आरोपी सोहेल को IED बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन जैसी किसी भीड़भाड़ वाली जगह पर प्लांट करना था. इसके लिए उसे चार लोकेशन भी दी गईं थी. वहीं कश्मीर के जो युवा जो पंजाब में पढ़ते हैं, उनका इस्तेमाल हथियारों को लाने के लिए करने की तैयारी की गई थी.
Trending Photos
श्रीनगर: पुलवामा हमले (Pulwama Attack) की दूसरी बरसी पर जम्मू कश्मीर (Jammu-Kashmir) में बड़ी साजिश नाकाम हुई है. सुरक्षाबलों ने जम्मू बस स्टैंड (Jammu Bus Stand) से विस्फोटक बरामद किया है. जम्मू-कश्मीर पुलिस के आईजी दिलबाग सिंह (IG Jammu Kashmir Police Dilbagh Singh) ने अपनी प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि सुरक्षा बलों की मुस्तैदी की वजह से एक बहुत बड़ा हमला टल गया. वहीं बस स्टैंड से बरामद IED को लेकर साझा जानकारी के तहत बीती रात सोहेल नाम के संदिग्ध को डिटेन किया गया था. उसके पास एक बैग था. आरोपी की निशानदेही पर करीबह 7 किलो की IED बरामद हुई. पकड़ा गया आरोपी नर्सिंग का स्टूडेंट है जो चंडीगढ़ (Chandigarh) में पढ़ाई कर रहा था.
तन्जीन के हुक्मरान पाकिस्तान से उसके पास फोन आया था. आईजी की प्रेस कान्फ्रेंस से मिली जानकारी के मुताबिक आरोपी को ये IED बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन जैसी किसी भीड़भाड़ वाली जगह पर प्लांट करना था. इसके लिए उसे करीब चार लोकेशन भी बताई गई थी.आतंकियो को रघुनाथ मंदिर (Raghunath Mandir), बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और जम्मू के सर्राफा बाजार, लखदाता बाजार में IED लगाने का टास्क दिया गया था.
ये भी पढ़ें- Pulwama Attack की दूसरी बरसी पर आतंकी हमला नाकाम, Jammu में बरामद हुआ 7 किलो IED
सोहेल को इनमें से किसी एक जगह पर IED रखना था. इससे काफी बड़ा धमाका हो सकता था. इसके बाद उसका प्लान श्रीनगर जाने का था. जहां वो अल बद्र तंजीम के ग्राउंड वर्कर अख्तर शकील खान से मिलता. इस मामले की जानकारी चंडीगढ़ के एक और शख्स काजी वसीम को भी थी. उसे भी हिरासत में ले लिया गया है. इसके अलावा आबिद नबी को गिरफ्तार किया गया है.
गौरतलब है कि 'द रिज़िस्टन्स फ्रंट ' (टीआरएफ) के शीर्ष आतंकवादी जहूर अहमद राठेर को शनिवार को सांबा के बारी ब्राह्मना से गिरफ्तार किया गया. लश्करे मुस्तफा इस दौरान आतंकी गतिविधियों को लोकल लेवल पर लीड कर रहा था. पुलिस के मुताबिक अल बद्र और और टीआएएफ जम्मू में बेस बनाना चाहते हैं. यहां आस-पास ड्रोन के जरिये जो हथियार फेके जाते थे उनके जरिए ही नया आतंकी नेटवर्क खड़ा करने की तैयारी थी. आतंकियों ने कश्मीर के वो युवा जो पंजाब में पढ़ते हैं, उनका इस्तेमाल हथियारों को लाने के लिए करने का फरमान जारी किया गया था.