भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को 200 रुपए का नोट जारी कर दिया है.
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नई दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने कुछ बैंकों को 200 रुपए के नोट की पहली खेप पहुंचा दी है. लेकिन फिलहाल ये सामान्य भुगतान या लेनदेन के रुप में ही चलन में रहेगा. एटीएम से इस नोट को डिस्पैच करने लिए अभी समय लग सकता है. कारण ये है कि 200 रुपए के नोट के आकार के लिए एटीएम में अभी कैसेट मौजूद नहीं है.
एटीएम निर्माता एफआईएस एवं एटीएम के प्रबंध निदेशक राधा राम दोराई ने कहा “एक विशिष्ट एटीएम में 3-4 कैसेट हैं, जो नोट्स के विभिन्न आकारों को संभालने के लिए डिजाइन हैं. 200 रुपये के नोटों को डिस्पैच करने में सक्षम होने के लिए कैसेट को फिर से कॉन्फिगर करना होगा, जिसमें समय लगेगा। हमें अभी इन नोटों के कॉन्फिग्रेशन को समझने और सेट करने लिए थोड़े समय की जरूरत है.”
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यूरोनेट सर्विसेज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक हिमांशु पुजारा ने कहा “चूंकि 200 रुपये की नई रेंज चलती मौजूदा मुद्रा के प्रचलन (100, 500 रुपये और 2,000) से अलग है, इसलिए कैसेट कैलिब्रेशन की आवश्यकता है. एटीएम निर्माताओं को 200 रुपये के नोट का पूरा परीक्षण करने और एक पैरामीटर प्रदान करने की आवश्यकता है, जिसे एक इंजीनियर द्वारा एटीएम पर कॉन्फिगर करना है.''
एटीएम को कॉन्फिगर करने के लिए एटीएम प्रदाताओं को सबसे पहले उसके आयाम को जानने के लिए नोट चाहिए होगा. इसके बाद एटीएम प्रदाताओं और बैंकों को नोट्स की आपूर्ति की जांच करनी होगी. एटीएम में प्रत्येक कैसेट 2,500 नोट रख सकती है. एटीएम प्रदाता क्षमता से नीचे एटीएम नहीं चलाना चाहेंगे. इसलिए वे यह भी सुनिश्चित करेंगे कि पूरी क्षमता पर कैसेट चलाने के लिए 200 रुपये के नोट्स की आपूर्ति अच्छी रहे. इस प्रक्रिया में कम से कम एक हफ्ते का समय लग सकता है. बता दें अभी एटीएम में मौजूद कैसेट्स से केवल 100, 500 और 2,000 रुपये के नोट ही डिस्पैच हो सकते हैं.