Katichakrasana Benefits: खड़े-खड़े करें सिर्फ 1 योगासन, कोरोना के चंगुल से छूट जाएगा आपका दिल
Advertisement
trendingNow11227460

Katichakrasana Benefits: खड़े-खड़े करें सिर्फ 1 योगासन, कोरोना के चंगुल से छूट जाएगा आपका दिल

Katichakrasana Benefits in Hindi: कोरोना से संक्रमित होने के बाद दिल की मांसपेशियों में जकड़न और कमजोरी आ जाती है. जिसे दूर करके हार्ट को हेल्दी बनाने के लिए ये योगासन किया जा सकता है.

सांकेतिक तस्वीर

Katichakrasana Benefits: कोरोना का खतरा एक बार फिर से बढ़ने लगा है और इसी के साथ बढ़ने लगी है दिल की चिंता. क्योंकि, एक बार कोरोना से संक्रमित होने के बाद आपके दिल की सेहत गिरने लगती है. लेकिन आप कोरोना के चंगुल से अपने दिल को छुड़ाने के लिए सिर्फ 1 योगासन की मदद ले सकते हैं. हृदय को स्वस्थ बनाने के लिए आपको कटिचक्रासन करना चाहिए. आइए इस आर्टिकल में जानते हैं कि कटिचक्रासन करने का सही तरीका क्या है और यह आसन दिल को कोरोना के साइड इफेक्ट (Katichakrsana for Heart) से कैसे बचा सकता है या फिर कटिचक्रासन के फायदे क्या हैं?

Katichakrasana Steps: कटिचक्रासन करने का सही तरीका
कटिचक्रासन का अर्थ उस योगासन से है जो आपकी कमर के हिस्से को घुमाता है. नीचे कटिचक्रासन करने के स्टेप जानते हैं.

  1. सबसे पहले योगा मैट पर पैरों को जोड़कर खड़े हो जाएं.
  2. इसके बाद सांस को अंदर भरें और कंधों के बराबर हाथों को खोलते हुए हथेलियों को आमने-सामने रखें. ध्यान रखें कि दोनों हाथ जमीन के समानांतर हों.
  3. अब सांस बाहर छोड़ते हुए कमर को दाईं तरफ घुमाते हुए नजर और गर्दन को बाएं कंधे की तरफ ले जाएं.
  4. इस दौरान हाथ और कमर से नीचे का हिस्सा शुरुआती स्थिति में ही रखने की कोशिश करें.
  5. अब सांस लेते हुए वापिस पहली स्थिति में आएं.
  6. इसके बाद सांस छोड़ते हुए शरीर को पिछली प्रक्रिया के मुताबिक ही बाईं तरफ घुमाएं.
  7. अब सांस भरते हुए पहले जैसी स्थिति में आ जाएं.
  8. ऐसा कुछ देर करते रहें और फिर सांस बाहर छोड़ते हुए हाथों को नीचे लाएं.

Katichakrasana Benefits in Hindi: दिल के लिए कैसे फायदेमंद है ये आसन, जानें कटिचक्रासन के फायदे

  • कटिचक्रासन करने से चेस्ट और हार्ट की मसल्स रिलैक्स होती है. इनमें लचीलापन आता है और कोरोना के कारण दिल की मांसपेशियों में आई जकड़न दूर हो जाती है.
  • कमर की मसल्स में लचीलापन आता है.
  • कब्ज की समस्या दूर होती है.
  • पीठ और रीढ़ की हड्डी मजबूत बनती है.

Disclaimer:
इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है. हालांकि इसकी नैतिक जिम्मेदारी ज़ी न्यूज़ हिन्दी की नहीं है. हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें. हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है.

Trending news