हेलीकाप्टर सौदे से जुड़े लोगों को ‘अच्छे पद’ मिले: पर्रिकर
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हेलीकाप्टर सौदे से जुड़े लोगों को ‘अच्छे पद’ मिले: पर्रिकर

अगस्तावेस्टलैंड घोटाले में कांग्रेस की संलिप्तता के आरोपों को पुष्ट करने के प्रयास में रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने रविवार को कहा कि वीवीआईपी हेलीकाप्टर सौदे से जो लोग जुड़े हैं उन्हें उनकी सेवानिवृत्ति के बाद ‘अच्छे पद’ दिये गये।

हेलीकाप्टर सौदे से जुड़े लोगों को ‘अच्छे पद’ मिले: पर्रिकर

नई दिल्ली : अगस्तावेस्टलैंड घोटाले में कांग्रेस की संलिप्तता के आरोपों को पुष्ट करने के प्रयास में रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने रविवार को कहा कि वीवीआईपी हेलीकाप्टर सौदे से जो लोग जुड़े हैं उन्हें उनकी सेवानिवृत्ति के बाद ‘अच्छे पद’ दिये गये।

पर्रिकर ने एक साक्षात्कार में कहा, ‘जिन लोगो के अगस्ता से कुछ संबंध हैं, मैं नहीं कह रहा कि गैरकानूनी संबंध, लेकिन अगस्ता खरीद या आपूर्ति से थोड़ा संबंध है, उन्हें अच्छे पद दिये गये।’ उन्होंने कहा कि वे उस समय सत्ता पक्ष के लिए अच्छे थे। मंत्री ने कहा, ‘वे उस समय सत्ता के करीब थे। वे पसंदीदा थे। इसलिए जाहिर तौर पर, उन्हें वहां पहुंचा गया ताकि इस सौदे का पूरा होना सुनिश्चित हो। यह परोक्ष साक्ष्य है।’ हालांकि उन्होंने कहा कि यह फैसला करना सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय के ऊपर है कि संबंधित लोगों से पूछताछ की जाए या नहीं।

उनसे उनकी इन टिप्पणियों के बारे पूछा गया था कि अगस्ता सौदे से जुड़े लोगों को राज्यपाल, राजदूत सहित अन्य पद दिये गये।

उन्होने टीवी चैनलों से बातचीत में ये टिप्पणियां की थीं।

पर्रिकर ने एक टेलीविजन चैनल से कहा था, ‘अगर आप देखें, तब के (अगस्ता के दिनों वाले) कई लोग अच्छे पदों पर बैठे हैं। कोई राज्यपाल बन गया, कोई राजदूत बन गया, मैं उन पर सवाल नहीं उठा रहा हूं लेकिन कोई संवैधानिक प्राधिकार बन गया है.. (ये) लोग अच्छे पदों पर हैं।’ 

उन्होंने कहा, ‘आप राजदूत किसे बनाते हैं? आप संवैधानिक प्राधिकार किसे बनाते हैं? केवल उन्हें जिन पर आप भरोसा करते हैं। यह साबित करता है कि उन्होंने उन पर भरोसा किया वरना वे इन पदों पर नहीं होते।’ तत्कालीन एनएसए एमके नारायणन (पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल), तत्कालीन एसपीजी प्रमुख बीवी वांचू (गोवा के पूर्व राज्यपाल), वर्तमान कैग और पूव रक्षा सचिव शशिकांत शर्मा सहित, कई शीर्ष अधिकारी निर्णय करने की प्रक्रिया में शामिल थे जिससे अंतत: अगस्तावेस्टलैंड हेलीकाप्टरों का चयन हुआ।

पूर्व वायुसेना अध्यक्ष एवं फिलहाल नार्वे में भारत के राजदूत एनएके ब्राउन ने इन आरोपों को ‘बेबुनियाद एवं द्वेषपूर्ण’ खबरें बताकर मजबूती से खारिज किया कि वे अगस्तावेस्टलैंड, राफेल और पिलाटुस विमानों से जुड़े तीन प्रमुख रक्षा सौदों में ‘समान सम्पर्क’ थे।

ब्राउन ने कहा कि उनका इन सौदों से कुछ लेना देना-नहीं है और उनमें से किसी का भी वायुसेनाध्यक्ष के उनके कार्यकाल के दौरान सौदा हुआ।

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