Naegleria Fowleri Infection: अगर आपको भी पानी में तैरने, डुबकी लगाने या गोताखोरी का शौक है तो इस बात का ख्याल जरूर रखें कि पानी दूषित तो नहीं है.
Trending Photos
What is Brain Eating Amoeba: केरल के कोझिकोड (Kozhikode) में एक 14 साल के लड़के की मौत रेयर ब्रेन इंफेक्शन से हो गई, उनका नाम मृदुल था. न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक एक दूषित तालाब में तैरने के बाद उसे 'नेगलेरिया फाउलेरी इंफेक्शन' (Naegleria Fowleri Infection) हो गया हो जो 'ब्रेन ईटिंग अमीबा' के कारण होता है. 1 मई के बाद केयर में ये ऐसा तीसरा ममसा है. इससे पहले मल्लापुरम (Malappuram) में 5 साल की बच्ची और कन्नूर (Kannur) में 13 साल की लड़की की जान जा चुकी है.
नेगलेरिया फाउलेरी क्या है?
नेगलेरिया फाउलेरी अमीबा एक छोटा जीव है जो झीलों, तालाबों, नदियों और गर्म झरनों की नदियों जैसे गर्म मीठे पानी के साथ-साथ मिट्टी और अनट्रीटेड वॉटर में पाया जाता है. दूषित पानी में तैरना या गोता लगाना अमीबा को नाक के जरिए से प्रवेश करने और ब्रेन तक ट्रैवल करना आसान बना सकता है. ये एक गंभीर और अक्सर घातक संक्रमण का कारण बनता है जिसे प्राइमरी अमीबिक मेनिंगोएन्सेफलाइटिस (Primary Amebic Meningoencephalitis) या पीएएम (PAM) कहा जाता है. क्लीवलैंड क्लिनिक के मुताबिक, ये तेजी से फैलता है और इसका तुरंत इलाज कराना चाहिए.
स्विमिंग के दौरान नेगलेरिया फाउलेरी इंफेक्शन से कैसे बतें
सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के मुताबिक अगर हम नहीं चाहते कि हमें तैराकी के दौरान 'ब्रेन ईटिंग अमीबा' का खतरा हो, तो इसके लिए कई जरूरी कदम उठाए जा सकते हैं.
1. गर्मी के मौसम में पानी की गतिविधियों से दूर रहें जब पानी का तापमान ज्यादा और वॉटर लेवल कम होता है, क्योंकि ये कंडीशन नेगलेरिया फाउलेरी इंफेक्शन को फेवर करती हैं.
2. अगर आप पानी में कूदते हैं, तैरते हैं, या गोता लगाते हैं तो नोज क्लिप का इस्तेमाल करें या अपनी नाक बंद रखें.
3. गर्म झरनों और दूसरे जियोथर्मल वॉटर्स में अपने सिर को हमेशा पानी से ऊपर रखें
4. गर्म ताजे पानी में सेडिमेंट को डिस्टर्ब करने से बचें, क्योंकि झीलों, तालाबों और नदियों के तल पर मौजूद सेडिमेंट्स में नेगलेरिया फाउलेरी पाए जाने की अधिक संभावना होती है
नेगलेरिया फाउलेरी के लक्षण
इस बीमारी के लक्षणों में सिरदर्द, बुखार, मतली, उल्टी और मानसिक स्थिति में बदलाव शामिल हैं. सीडीसी (CDC) के मुताबिक लक्षण दिखाई देने के बाद पीएएम (PAM) वाले ज्यादातर पेशेंज 1 से 18 दिनों में मौत के शिकार हो जाते हैं. संक्रमित लोग आमतौर पर कोमा में चले जाते हैं और लक्षण शुरू होने के तकरीबन पांच दिनों बाद उनकी मौत हो जाती है.
ब्रेन ईटिंग अमीबा के इंफेक्शन का इलाज क्या है?
प्राइमरी अमीबिक मेनिंगोएन्सेफलाइटिस के लिए अभी तक कोई इफेक्टिव ट्रीटमेंट का पता नहीं चला है. मौजूदा वक्त में डॉक्टर बीमारी को मैनेज करने के लिए एम्फोटेरिसिन बी, एज़िथ्रोमाइसिन, फ्लुकोनाजोल, रिफैम्पिन, मिल्टेफोसिन और डेक्सामेथासोन जैसी दवाओं के कॉम्बिनेशन को यूज करते हैं.