अजय माकन साल 2004 के लोकसभा चुनाव में नई दिल्ली सीट से सांसद चुने गए वह 2009 के लोकसभा चुनाव में भी यहां से चुनाव जीते थे.
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नई दिल्लीः कांग्रेस पार्टी के सीनियर नेता और पूर्व सांसद अजय माकन ने दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया है. अजय माकन ने इस्तीफा देते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी कार्यकर्ताओं को धन्यवाद कहा है. माकन के इस्तीफे को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने स्वीकार कर लिया है. कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, माकन का इस्तीफा गांधी ने कल (गुरुवार) स्वीकार किया.
अजय माकन दिल्ली में पूर्व सीएम शीला दीक्षित के काफी करीबी माने जाते थे. शीला के 15 साल के कार्यकाल में माकन के पास कई अहम मंत्रालयों की जिम्मेदारी रही है.ऐसा बताया जा रहा है कि माकन ये इस्तीफा आने वाले लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच होने वाले गठबंधन की खबरों के चलते दिया है.
सूत्रों के मुताबिक माकन नहीं चाहते थे कि कांग्रेस पार्टी आप के साथ किसी भी तरह का गठबंधन करे. बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव 2019 के लिए समान विचारधारा वाले दलों को साथ आने के लिए कहा था और उसके बाद से ऐसी खबर आ रही थी कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन हो सकता है.
कांग्रेस पार्टी में अजय माकन अपनी राजनीतिक विरासत को आगे ले जाने वाले नेता के रूप में जाने जाते है. अजय माकन के चाचा ललित माकन कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे हैं. ललित माकन पूर्व राष्ट्रपति शंकर दयाल शर्मा के दामाद रहे हैं. माकन के राजनीतिक जीवन की शुरुआत दिल्ली यूनिवर्सिटी से की थी. माकन साल 1985 में दिल्ली यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स यूनियन (DUSU) चुनाव में एनएसयूआई की तरफ से जीतने वाले पहले नेता बने.
साल 2003-04 के दौरान अजय माकन दिल्ली विधानसभा के स्पीकर चुनेे गए थे. मात्र 39 साल में विधानसभा का स्पीकर चुने गए माकन देश के सबसे युवा विधानसभा अध्यक्ष रहे. दिल्ली में साल 2015 में उन्हें प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया था. दिल्ली में पिछले विधानसभा चुनावों में माकन सदर बाजार सीट से चुनाव लड़े थे और तीसरे नंबर पर रहे थे.
अजय माकन साल 2004 के लोकसभा चुनाव में नई दिल्ली सीट से सांसद चुने गए थे. इन चुनावों में माकन ने बीजेपी के वरिष्ठ नेता जगमोहन को हराया था. इसके बाद 2009 के लोकसभा चुनाव में माकन ने इस सीट से बीजेपी के सीनियर लीडर विजय गोयल को हराया था. 2014 के लोकसभा चुनाव में माकन बीजेपी की मिनाक्षी लेखी से हार गए थे. इन चुनावों में आम आदमी पार्टी के आशीष खेतान दूसरे नंबर पर रहे थे और माकन तीसरे स्थान पर रहे थे.
अजय माकन ने आज अपने इस्तीफे के बारे में ट्विटर पार जानकारी देते हुए लिखा कि 2015 से लेकर अभी तक की कठिन परिस्थियों में भी पार्टी कार्यकर्ताओं और राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा मिले अपार स्नेह मिला इसके लिए धन्यवाद.
माकन मनमोहन सिंह सरकार में सबसे युवा कैबिनेट मंत्री रहे हैं. 2010 कॉमनवेल्थ खेलों के बाद उन्हें युवा और खेल मामलों के मंत्री बनाया गया था. 2012 में माकन को शहरी विकास मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई थी.