Healthy Heart Sign In Hindi: दिल की बीमारियों का इंतजार करने से बेहतर है कि समय-समय पर इसकी सेहत को चेक करते रहे. यहां बताए गए संकेत इस काम को आसान बना सकते हैं.
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हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग दिल है, जो शरीर के हर हिस्से तक खून पहुंचाने का काम करता है. दिल की सेहत का सीधा असर हमारे पूरे स्वास्थ्य पर पड़ता है. आज कल दिल से जुड़ी बीमारियां, जैसे हार्ट अटैक, हाई बीपी, हार्ट डिजीज के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. ऐसे में यह जानना बेहद जरूरी है कि हमारा दिल स्वस्थ है या नहीं.
कई बार हम बिना किसी लक्षण के अपनी दिल की सेहत को नजरअंदाज कर देते हैं. लेकिन अगर आप जानते हैं कि एक स्वस्थ दिल के क्या संकेत होते हैं, तो आप समय रहते अपनी सेहत का ध्यान रख सकते हैं. इस लेख में हम आपको उन 5 मुख्य संकेतों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो आपके दिल की सेहत को दर्शाते हैं-
हार्ट बीट
दिल की धड़कन का नियमित और नॉर्मल रहना हेल्दी दिल का संकेत है. एक हेल्दी दिल आमतौर पर 60 से 100 धड़कन प्रति मिनट (बीट्स पर मिनट) के बीच काम धड़कता है. अगर आपकी धड़कन असामान्य या बहुत तेज हो, या बहुत धीमी हो, तो यह हार्ट संबंधित समस्याओं का संकेत हो सकता है.
नॉर्मल ब्लड प्रेशर
ब्लड प्रेशर की नॉर्मल रेंज हेल्दी हार्ट की पहचान होती है. एक हेल्दी व्यक्ति का बीपी 120/80 mmHg माना जाता है. ऐसे में अगर बीपी लगातार उच्च (हाइपरटेंशन) या निम्न (हाइपोटेंशन) हो, तो यह दिल की सेहत के लिए खतरे की घंटी हो सकती है. हाई बीपी दिल पर अतिरिक्त दबाव डालता है, जिससे दिल संबंधित बीमारियां का जोखिम बढ़ जाता है.
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फिजिकल वर्क करने में आसानी
जब आप हल्का शारीरिक श्रम करते हैं, जैसे तेज चलना या सीढ़ियां चढ़ना, तो आपको थकान या सांस लेने में कठिनाई नहीं होनी चाहिए. अगर आपको सामान्य गतिविधियों के दौरान भी थकावट, सांस फूलना, या चक्कर आना महसूस हो, तो यह दिल की कमजोरी का संकेत हो सकता है.
हेल्दी वेट और शेप
स्वस्थ वजन और शरीर का आकार भी एक स्वस्थ दिल की निशानी होते हैं. ज्यादा वजन दिल पर दबाव डालता है, जिससे हार्ट डिजीज का खतरा बढ़ सकता है. ऐसे में अगर आपकी कमर का आकार अधिक है या आप ओबेसिटी से ग्रस्त हैं, तो यह दिल की सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है.
हेल्दी मेंटल स्टेट
दिल और दिमाग का स्वास्थ्य एक-दूसरे से जुड़ा होता है. ऐसे में जब आप मानसिक तनाव, चिंता और डिप्रेशन से जूझते हैं, तो इसका सीधा असर आपके दिल पर पड़ता है. तनाव और चिंता बढ़ने से हार्ट डिजीज का खतरा भी बढ़ सकता है.
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Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.