जर्नल ऑफ ग्लोबल हेल्थ में प्रकाशित इस शोध में सामने आया है कि जिन मरीजों ने नमक के पानी से गरारे किए उनमें 2.5 दिन तक संक्रमण कम पाया गया.
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नई दिल्ली: कोरोना वायरस (Coronavirus) का इलाज या वैक्सीन तो अभी तक नहीं मिला है लेकिन आयुर्वेद में इस वायरस से बचने के और इससे लड़ने के कई उपाय कारगर साबित हो रहे हैं. हालांकि भारत मे कई ऐसे घरेलू नुस्खे आजमाए जा रहे हैं जिनकी मदद से बीमारी से बचा जा सकता है. ऐसा ही एक नुस्खा है नमक के पानी से गरारे करने का लेकिन अब इन नुस्खों पर ब्रिटेन के शोधकर्ताओं ने मुहर लगा दी है.
ब्रिटेन की एडिनबर्ग यूनिवर्सिटी में हुई रिसर्च के मुताबिक नमक के पानी से गरारे करने पर संक्रमण के लक्षणों को कम करने के साथ-साथ बीमारी की अवधि को भी घटाया जा सकता है.
ये रिसर्च कोरोना का शिकार हुए 66 मरीजों पर 12 दिनों तक किया गया. शोध के लिए इन मरीजों को इलाज के साथ-साथ नमक के पानी के गरारे कराए गए. 12 दिन के बाद इन मरीजों की नाक से सैंपल लिए गए. जिसमें संक्रमण के लक्षणों में कमी देखी गई.
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जर्नल ऑफ ग्लोबल हेल्थ में प्रकाशित इस शोध में सामने आया है कि जिन मरीजों ने नमक के पानी से गरारे किए उनमें 2.5 दिन तक संक्रमण कम पाया गया. शोधकर्ताओं का दावा है कि गरारे करने का कोरोना के संक्रमण पर प्रभाव पड़ता है और इससे कम समय में बीमारी से ठीक होने में मदद मिलती है.
इससे पहले अंतरराष्ट्रीय वायरस विशेषज्ञों ने भी माउथवॉश के इस्तेमाल से कोरोना का असर कम होने का दावा किया था. जिसमें ये कहा गया था कि माउथवॉश कोशिकाओं को संक्रमित करने से पहले कोरोना वायरस को खत्म करता है.
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हाल ही में भारत सरकार के आयुष मंत्रालय की तरफ से भी कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए गर्म पानी पीने की सलाह दी गई थी. आयुष मंत्रायल की गाइडलाइन के मुताबिक गर्म पानी से सुबह शाम गरारा करने से गला साफ रहता है.