Foods For Vitamin A Deficiency: विटामिन ए की कमी होने से कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं होने का खतरा होता है. खासतौर पर उन लोगों को बहुत सावधानी बरतनी चाहिए जो बेबी प्लान करने वाले हैं या प्रेग्नेंट हैं.
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विटामिन ए आमतौर पर आंखों की सेहत से जुड़ी होता है, लेकिन इसकी कमी का असर व्यक्ति के प्रजनन क्षमता पर भी होता है. क्लीवलैंड क्लिनिक के अनुसार, विटामिन ए आपकी प्रजनन प्रणाली में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. ऐसे में विटामिन ए की कमी से गर्भधारण करने में परेशानी और बांझपन हो सकता है
विटामिन ए की कमी कैसे होती है? विटामिन ए बॉडी में नहीं बनता है, इसकी मात्रा को फूड्स से ही प्राप्त किया जा सकता है. ऐसे में जब बॉडी सही तरह भोजन को अवशोषित नहीं कर पाती है तो विटामिन ए की कमी हो जाती है. ऐसे में यदि आप में भी विटामिन ए की कमी के यहां लक्षण नजर आने लगे हैं तो इन 5 चीजों का नियमित सेवन शुरू कर देना आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है.
विटामिन ए के कमी के लक्षण
कम रोशनी में ना दिखना
आंखों का ड्राई होना
इंफेक्शन का खतरा
त्वचा में रूखापन, खुजली
केराटिनाइजेशन
बच्चों में धीमा विकास
विटामिन ए से भरपूर फूड्स -
शकरकंद
शकरकंद में विटामिन ए की अच्छी मात्रा होती है. ऐसे में यदि आप एक शकरकंद को पकाकर खाते हैं तो आपको इससे 1403 mcg विटामिन ए मिलता है.
गाजर
गाजर बीटा कैरोटीन से भरपूर होता है. आधा कप कच्चे गाजर में 459 mcg विटामिन ए होता है. इसके अलावा गाजर फाइबर में भी समृद्ध होते हैं, जो कब्ज को रोकने और बेहतर आंत स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद करता है.
पालक
पालक कई पोषक तत्वों से भरा होता है. आधे कप उबले हुए पालक में 573 mcg विटामिन ए मौजूद होता है. इतना ही नहीं पालक ब्लड प्रेशर को कम करने और हार्ट हेल्थ को बूस्ट करने में कारगर होता है.
ब्रोकली
ब्रोकली एक अन्य विटामिन ए से भरपूर सब्जी है. सिर्फ इसके आधे कप सर्विंग में ही 60 mcg विटामिन ए होता है. इसके साथ ही यह सब्जी विटामिन सी, के का भी एक अच्छा सोर्स माना जाता है.
कच्चा आम
एक पूरे, कच्चे आम में विटामिन ए की 112 mcg मात्रा होती है. इसके अलावा आम एंटीऑक्सीडेंट और डाइटरी फाइबर से भरपूर होते हैं, जो आंत के बेहतर कार्य में योगदान करते हैं और ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करते हैं.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.