Scabies: इस देश में खाज बीमारी ने उड़ा दी है डॉक्टरों की नींद, तेजी से हो रहा आउटब्रेक
Advertisement
trendingNow12379092

Scabies: इस देश में खाज बीमारी ने उड़ा दी है डॉक्टरों की नींद, तेजी से हो रहा आउटब्रेक

'स्केबीज' जिसे हम आम भाषा में खाज कहते है, सुनने में मामूली स्किन डिजीज लगती है, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के प्रांत न्यू साउथ वेल्स में इसका आउटब्रेक हो गया है, जो चिंता का विषय है.

Scabies: इस देश में खाज बीमारी ने उड़ा दी है डॉक्टरों की नींद, तेजी से हो रहा आउटब्रेक

Scabies Outbreak In New South Wales Australia: ऑस्ट्रेलिया के न्यू साउथ वेल्स में तेजी से फैलने वाली स्किन डिजीज का खतरा देखने को मिल रहा है. इसी के मद्देनजर हाल के दिनों में गूगल पर ऐसे लोगों की संख्या में इजाफा हुआ है जो ‘एनएसडब्ल्यू स्केबीज (खाज) आउटब्रेक’ (NSW scabies outbreak) के बारे में जानकारी जुटा रहे हैं. 

फैल रही है स्केबीज

साउथ सिडनी स्थित इलावारा शोलहेवन लोकल हेल्थ डिस्ट्रिक्ट (Illawarra Shoalhaven Local Health District) के मुताबिक वॉलोन्गॉन्ग हॉस्पिटल (Wollongong Hospital) में जुलाई के आखिर में पहला मामला सामने आया था. इसके बाद से इलाके के चार अस्पतालों में कम से कम 11 मरीज और 23 हेल्थ वर्क्स खाज (Scabies) की चपेट में आ चुके हैं.

 आखिर खाज क्या है और ये चिंता का विषय क्यों है? 

खाज एक प्रकार का स्किन इंफेक्शन है, जो सरकोप्टेस स्कैबी (Sarcoptes scabiei mite) के कारण होता है. यह हमारी त्वचा के नीचे पनपता है धीरे-धीरे फैलने लगता है. आमतौर पर इसके लक्षणों में खुजली भरे दाने, त्वचा पर सूजन या फिर खरोंच शामिल हैं. आपको त्वचा फटती भी नजर आ सकती हैं, जो दिखने में मोटी, छोटी या फिर बेरंग लकीरों जैसी प्रतीत होती है.

खाज आमतौप आपके शरीर पर ऐसी जगह होती है, जहां त्वचा आपस में जुड़ती है जैसे उंगलियों के बीच, अंडरआर्मस या फिर प्राइवेच पार्ट्स के पास. रात में या फिर गर्म पानी से नहाने के बाद खाज ज्यादा तेज होने लगती है. खाज अन्य प्रकार की त्वचा समस्याओं की ही तरह दिखाई देती है जैसे एक्जिमा, सोरायसिस या फिर रूखी त्वचा. अगर आपको खाज होती है तो आपके लिए सबसे जरूरी है कि आप किसी डॉक्टर या फिर स्वास्थ्य पेशेवर को दिखाएं. आपका डॉक्टर ही आपको यह बता पाने में सक्षम है कि आपको खाज हुई है या फिर और स्किन डिजीज है.

कैसे फैलती है खाज?

त्वचा के संक्रमित त्वचा के संपर्क में आने से खाज फैलती है। संक्रमित व्यक्ति के तौलिया, उसके कपड़े या फिर चादर या तकिए जैसी अन्य चीजों से भी यह फैलती है. इस संक्रामक त्वचा रोग को फैलाने वाला कीड़े इंसानों के शरीर के अलावा अन्य चीजों पर मुश्किल से 48 घंटों तक जीवित रहता है. एक बार जब आप इस परजीवी के संपर्क में आते हैं तो यह फैलना शुरू हो जाता है और इसके लक्षण दो से आठ सप्ताह के बीच में दिखाई देना शुरू होते हैं.

ऐसा इसलिए क्योंकि ये कीटाणु पहले आपकी त्वचा में प्रवेश करता है और फिर धीरे-धीरे पनपना शुरू होता है और एक बार जब ये पूरी तरह से पनप जाता तो इसके लक्षण दिखाई देना शुरू हो जाते हैं. इसके लक्षण दिखाई देने से पहले आप इसके प्रसार का एक जरिया हो सकते हैं, जिस वजह से खुजली को कंट्रोल करना मुश्किल हो जाता है। क्या इसका उपचार संभव है?

