प्यार सिर्फ दिल को ही नहीं, बल्कि सेहत को भी खुशियां देता है. कई रिसर्च बताते हैं कि प्यार का भाव, पार्टनर का प्यार और रोमांटिक रिश्ते हमारी मेंटल और फिजिकल हेल्थ पर गहरा असर डालते हैं.
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प्यार सिर्फ दिल को ही नहीं, बल्कि सेहत को भी खुशियां देता है. कई रिसर्च बताते हैं कि प्यार का भाव, पार्टनर का प्यार और रोमांटिक रिश्ते हमारी मेंटल और फिजिकल हेल्थ पर गहरा असर डालते हैं. प्यार से जुड़ी भावनाएं जैसे सुरक्षा, अपनापन और खुशी, तनाव, एंग्जाइटी और डिप्रेशन को कम करती हैं. साथ ही, प्यार के विभिन्न रूपों में मिलने वाला इमोशनल तृप्ति और साथ का असर लंबी आयु, दिल की सेहत, इम्यून सिस्टम और जीवन की क्वालिटी पर भी पड़ता है.
लेकिन प्यार के फायदों की लिस्ट में एक और चीज जुड़ गई है - किस. जी हां, किस करना भी सेहत के लिए काफी फायदेमंद है. किस करते समय शरीर में कई शारीरिक प्रतिक्रियाएं होती हैं, जो हमारी सेहत को बेहतर बनाती हैं. होंठ मिलते ही, 'लव हार्मोन' ऑक्सीटोसिन का लेवल बढ़ जाता है, जो तनाव को कम करता है और पार्टनर के साथ जुड़ाव की भावना बढ़ाता है. इसके अलावा, किस करने से डोपामाइन और सेरोटोनिन का लेवल भी बढ़ता है, जिससे खुशी मिलती है.
स्टैनफोर्ड स्कूल ऑफ मेडिसिन में न्यूट्रिशन साइंस, एक्सरसाइज फिजियोलॉजी और आंत की सेहत के एक्सपर्ट प्रशांत देसाई कहते हैं, 'हैप्पी वेलेंटाइन डे! एक किस डॉक्टर को दूर रखती है.' डॉक्टर देसाई एक किस के पूरीसेहत पर पड़ने वाले प्रभाव को रेखांकित करते हैं.
प्यार जताएं, वजन घटाएं
एक दिन में एक किस डॉक्टर को दूर रखती है और जैसा कि एक फेमस चिप्स के विज्ञापन में कहा जाता है, जब बात किस की आती है तो कोई भी सिर्फ एक से संतुष्ट नहीं हो सकता. आपका स्वागत हैं फिलेमेटोलॉजी (किस करने के वैज्ञानिक अध्ययन) की दुनिया में. शोध बताते हैं कि जोश से किस करने से एक मिनट में 26 कैलोरी तक बर्न हैं. वहीं, 15 मिनट में लगभग 400 कैलोरी बर्न हो जाती है, जो 60 मिनट की वॉक से 200% ज्यादा है. तो किस करें और वजन घटाएं. हां, साधारण किस से सिर्फ 3 कैलोरी बर्न होती हैं. तो अब इस वेलेंटाइन डे, अपने पार्टनर को जोश से किस करें.
दिल की अच्छी सेहत
जब आप जोश से किस करते हैं, तो आपकी दिल धड़कने की रफ्तार बढ़ जाती है, जो दिल की सेहत को बेहतर बनाती है. ठीक वैसे ही जैसे व्यायाम से होता है. बढ़ी हुई दिल की गति ब्लड फ्लो को बढ़ाती है और नसों को फैलाती है. यह पीरियड्स के दर्द और सिरदर्द को भी कम करने में मददगार साबित होता है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.