भारत और रूस (Russia) ने अपने संबंधों को मजबूत करने का फैसला किया है. दोनों देश आपस में 2+2 डॉयलाग शुरू करेंगे.
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मॉस्को: भारत (India) अपने पुराने सदाबहार दोस्त रूस (Russia) के साथ अपने रक्षा संबंध और मजबूत करने जा रहा है. दोनों देशों ने 2+2 डॉयलाग शुरू करने की घोषणा की है.
बताते चलें कि 2+2 डॉयलाग में दोनों देशों के रक्षा और विदेश मंत्री एक साथ बैठकर वार्ता करते हैं. इसे दूसरे नंबर की सबसे ऊंचे स्तर की वार्ता माना जाता है. कोई भी देश यह वार्ता उसी मुल्क के साथ करता है, जिसे वह अपने लिए बेहद अहम मानता हो. भारत (India) ने अब तक इस तरह की वार्ता केवल अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के साथ शुरू की है. संयोग से ये तीनों देश QUAD के भी सदस्य हैं.
भारत के लिए रूस (Russia) के साथ 2+2 डॉयलाग शुरू करना इसलिए अहम माना जा रहा है क्योंकि वह QUAD के बाहर पहला ऐसा देश होगा. जिससे भारत इस तरह की शिखर वार्ता शुरू करेगा. माना जा रहा है कि दोनों देशों का यह फैसला चीन के लिए झटका होगा. रूस पिछले कुछ समय से चीन का आंख मूंदकर समर्थन कर रहा है. अगर वह भारत के करीब जाता है तो इससे चीन की टेंशन बढ़ना तय माना जा रहा है.
दोनों देशों ने यह फैसला पीएम नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन (Vladimir Putin) की फोन कॉल के बाद लिया है. दोनों नेताओं की यह बातचीत यूं तो भारत (India) में कोरोना महामारी के प्रकोप पर आधारित थी लेकिन इसमें दोनों देशों से जुड़े कई द्विपक्षीय मुद्दों पर भी चर्चा की गई.
इस बातचीत के बाद PMO ने बयान जारी करके कहा, 'पीएम मोदी ने राष्ट्रपति पुतिन को कॉल करने के लिए शुक्रिया कहा. साथ ही भारत को मदद करने के लिए उनका आभार भी जताया.' वहीं रूस ने बयान में कहा, 'राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन ने कोरोना वायरस से निपटने में मोदी सरकार को अपना समर्थन व्यक्त किया. साथ ही उन्हें बताया कि भारत की मदद के लिए वे इमरजेंसी हेल्प भेज रहे हैं.'
बातचीत में रूसी कोरोना वैक्सीन स्पूतनिक वी (Sputnik V) पर भी चर्चा हुई. इस वैक्सीन का पहला बैच अगले महीने तक भारत (India) पहुंचने वाला है. कोविशील्ड और कोवैक्सीन के बाद भारत के पास यह तीसरी वैक्सीन हो जाएगी, जिससे भारत के लोगों का टीकाकरण किया जाएगा. समझौते के तहत भारत में Sputnik V का निर्माण किया जाएगा. जिसे बाद भारत, रूस (Russia) के साथ ही दुनिया के बाकी देशों को भी बेचा जाएगा. रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने उनकी वैक्सीन को मंजूरी देने पर भारत की सराहना की.
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जानकारी के मुताबिक रूसी राष्ट्रपति पुतिन (Vladimir Putin) इस साल के अंत में भारत-रूस शिखर वार्ता के लिए भारत का दौरा करेंगे. यह समिट बारी-बारी से दोनों देशों में होती रहती है. हालांकि कोरोना महामारी की वजह से पिछले साल यह समिट नहीं हो पाई थी. उससे पहले सितंबर 2019 में समिट में भाग लेने के लिए पीएम मोदी रूस के पूर्वी शहर Vladivostok गए थे. रूस भारत के 4 अंतरिक्ष यात्रियों को भी ट्रेनिंग दे रहा है, जो जल्द ही भारत के पहले मानव मिशन (Gaganyaan mission) के रूप में अंतरिक्ष में जाएंगे.
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