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Agneepath scheme protest: अग्निपथ सेना भर्ती योजना के खिलाफ पूरे देश में विरोध देखने को मिल रहा है. इस बीच दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था की है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक अग्निपथ योजना के खिलाफ दिल्ली की तरफ बड़ी संख्या में ट्रैक्टर कूच कर सकते हैं. इसके मद्देनजर दिल्ली के सभी बॉर्डर को सोमवार सुबह सील किया जा सकता है. टिकरी बॉर्डर, सिंधु बॉर्डर, अप्सरा बॉर्डर, गाजीपुर बॉर्डर, बदरपुर बॉर्डर पर सुरक्षा को लेकर दिल्ली पुलिस के सीनियर अधिकारियों ने हाईलेवल मीटिंग भी की है. दिल्ली पुलिस को ऐसे इनपुट मिल रहे हैं की बड़ी तादाद में अग्निपथ सेना भर्ती के विरोध की आड़ में ट्रैक्टर दिल्ली की तरफ कूच कर सकते हैं.
कई राज्यों में प्रशासन अलर्ट पर
बता दें कि अग्निपथ योजना के विरोध में सोशल मीडिया पर 20 जून यानि सोमवार को भारत बंद का आह्वान किया जा रहा है. इसमें किसी संगठन ने कोई अपील नहीं की है. सोशल मीडिया पर भारत बंद करने की अपील की जा रही है. इसके मद्देनजर देश के अलग-अलग राज्यों में प्रशासन अर्लट पर है.
राकेश टिकैत ने भी किया विरोध का ऐलान
किसान नेता राकेश टिकैत भी अग्निपथ योजना के खिलाफ देशव्यापी विरोध का ऐलान कर चुके हैं. भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने गुरुवार (18 जून, 2022) को सशस्त्र बलों में भर्ती के लिए केंद्र की 'अग्निपथ' योजना का विरोध करते हुए कहा कि इसे रोकने के लिए एक देशव्यापी आंदोलन की आवश्यकता है. टिकैत ने कहा कि देश को अब एक और बड़े आंदोलन की जरूरत है.
जानें टिकैत ने क्या कहा?
उन्होंने कहा कि अब तक युवाओं को सशस्त्र बलों में कम से कम 15 साल की सेवा और सेवानिवृत्ति के बाद पेंशन मिल रही थी. लेकिन इस योजना के लागू होने के बाद सशस्त्र बलों की सेवाओं से सेवानिवृत्त होने के बाद सैनिक बिना पेंशन के घर लौटेंगे. उन्होंने कहा कि इसी तरजीह पर विधायकों और सांसदों के लिए भी चुनाव लड़ने के लिए कानून बनना चाहिए. उन्होंने जोर देकर कहा कि इसे (अग्निपथ योजना) रोकने के लिए देशव्यापी आंदोलन की आवश्यकता है.
चार लाख ट्रैक्टर तैयार हैं
बीकेयू नेता ने कहा कि विधायक और सांसद 90 साल की उम्र तक चुनाव लड़ सकते हैं और पेंशन भी ले सकते हैं. लेकिन चार साल की सेवा के बाद युवाओं पर सेवानिवृत्ति थोपना अनुचित है. हम ऐसा नहीं होने देंगे. उन्होंने कहा कि बीकेयू अग्निपथ योजना के खिलाफ आंदोलन करेगा. कृषि कानूनों को वापस लेने पर उन्होंने कहा कि किसानों ने दिल्ली का रास्ता देखा है और चार लाख ट्रैक्टर तैयार हैं. देश में इस मुद्दे पर एक बड़े आंदोलन की जरूरत है.
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