ये जरूरी है कि जब आपको खाज हो तो खुजली बिल्कुल नहीं करें, क्योंकि ऐसा करने से आप नए जन्में कीटाणुओं को अपनी त्वचा के नीचे फैला सकते हैं, जिसकी वजह से आपकी त्वचा का ज्यादा हिस्सा प्रभावित हो सकता है.इतना ही नहीं खुजली करने से आपको दूसरा बैक्टीरियल इंफेक्शन हो सकता है. अच्छी खबर यह है कि एक बार पहचान होने पर खाज को बड़ी आसानी से ठीक किया जा सकता है. आपके डॉक्टर आपको ऐसी क्रीम या फिर लोशन का इस्तेमाल करने की सलाह दे सकते हैं, जो आमतौर पर दवा की दुकानों में बड़ी आसानी से मिल जाती हैं.

किसी भी क्रीम या लोशन के इस्तेमाल से पहले चिकित्सक की सलाह और मार्गदर्शन बहुत जरूरी है। अगर आपके घर में किसी को खाज है तो उसके बिस्तर पर बिछी चादरें, तौलिया और कपड़े जिन्हें पिछले 48 घंटों में इस्तेमाल किया गया हो उन सभी को गर्म पानी से धो लें। अगर आपके लिए उन सभी चीजों को धोना मुश्किल है तो आप उन चीजों को एक प्लास्टिक के थैले में डालकर एकहफ्ते तक यूं ही छोड़ दें. ये कीड़े समय के साथ-साथ अपने आप मर जाएंगे.

कॉमन बीमारी है स्केबीज

वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के मुताबिक, दुनियाभर में कम से कम 20 करोड़ लोगों को कभी न कभी खाज होती है. खाज किसी भी देश में रहने वाले व्यक्ति को हो सकती है लेकिन जहां ज्यादा संख्या में आबादी होती है वहां यह परेशानी बहुत आम होती है. ऑस्ट्रेलिया के कुछ दूर-दराज के इलाकों में ये समस्या ज्यादा है, जहां मुख्य रूप से आदिवासी और टोरेस स्ट्रेट द्वीप के लोग इससे ज्यादा प्रभावित हैं.

 कभी-कभार इसका प्रकोप क्षेत्रीय इलाकों और मेट्रो शहर के हिस्सों में भी फैल सकता है, जैसा कि हम न्यू साउथ वेल्स में देख रहे हैं. यह प्रकोप अस्पतालों, बच्चों के देखभाल केंद्रों, हिरासत केंद्रों और जेल जैसी जगहों पर आसानी से फैल सकता है क्योंकि यहां लोग अपना ज्यादातर वक्त बंद कमरों में बीताते हैं.

क्या है एनएसडब्ल्यू आउटब्रेक?

न्यू साउथ वेल्स में स्केबीज की बीमारी कैसे फैली इसकी जानकारी फिलहाल मौजूद नहीं है. ये बीमारी अस्पतालों को प्रभावित कर रही है यह जानना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है क्योंकि इनमें संक्रमण रोकने और नियंत्रण प्रक्रियाओं को लेकर कड़े कदम उठाए गये हैं.  हेल्थकेयर सेंटर्स ने इस तरह की प्रकृति वाले प्रकोप को नियंत्रित करने की योजनाएं बनाई हैं. अगर किसी व्यक्ति को खाज है या फिर होने का संदेह है तो उन्हें एहतियात के तौर पर अलग रखा जाता है. इसका मतलब यह है कि उन्हें एक अलग कमरा दिया जाएगा, उनका अलग बाथरूम होगा और उनकी देखभाल करने वाले कर्मचारियों को अधिक एहतियाती उपाय करने होंगे.

हेल्थकेयर सेंटर्स ने सलाह दी है कि अगर अस्पताल के किसी कर्मचारी को खाज होती है तो वो सही इलाज हासिल करने के बाद अगले 24 घंटों तक काम पर न लौटें.इसके अलावा अगर आप किसी एफेक्टेड हॉस्पिटल में वक्त बिताते हैं या फिर किसी भीड़भाड़ वाले इलाके में रहते हैं तो भी घबराने की जरूरत नहीं है. आप ध्यान रखें कि आपकी त्वचा पर किसी प्रकार के दाने न हों और अगर लक्षण दिखाई देते हैं तो सही इलाज कराएं

(इनपुट- भाषा/द कन्वरसेशन)

Trending news