कई बार महिलाओं को टाइम पर पीरियड्स (Periods) नहीं आते हैं. इसका मतलब यह नहीं है कि आप प्रेग्नेंट (Pregnant) हैं. अनियमित पीरियड्स (Irregular Periods) के पीछे कुछ अन्य वजहें भी होती हैं.
तनाव से पीरियड्स पर प्रभाव पड़ता है. तनाव से शरीर में GnRH नामक हॉर्मोन की मात्रा कम हो जाती है. इसकी वजह से पीरियड्स टाइम पर नहीं आते हैं. इसलिए खुद को तनावमुक्त रखें और ज्यादा प्रॉब्लम होने पर डॉक्टर से संपर्क जरूर कर लें.
अगर आपको सर्दी, खांसी, बुखार या कोई और बीमारी अपनी चपेट में ले लेती है तो भी पीरियड्स आने में देरी होती है. वहीं, बीमारी से उबरते ही पीरियड्स टाइम पर आने शुरू हो जाते हैं.
कई बार देखा गया है कि जैसे ही महिलाओं की दिनचर्या में बदलाव होता है, वैसे ही पीरियड्स आने में समस्या होने लगती है. पहले जैसी दिनचर्या के वापस आते ही पीरियड्स भी पहले की तरह नियमित हो जाते हैं.
अक्सर देखा जाता है कि कुछ महिलाएं मां नहीं बनना चाहती हैं. इसके लिए वे बर्थ कंट्रोल पिल्स (Birth Control Pills) खा लेती हैं. ऐसी दवाइयां खाने से पीरियड्स अनियमित हो जाते हैं. इन दवाओं से पीरियड्स या तो बंद हो जाते हैं या फिर जल्दी-जल्दी आने लगते हैं. समस्या के बढ़ने पर डॉक्टर से संपर्क जरूर करें.
बच्चे को दूध पिलाने की वजह से भी पीरियड्स समय पर आने में दिक्कत होती है. कई बार ऐसा देखा गया है कि बच्चे को ब्रेस्टफीडिंग (Breastfeeding) कराना बंद करने के बाद ही पीरियड्स नियमित होते हैं.
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