डब्ल्यूएचओ ने तेजी से फैल रही 7 अफवाहों की सच्चाई बताई है...
अभी तक जो प्रमाण मिले हैं, उससे कोविड-19 वायरस किसी भी इलाके में फैल सकता है. गर्म और आर्द्रता वाले इलाके में भी. मौसम का संक्रमण फैलने या रुकने से कोई लेना-देना नहीं है. जहां आप रह रहे हैं वहां बचाव के उपाय करें. कोविड-19 के मामले जहां पाए गए हैं, वहां जाने से बचें. कोविड-19 संक्रमण से बचाव का सबसे अच्छा तरीका है बार-बार अपने हाथ साफ करें. ऐसा करके आप अपने हाथों को वायरस मुक्त कर सकते हैं क्योंकि हाथों से आंखों, नाक या मुंह छूने से संक्रमण हो सकता है.
लहसुन स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है. इसमें बहुत सारे सूक्ष्मजीवरोधी गुण पाए जाते हैं. इसके बावजूद ऐसा कोई प्रमाण नहीं मिला है कि इसके खाने से नये कोरोना वायरस के संक्रमण से व्यक्ति का बचाव हो.
नया कोरोना वायरस सभी उम्र के लोगों को संक्रमित कर सकता है. बुजुर्ग लोग पहले से ही अस्थमा, डाइबिटिज, दिल संबंधी बीमारियों से ग्रस्त रहते हैं इसलिए बीमार लोगों को इससे खतरा ज्यादा है. डब्ल्यूएचओ की सलाह है कि सभी उम्र के लोग हाथ अच्छी तरह साफ रखकर और मास्क का इस्तेमाल करके इस वायरस से अपना बचाव कर सकते हैं.
एंटी-बॉयोटिक्स वायरस के खिलाफ काम नहीं करतीं, ये सिर्फ बैक्टीरिया के लिए होती हैं. नया कोरोना वायरस है इसलिए एंटी-बॉयोटिक्स इसके संक्रमण से बचाव या उपचार में काम नहीं आता. हालांकि संक्रमित व्यक्ति जब अस्पताल में भर्ती होता है तो उसके उपचार के लिए एंटीबॉयोटिक्स दिए जा सकते हैं.
नये कोरोना वायरस से संक्रमित लोग, जिनके शरीर का तापमान सामान्य से ज्यादा है, उनकी पहचान करने में थर्मल स्कैनर प्रभावी है. हालांकि ये नए कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की पहचान करने में कारगर नहीं है जिन्हें अभी तक बुखार नहीं हुआ है. ऐसा इसलिए है क्योंकि संक्रमित व्यक्ति को बुखार चढ़ने में 2 से 10 दिन का वक्त लगता है.
डब्ल्यूएचओ ने ये साफ किया है कि अभी तक नये कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव या इसके इलाज की कोई दवा मौजूद नहीं है. हालांकि इससे संक्रमित लोगों के सही तरीके से देखभाल और लक्षण के आधार पर उपचार से ठीक किया जा सकता है. जो गंभीर रूप से बीमार हैं. उन्हें उपयुक्त सपोर्ट देकर इलाज किया जा रहा है. इसके अलावा इलाज के कुछ तरीकों की जांच पड़ताल की जा रही है और उनका क्लीनिकल ट्रायल किया जा रहा है. डब्ल्यूएचओ अपने सहयोगियों के साथ मिलकर रिसर्च और डेवलपमेंट पर काम कर रहा है.
अभी तक ऐसी कोई जानकारी नहीं है जिससे यह पता चले कि इस वायरस से होने वाला संक्रमण मच्छरों से फैलता है. यह संक्रमित व्यक्ति के छींकने, खांसने, लार या नाक से निकलने वाले पानी से फैलता है. खुद को बचाने के लिए साबुन से बार-बार हाथ धोना चाहिए, अल्कोहल आधारित हैंड सेनेटाइजर का इस्तेमाल करना चाहिए. साथ ही खांसने और छींकने वालों से दूर रहें.
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