James Lance Bass अमेरिकन सिंगर को हुई शुगर की रेयर बीमारी, नजर आए टाइप 1-2 डायबिटीज के मिक्स लक्षण
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James Lance Bass अमेरिकन सिंगर को हुई शुगर की रेयर बीमारी, नजर आए टाइप 1-2 डायबिटीज के मिक्स लक्षण


What Is Type 1.5 Diabetes: आमतौर पर लोग टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज से ग्रस्त होते हैं. लेकिन डायबिटीज के और भी टाइप है. अमेरिकी सिंगर जेम्स लांस बेस टाइप 1.5 डायबिटीज के मरीज हैं. इस लेख में आप इसके बारे में डिटेल में जान सकते हैं-

James Lance Bass अमेरिकन सिंगर को हुई शुगर की रेयर बीमारी, नजर आए टाइप 1-2 डायबिटीज के मिक्स लक्षण

हाल ही में अमेरिकी सिंगर जेम्स लांस बेस ने एक चौंकाने वाली जानकारी साझा की है. उन्होंने बताया कि उन्हें टाइप 1.5 डायबिटीज है. लांस बेस ने अपने सोशल मीडिया पर बताया कि उन्हें पहले टाइप 2 डायबिटीज बताया गया था, लेकिन बाद में पता चला कि उन्हें टाइप 1.5 डायबिटीज है. 

उन्होंने बताया कि डाइट और व्यायाम करने के बावजूद उनका ब्लड शुगर कंट्रोल नहीं हो पा रहा था. इसके बाद उन्होंने टेस्ट कराया और पता चला कि उन्हें टाइप 1.5 डायबिटीज है. लेकिन आखिर है क्या ये टाइप 1.5 डायबिटीज? आइए जानते हैं इस बीमारी के बारे में-

क्या है टाइप 1.5 डायबिटीज?

टाइप 1.5 डायबिटीज को लेटेंट ऑटोइम्यून डायबिटीज इन एडल्ट्स (LADA) भी कहते हैं. यह टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज के बीच की स्थिति है. इसमें शरीर की इम्यून सिस्टम धीरे-धीरे पैंक्रियाज की इंसुलिन बनाने वाली कोशिकाओं पर हमला करता है. इस वजह से शरीर में इंसुलिन की कमी होने लगती है. डायबिटीज के 10 प्रतिशत मरीज डायबिटीज टाइप 1.5 से ग्रसित होते हैं. 

टाइप 1.5 डायबिटीज के लक्षण

टाइप 1.5 डायबिटीज टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज के मिक्स लक्षण दर्शाता है. इसमें शामिल होते हैं-
बार-बार प्यास लगना
बार-बार पेशाब आना रात में
थकान
अचानक वजन कम होना
धुंधली दृष्टि
घावों का धीरे भरना

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टाइप 1.5 डायबिटीज का कारण

टाइप 1.5 डायबिटीज का सटीक कारण अभी तक ज्ञात नहीं है, लेकिन माना जाता है कि यह एक ऑटोइम्यून बीमारी है जिसमें शरीर की इम्यून सिस्टम गलती से अपनी ही कोशिकाओं पर हमला कर देता है.

टाइप 1.5 डायबिटीज का इलाज

टाइप 1.5 डायबिटीज का इलाज टाइप 2 डायबिटीज की तरह ही किया जाता है. इसमें मुख्य रूप से इंसुलिन थेरेपी शामिल होती है. इसके अलावा, रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने के लिए डाइट और व्यायाम भी महत्वपूर्ण हैं.

टाइप 1.5 डायबिटीज के साइड इफेक्ट्स 

टाइप 1.5 डायबिटीज वाले मरीजों में थायराइड होने की संभावना सबसे ज्यादा होती है. इन मरीजों की उम्र टाइप 2 डायबिटीज के मरीज जितना ही होती है. हालांकि ब्लड शुगर को अच्छी तरह से कंट्रोल करके डायबिटीज के कॉम्प्लिकेशन को कम किया जा सकता है. 

 

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

 

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