दाद, खाज और खुजली की समस्या हो जाएगी छूमंतर, जब अपनाएंगे ये दादी-नानी के कारगर नुस्खे!
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दाद, खाज और खुजली की समस्या हो जाएगी छूमंतर, जब अपनाएंगे ये दादी-नानी के कारगर नुस्खे!

 मॉनसून के मौसम में दाद, खाज, और खुजली जैसी समस्याएं आम हो जाती हैं क्योंकि इस समय नमी और उमस अधिक होती है.  यहां कुछ घरेलू उपाय हैं जो इन समस्याओं को राहत प्रदान कर सकते हैं:

ringworm

Home Remedies For Ringworm: मौसम बदलने के साथ-साथ अक्सर दाद, खाज और खुजली जैसी त्वचा संबंधी समस्याएं आम हो जाती हैं. ये समस्याएं न केवल असहज होती हैं बल्कि संक्रामक भी हो सकती हैं. आइए जानते हैं इन समस्याओं के कारण और इनसे बचाव के उपाय के बारे में जानते हैं. 

 

दाद, खाज और खुजली के कारण:

पसीना: गर्म और आर्द्र मौसम में पसीना आना बढ़ जाता है जिससे बैक्टीरिया और फंगस पनपते हैं.

अस्वच्छता: शरीर को ठीक से न धोने या गंदे कपड़े पहनने से भी ये समस्याएं हो सकती हैं.

कमजोर इम्यूनिटी: कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों में संक्रमण का खतरा अधिक होता है.

संक्रमण: किसी व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में सीधा संपर्क या संक्रमित वस्तुओं के उपयोग से ये समस्याएं फैल सकती हैं.

एलर्जी: कुछ लोगों को कपड़ों के रसायनों या अन्य पदार्थों से एलर्जी हो सकती है जिससे खुजली और दाने हो सकते हैं.

 

दाद, खाज और खुजली की समस्या दूर करने के उपाय 

 

नीम का पेस्ट:

नीम में एंटीसेप्टिक और एंटी-फंगल गुण होते हैं.  नीम की पत्तियों को पीसकर पेस्ट बना लें और प्रभावित हिस्से पर लगाएं.  इसे सूखने दें और फिर गुनगुने पानी से धो लें. 

 

एलोवेरा जेल:

एलोवेरा में प्राकृतिक एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो खुजली और जलन को कम करने में मदद करते हैं.  ताजे एलोवेरा की पत्तियों का जेल निकालकर प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं

 

दही और हल्दी:

दही में प्रोबायोटिक्स और हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं.  दही में एक चुटकी हल्दी मिलाकर इसे प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं.  इसे 20 मिनट के लिए छोड़ें और फिर धो लें. 

 

सेब का सिरका:

सेब का सिरका का एंटीसेप्टिक गुण खुजली और दाद को कम करने में मदद करता है.  1 भाग सिरका और 1 भाग पानी मिलाकर प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं और कुछ समय के लिए छोड़ दें. 

 

तुलसी का पेस्ट:

तुलसी में एंटी-फंगल और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं.  तुलसी की पत्तियों का पेस्ट बनाकर प्रभावित जगह पर लगाएं और सूखने दें.  फिर गुनगुने पानी से धो लें. 

 

नारियल तेल:

नारियल तेल में एंटी-फंगल और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं.  इसे प्रभावित हिस्से पर लगाएं और हल्के हाथ से मसाज करें. 

 

अदरक का रस: 

अदरक में प्राकृतिक एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं.  अदरक का रस निकालकर इसे खुजली वाले हिस्से पर लगाएं और कुछ समय के लिए छोड़ दें. 

 

पुदीने की पत्तियों का उपयोग: पुदीना या धनिया की पत्तियों का पेस्ट बनाकर प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं.  ये पत्तियां खुजली और जलन को राहत देती हैं. 

 

गुलाब जल: 

गुलाब जल में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो त्वचा को ठंडक पहुंचाते हैं और खुजली को कम करते हैं.  प्रभावित क्षेत्र पर गुलाब जल लगाएं. 

 

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें

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