सबसे न्यूट्रिशियस फूड्स में से एक है एवोकाडो जो नैचरल तरीके से कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है. इसमें मोनोअनसैचुरेटेड फैट पाया जाता है जो हार्ट अटैक के खतरे को एक तिहाई तक कम कर सकता है. एवोकाडो में बीटा-सिटोस्टेरॉल पाया जाता है जो भोजन में मौजूद कोलेस्ट्रॉल को अवशोषित होने से रोकता है.
मूंग, मसूर, उड़द की दाल हो या फिर राजमा, चना या काबुली चना- ये सारी चीजें दाल और फलियों की कैटिगरी में आते हैं जो हार्ट के लिए बेहद हेल्दी हैं. इनमें बड़ी मात्रा में घुलनशील फाइबर होता है जो कोलेस्ट्रॉल को सोखकर उन्हें धमनी की दीवार पर जमा होने से रोकता है. इसके अलावा फलियों में प्रोटीन और मैग्नीशियम भी होता है जो ब्लड शुगर के साथ ही ब्लड प्रेशर को भी कंट्रोल करता है.
ब्लूबेरीज में एक खास तरह का एंटीऑक्सिडेंट्स पाया जाता है जो हृदय रोग, कैंसर, मेमोरी लॉस और उम्र बढ़ने पर होने वाले अंधेपन की समस्या से भी बचाने में मदद करता है. इसके अलावा ब्लूबेरीज में फाइबर भी होता है जो कब्ज की समस्या में भी मदद करता है. ब्लूबेरीज खाएं बीमारियां दूर भगाएं.
जब बात सबसे हेल्दी फूड्स की आती है तो भला ब्रोकली को कैसे भूल सकते हैं. कैंसर से लड़ने वाले फूड्स के मामले में ब्रोकली का नाम पहले नंबर पर आता है. इसमें सल्फेरोफेन नाम का कम्पाउंड पाया जाता है जो शरीर में ऐसे एन्जाइम्स का उत्पादन करता है जो कैंसर पैदा करने वाले कम्पाउंड्स को शरीर से बाहर निकालते हैं. इसके अलावा ब्रोकली में विटामिन सी, बीटा-कैरोटीन और कैल्शियम भी होता है इसलिए यह हड्डियों के लिए, आंखों के लिइए और इम्यूनिटी के लिए भी काफी अच्छी है.
भूरे रंग के छोटे-छोटे अलसी के बीज में कितने चमत्कारिक फायदे हैं जब आप जान लेंगे तो रोजाना इनका सेवन करने लगेंगे. अलसी जिसे फ्लैक्स सीड्स कहा जाता है में अल्फा-लिनोलेनिक एसिड होता है जो खून को पतला रखने में मदद करता है ताकि हार्ट अटैक और स्ट्रोक के खतरे से बचा जा सके. अलसी में घुलनशील फाइबर और एंटी-इन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज भी होती हैं जो अस्थमा से लेकर कब्ज तक को दूर रखने में मदद करता है.
बहुत से लोगों को लगता होगा कि हेल्दी फूड की लिस्ट में चॉकलेट? लेकिन ये सच है कि डार्क चॉकलेट में बीमारियों से लड़ने वाले फ्लैवनॉयड्स और एंटीऑक्सिडेंट्स पाए जाते हैं जो ब्लड प्रेशर की समस्या को बेहतर करते हैं, ब्लड क्लॉट बनने से रोकते हैं और एलडीएल यानी बैड कोलेस्ट्रॉल को भी कम करते हैं. रिसर्च की मानें तो सीमित मात्रा में डार्क चॉकलेट खाने से हार्ट अटैक का खतरा 10 प्रतिशत तक कम हो सकता है.
हमारे किचन में मौजूद साधारण सा दिखने वाला लहसुन सेहत के लिए कितना फायदेमंद है शायद आप ये नहीं जानते होंगे. ऐंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल और एंटीवायरल प्रॉपर्टीज से भरपूर लहसुन, बैक्टीरिया और वायरस की वजह से होने वाली कई बीमारियों को दूर रखने में मदद करता है. एक हफ्ते में लहसुन की सिर्फ 6 कलियां खाने से कोलोरेक्टल कैंसर, पेट का कैंसर और प्रोस्टेट कैंसर का खतरा 50 प्रतिशत तक कम हो जाता है. लहसुन में मौजूद सल्फर कंपाउंड्स कैंसरकारी तत्वों को शरीर से बाहर निकालने में मदद करते हैं.
हफ्ते में सिर्फ 2 बार अगर आप सैल्मन मछली का सेवन करें तो हृदय रोग की वजह से होने वाले मौत के खतरे को 17 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है और हार्ट अटैक के खतरे को 27 प्रतिशत तक. सैल्मन ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर होती है जो प्रोस्टेट कैंसर के खतरे को भी कम करने में मदद करती है. साथ ही सैल्मन मछली खाने वाले लोगों को डिप्रेशन भी कम महसूस होता है.
आयरन, विटामिन के, पोटैशियम और मैग्नीशियम जैसी खूबियों से भरपूर पालक न सिर्फ आंखों के लिए अच्छा माना जाता है बल्कि हड्डियों को भी मजबूत बनाता है ताकि फ्रैक्चर का खतरा कम हो सके, ब्लड प्रेशर को कम करता है ताकि स्ट्रोक और हार्ट अटैक का खतरा कम हो सके. साथ ही पालक में फोलेट भी होता है जो लंग कैंसर के रिस्क को भी कम करता है.
दही जिसे योगर्ट भी कहते हैं में प्रोबायोटिक्स होता है. प्रोबायोटिक्स हेल्दी बैक्टीरिया है जो आंत को सही तरीके से कार्य करने में मदद करते हैं ताकि शरीर का पाचन तंत्र हेल्दी बना रहे. इसके अलावा दही में कैल्शियम, मैग्नीशियम, विटामिन बी12 जैसे पोषक तत्व भी पाए जाते हैं जो पेट से जुड़ी कई बीमारियों- अल्सर, यूटीआई आदि दूर करने में मदद करते हैं. साथ ही ये प्रोबायोटिक्स इम्यूनिटी को मजबूत बनाने में भी मदद करते हैं. आप चाहें तो दही में ब्लूबेरीज मिलाकर खाएं और हेल्थ के लिहाज से दोगुने फायदे उठाएं.
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