रात को CRPF कैंप में रुके गृह मंत्री अमित शाह, जवानों के साथ खाया खाना; इस गंभीर मुद्दे पर की बात
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रात को CRPF कैंप में रुके गृह मंत्री अमित शाह, जवानों के साथ खाया खाना; इस गंभीर मुद्दे पर की बात

Amit Shah spends night at CRPF Camp: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने सोमवार को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) कैंप का दौरा किया. अमित शाह रात को सीआरपीएफ कैंप में ही रुके और जवानों के साथ खाना भी खाया.

सीआरपीएफ जवानों से मिलकर अमित शाह ने उनके अनुभव और कठिनाइयों को जाना.

श्रीनगर: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने जम्मू-कश्मीर यात्रा के तीसरे और आखिरी दिन सोमवार को पुलवामा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) कैंप का दौरा किया. अमित शाह बीती रात सीआरपीएफ कैंप में ही रुके और जवानों के साथ खाना खाया. इसकी जानकारी उन्होंने ट्वीट कर दी और कहा कि मैं अर्धसैनिक बलों के जवानों के साथ समय बिताना चाहता था, उनसे मिलकर उनके अनुभव और कठिनाइयों को जानना और जज्बे को देखना चाहता था. अमित शाह के साथ जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी सीआरपीएफ कैंप पहुंचे थे.

  1. अमित शाह ने पुलवामा में CRPF कैंप का दौरा किया
  2. अमित शाह बीती रात सीआरपीएफ कैंप में ही रुके
  3. अमित शाह ने सीआरपीएफ जवानों के साथ खाना खाया

आतंकवाद और पत्थरबाजी पर बोले अमित शाह

पुलवामा पहुंचने के बाद अमित शाह (Amit Shah) ने कश्मीर में आतंकवाद और पत्थरबाजी की घटनाओं पर अपनी राय रखी. उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ मोदी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति है और आम जनता को बचाना हमारी प्राथमिकता है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पहले कश्मीर में पथराव की घटनाएं सामने आती थीं, हालांकि आज स्थिति अलग है.

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पत्थरबाजी की घटनाओं में आई कमी: अमित शाह

सीआरपीएफ कैंप का दौरा करने के दौरान अमित शाह (Amit Shah in CRPF Camp) ने कहा, 'एक समय था जब कश्मीर में पथराव होता था. आज ऐसी घटनाओं की संख्या में काफी कमी आई है. यह मानवता के खिलाफ है और हम इसे बर्दाश्त नहीं कर सकते.'

'आतंकी घटना में मारे गए लोगों की संख्या में आई कमी'

अमित शाह (Amit Shah) ने कहा, '2014 से 2021 के बीच आतंकी हमलों में मौत और जवानों की शहादत में कमी आई है. साल 2004 से 2014 के बीच आतंकी घटनाओं में 208 नागरिक सालाना मारे गए थे, जबकि 2014 से 2021 के बीच इन आंकड़ों में कमी आई है. इस दौरान सलाना 60 जवान शहीद हुए और आम नागरिकों की संख्या केवल 30 रह गई है. शहीद जवानों श्रद्धांजलि. जवानों के सर्वोच्च बलिदान को हम भुला नहीं सकते. सभी बल के जवानों को बहुत-बहुत साधुवाद देना चाहता हूं. आपने बहुत अच्छा काम किया है.' उन्होंने कहा, 'अगर शांति हो, सुरक्षा हो और विकास के लिए ठान लिया हो तो क्या हो सकता है ये जम्मू कश्मीर ने बता दिया है. हम विकास पर सफलतापूर्वक आगे बढ़ेंगे. कानून व्यवस्था की स्थिति बहुत सुधरी है.'

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