जांच में पता चला है कि दोनों आतंकी दिल्ली में कई जगह पर हमले की साजिश रच रहे थे. उनके निशाने पर कई वीवीआईपी थे. आतंकी एक वॉट्सऐप ग्रुप का हिस्सा भी थे. इनमें एक पाकिस्तानी भी जुड़ा हुआ है जो उन्हें तमाम तरह के निर्देश देता था.
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नई दिल्ली: विदेशी मूवमेंट वाले इलाके, नई दिल्ली इलाके में विदेशी दूतावास, चर्च और दूसरे धार्मिक स्थल, बड़े होटलों समेत महत्वपूर्ण इमारतों को टारगेट करने वाले जैश-ए-मोहम्मद के दो आतंकियों को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया है. पकड़े गए आरोपियों की पहचान अब्दुल लतीफ मीर (22) और मोहम्मद अशरफ खटाना (20) के तौर पर हुई है. ये दोनों जम्मू-कश्मीर के बारामुला और कुपवाड़ा के रहने वाले हैं. इनकी प्लानिंग पाकिस्तान में जाकर ट्रेनिंग लेने की थी. ये कई बार बॉर्डर क्रॉस कर पाकिस्तान जाने का प्रयास भी कर चुके थे, लेकिन एलओसी पर सख्ती के कारण ये आतंकी अपने मंसूबे में कामयाब नहीं हो सके.
मोबाइल में मिले कई आतंकियों के वीडियो
स्पेशल सेल के डीसीपी संजीव यादव के मुताबिक, उनकी टीम लगातार आतंकी गतिविधियों पर नजर रखती है. इसी कड़ी में 16 नवंबर को स्पेशल सेल को इन आतंकियों के बारे में इनपुट मिला था कि वे सराय काले खां इलाके में आने वाले हैं. जिन्हें आगे निजामुद्दीन इलाके में जाना है. यह जानकारी मिलते ही एक टीम बनाई गई, जिसमें एसीपी संजय दत्त, इंस्पेक्टर मान सिंह, सब इंस्पेक्टर संदीप यादव, सब इंस्पेक्टर रवि और एएसआई सुनील ने सराय काले खां मिलेनियम पार्क के नजदीक ट्रैप लगाकर बीती रात इन दोनों को पकड़ लिया. आतंकियों के पास से दो सेमी ऑटोमेटिक पिस्टल, दस जिंदा कारतूस, दो मोबाइल, कपड़े से भरा बैग, पहचान पत्र व अन्य सामान बरामद किए गए हैं.
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जांच में पता चला है कि दोनों आतंकी दिल्ली में कई जगह पर हमले की साजिश रच रहे थे. उनके निशाने पर कई वीवीआईपी थे. आतंकी एक वॉट्सऐप ग्रुप का हिस्सा भी थे. इनमें एक पाकिस्तानी भी जुड़ा हुआ है जो उन्हें तमाम तरह के निर्देश देता था. वॉट्सऐप ग्रुप में कई आतंकियों के वीडियो मिले हैं. पुलिस अब इनके मोबाइल नंबर की जांच कर रही है. जानकारी के मुताबिक दोनों आतंकी देवबंद और सहारनपुर भी जा चुके हैं.
जैश-ए-मोहम्मद संगठन का लीडर था रोल मॉडल
पुलिस अब इन आतंकियों के देवबंद कनेक्शन को खंगालने में लगी है. ये सोशल मीडिया के माध्यम से आंतकी गुट में शामिल हुए थे. कई बार इन्होंने बॉर्डर पार कर पाकिस्तान जाने का प्रयास भी किया लेकिन सेना के जवानों की कड़ी चौकसी के कारण वे अपने इरादे में कामयाब नहीं हो सके. शुरुआती तफ्तीश में पता चला है कि दोनों आतंकियों का रोल मॉडल जैश-ए-मोहम्मद संगठन का लीडर मौलाना मसूद अजहर है.
आतंकी अब्दुल लतीफ मीर का सोशल मीडिया अकाउंट भी है. जिसमें उसने मौलाना मसूद अजहर की तस्वीरें लगा रखी हैं. ये आतंकी मौलाना मसूद अजहर को बेहद ध्यान से सुनते थे और उनका इरादा जम्मू-कश्मीर को आजाद कराने और इस्लाम धर्म का प्रचार-प्रसार विश्व भर में करने का था. अरशद मदानी, मौलाना मुफ्ती फैजुल वाहिद और नाजिर अहमद, साहा काश्मी द्वारा दिए जाने वाले मैसेज का प्रचार प्रसार करते थे. आजकल दोनों आंतकी लाहौर निवासी अलताफ मलिक के संपर्क में थे. जो इन दोनों को बॉर्डर क्रॉस कराने की कोशिश में लगा था.