500 सालों के बाद अक्षय तृतीया लेकर लाया है अद्भुत संयोग, जानें क्यों है खास
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500 सालों के बाद अक्षय तृतीया लेकर लाया है अद्भुत संयोग, जानें क्यों है खास

अक्षय तृतीया पर इस बार छत्र योग और सौभाग्य का अद्भुत संयोग बना है. ज्योतिषियों के मुताबिक ऐसा अद्भुत संयोग पांच सौ सालों के बाद आया है. ज्योतिषियों के अनुसार इस बार अक्षय तृतीया पर सौभाग्य और छत्र योग का संगम है, जोकि पांच सौ वर्ष बाद हो रहा है. अक्षय तृतीया के दिन कृतिका नक्षत्र भी है और सूर्य प्रधान भी.

ऐसा माना जाता है कि अक्षय तृतीया के दिन सोना, चांदी खरीदने से घर में खुशी आती है.

नई दिल्ली: अक्षय तृतीया पर इस बार छत्र योग और सौभाग्य का अद्भुत संयोग बना है. ज्योतिषियों के मुताबिक ऐसा अद्भुत संयोग पांच सौ सालों के बाद आया है. ज्योतिषियों के अनुसार इस बार अक्षय तृतीया पर सौभाग्य और छत्र योग का संगम है, जोकि पांच सौ वर्ष बाद हो रहा है. अक्षय तृतीया के दिन कृतिका नक्षत्र भी है और सूर्य प्रधान भी.

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अक्षय तृतीया पर 30 साल बाद चंद्रमा-मंगल की युति से मंगल लक्ष्मी योग और उच्च राशि मीन में शुक्र का संयोग है. यह योग 29 अप्रैल को होगा. ज्योतिषाचार्य के मुताबिक, 'सर्वार्थ सिद्धि, अमृत सिद्धि, सौभाग्य, रवि और बुधादित्य जैसे योग भी बरसों बाद अक्षय तृतीया पर मिल रहे हैं. यह मुहूर्त शादी और सगाई के लिए उत्तम होता है.' 

सोना-चांदी खरीदना शुभ
ऐसा माना जाता है कि इस दिन सोना और चांदी खरीदने से घर में खुशी आती है. शुक्र ग्रह, सुख-सुविधा एवं ऐश्वर्य का प्रतीक है. इस दिन गृहोपयोगी सामान भी खरीदा जा सकता है.

खरीदारी का शुभ मुहूर्त
दोपहर 1 बजकर 40 मिनट से लेकर शाम 3 बजकर 34 मिनट तक खरीदारी का श्रेष्ठ समय रहेगा. लक्ष्मी पूजन का श्रेष्ठ मुहूर्त शाम 7 बजकर 59 मिनट से लेकर रात 10 बजकर 15 मिनट तक पूजा के लिए उपयुक्त रहेगा.

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