AAP को लगा बड़ा झटका, इस राज्य में पार्टी अध्यक्ष ही कांग्रेस में हुए शामिल
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AAP को लगा बड़ा झटका, इस राज्य में पार्टी अध्यक्ष ही कांग्रेस में हुए शामिल

AAP की उत्तराखंड इकाई (Unit) के कार्यकारी अध्यक्ष अनंत राम चौहान कांग्रेस में शामिल हुए. प्रियंका गांधी वाड्रा से मुलाकात करने के बाद चौहान ने ये कदम उठाया. बता दें कि उत्तराखंड में आप (AAP) की नजर पूर्व सैनिकों के वोट बैंक पर है.

'आप' को लगा बड़ा झटका

नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (AAP) की उत्तराखंड इकाई (Unit) के कार्यकारी अध्यक्ष अनंत राम चौहान प्रियंका गांधी वाड्रा से मुलाकात करने के बाद दिल्ली में कांग्रेस में शामिल हो गए हैं. चौहान ने पूर्व विधायक नवप्रभात के साथ कांग्रेस महासचिव से मुलाकात से पहले प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव से मुलाकात की.

  1. उत्तराखंड में आप को लगा बड़ा झटका
  2. पार्टी अध्यक्ष ने कांग्रेस का थामा दामन
  3. आप की नजर पूर्व सैनिकों के वोट बैंक पर

आगामी विधान सभा चुनावों में वोट बैंक की तैयारी

आगामी विधान सभा चुनावों में कांग्रेस को मौजूदा भाजपा (BJP) और आप (AAP) का सामना करना पड़ रहा है. आप (AAP) की नजर पूर्व सैनिकों के वोट बैंक पर है और पार्टी का नेतृत्व पूर्व सैनिक कर्नल अजय कोठियाल कर रहे हैं. कोठियाल, भारतीय सेना के एक पूर्व अधिकारी और आगामी 2022 उत्तराखंड विधान सभा चुनावों के लिए आप के सीएम उम्मीदवार (CM Candidate) हैं.

कांग्रेस बनाम आप

आप (AAP) के इस कदम को कांग्रेस (Congress) ने भांप लिया था और दिग्गजों के सम्मान में रैली का आयोजन किया था. कांग्रेस ने बांग्लादेश मुक्ति संग्राम की 50वीं वर्षगांठ के साल भर चलने वाले उत्सव की समाप्ति के बाद 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दिग्गजों का अभिनंदन किया. समारोह का औपचारिक रूप से 15 दिसंबर, 2021 को राष्ट्रीय राजधानी में एक समारोह के साथ समापन हुआ. 

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2017 में भाजपा ने मारी थी बाजी

16 दिसंबर को, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने देहरादून में एक रैली को संबोधित किया, जिसमें 1971 के युद्ध के दिग्गजों और अन्य सैन्य दिग्गजों की 'विशाल' भीड़ देखी गई. 2017 के विधान सभा चुनावों में भाजपा (BJP) ने राज्य की सभी 70 सीटों पर चुनाव लड़ते हुए 46.5% वोटों के साथ 56 सीटों पर जीत हासिल की थी. दिलचस्प बात ये है कि कांग्रेस को 33.5 फीसदी वोट मिलने के बावजूद विधान सभा चुनाव में महज 11 सीटें मिली थीं.

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भाजपा को तीन बार बदलने पड़े सीएम

प्रदेश की जनता का मिजाज देखकर भाजपा को पांच साल के अंदर तीन बार अपना मुख्यमंत्री (CM) बदलना पड़ा. 2017 में चुनाव जीतकर त्रिवेंद्र सिंह रावत को मुख्यमंत्री बनाया. मार्च 2021 में उनकी जगह तीरथ सिंह रावत ने ले ली और कुछ महीनों के बाद राज्य की कमान पुष्कर सिंह धामी को सौंप दी गई. उत्तराखंड में भाजपा की मुख्य प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस है और सत्तारूढ़ पार्टी फिर से जीतकर यह संदेश देना चाहती है कि 2024 में कांग्रेस का पुनरुद्धार (Restoration) मुश्किल है.

(इनपुट - आईएएनएस)

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