरी मॉडल की मौत की वजह बनी है. क्योंकि ब्रेस्ट कैंसर मेटास्टेटिक होता है ऐसे में इससे बचाव ही सबसे अच्छा विकल्प है. 

ब्रेस्ट कैंसर बना फेमिना मिस इंडिया त्रिपुरा रिंकी चकमा की मौत की वजह, ब्रेन तक फैल गई थी बीमारी; इलाज से बेहतर बचाव

दो साल तक कैंसर से जिंदगी जंग लड़ने के बाद 28 फरवरी को 2017 में फेमिना मिस इंडिया त्रिपुरा बनी रिंकी चकमा 29 साल की उम्र में दूनिया को अलविदा दिया. बता दें मॉडल को ब्रेस्ट कैंसर था, जिसका ऑपरेशन हो चुका था. लेकिन इसके बाद भी कैंसर के जानलेवा सेल्स फेफड़े और ब्रेन तक फैल गए थे, जिसके कारण ब्रेन में ट्यूमर हो गया था. 

ऐसे में दिनों दिन बिगड़ती सेहत और पैसों की कमी के कारण रिंकी चकमा कीमोथेरेपी को जारी रखने की कंडीशन में नहीं थी. जिसके लिए उन्होंने कुछ हफ्ते पहले फंड रेसिंग करना भी शुरु किया था. लेकिन 22 फरवरी को उन्हें दिल्ली के मैक्स हॉस्पिटल साकेत में एडमिट करवा गया जहां कुछ दिन आईसीयू में वेंटीलेटर पर रहने के बाद उनकी मौत हो गई. बता दें कि ब्रेस्ट कैंसर महिलाओं में कैंसर से होने वाली मौत का दूसरा सबसे बड़ा कारण है. ऐसे में आपका ब्रेस्ट कैंसर के जोखिम और बचाव के बारे में जान लेना बहुत जरूरी है.

क्या होता है मेटास्टेटिक ब्रेस्ट कैंसर

क्लीवलैंड क्लिनिक के अनुसार, ब्रेस्ट कैंसर सेल्स का बॉडी में दूसरे हिस्से में फैलना मेटास्टेटिक ब्रेस्ट कैंसर कहलाता है. यह एडवांस ब्रेस्ट कैंसर होता है जो 4 स्टेज पर होता है. एनसीआई के डाटा के मुताबिक ब्रेस्ट कैंसर के फैलने का खतरा 20-30 प्रतिशत मरीजों में होता है. वैसे तो इसका कोई इलाज नहीं है, लेकिन कुछ ऐसे ट्रीटमेंट ऑप्शन जरूर मौजूद है जिसकी मदद से मरीज लंबे समय तक जिंदा रह सकता है. 
 

मेटास्टेटिक ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण 

  • पीठ और गर्दन में असामान्य दर्द
  • हड्डियों में दर्द
  • सांस लेने में दिक्कत और खांसी
  • हर समय थकान महसूस होना
  • सिर दर्द
  • मूड में बदलाव 
  • बोलने में कठिनाई

कैसे करें ब्रेस्ट कैंसर से बचाव

सेंटर ऑफ डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार, हालांकि ब्रेस्ट कैंसर जेनेटिक भी होता है, लेकिन इसके जोखिम को कम किया जा सकता है. इसके लिए रेगुलर एक्सरसाइज करना, शराब का सेवन ना करना या बहुत कम करना, बच्चे को ब्रेस्टफीड कराना, स्मोकिंग ना करें इसके अलावा पीरियड्स के 4-5 दिन बाद सेल्फ ब्रेस्ट एग्जामिनेशन करें. 

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