DNA with Sudhir Chaudhary: आर्यन खान के जेल में बिताए 26 दिन का हिसाब कौन देगा? यहां पढ़ें पूरा विश्लेषण
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DNA with Sudhir Chaudhary: आर्यन खान के जेल में बिताए 26 दिन का हिसाब कौन देगा? यहां पढ़ें पूरा विश्लेषण

DNA with Sudhir Chaudhary: आर्यन खान ने खुद अपना मोबाइल फोन समीर वानखेड़े को सौंप दिया था. लेकिन समीर वानखेड़े ने इस मोबाइल फोन को आधार बनाकर आर्यन खान के केस को बड़ा बनाने की कोशिश की.

DNA with Sudhir Chaudhary: आर्यन खान के जेल में बिताए 26 दिन का हिसाब कौन देगा? यहां पढ़ें पूरा विश्लेषण

DNA with Sudhir Chaudhary: शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को ड्रग्स के केस में क्लीन चिट मिल गई है. अदालत में दायर की गई अपनी चार्जशीट में Narcotics Control Bureau ने आर्यन खान का नाम शामिल नहीं किया है. कहा है कि उसके पास आर्यन खान के खिलाफ कोई सबूत नहीं है. अब बड़ा सवाल ये है कि, 24 साल के इस नौजवान ने जेल में जो 26 दिन बिताए, उसका हिसाब कौन देगा? न्याय का मूल सिद्धांत ये कहता है कि, कोई भी आरोपी तब तक निर्दोष रहता है, जब तक वो अदालत में दोषी साबित नहीं हो जाता. लेकिन इस केस में आर्यन खान का दुर्भाग्य ये रहा कि वो शाहरुख खान जैसे सुपरस्टार का बेटा है.  हमारे देश के मीडिया ने, नेताओं ने और आम जनता की भीड़ ने पूरे देश में अपनी-अपनी अदालतें लगा दीं और आर्यन खान को कुछ ही घंटों में दोषी साबित कर दिया. आर्यन खान को भले ही अब क्लीन चिट मिल गई हो, लेकिन अब जीवनभर इंटरनेट पर कोई भी उनका नाम सर्च करेगा तो सबसे पहले उनकी जेल जाते हुए ये तस्वीरें ही सामने आएंगी. हम इस पूरे केस का विश्लेषण करेंगे और समीर वानखेड़े जैसे अफसरों पर और हमारे देश की पुलिस व्यवस्था पर भी सवाल उठाएंगे.

कुल 20 लोगों की गिरफ्तारी हुई थी

इस केस में कुल 20 लोगों की गिरफ्तारी हुई थी. जिनमें से 6 लोगों को NCB ने क्लीन चिट दे दी है. इन लोगों के नाम आप अपनी टीवी स्क्रीन पर देख सकते हैं. इसके अलावा इस मामले में NCB की टीम ने जो चार्जशीट कोर्ट में दायर की है, उसमें बताया गया है कि 2 अक्टूबर की रात को मुंबई पुलिस के Narcotics Control Bureau को ये सूचना मिली थी कि मुंबई से रवाना होने वाले एक Cruise में एक ऐसी पार्टी होने वाली है, जिसमें कुछ लोग Drugs की सप्लाई और ड्रग्स का सेवन कर सकते हैं. उस दिन इसकी जांच करने के लिए NCB के करीब 22 अधिकारी इस Cruise पर पहुंच गए थे. लेकिन जब पार्टी शुरू हुई तो क्रूज पर मौजूद 8 लोगों को शक के आधार पर हिरासत में लिया गया और बाकी सबको जाने दिया गया. इन 8 लोगों में तब आर्यन खान का नाम भी शामिल था.

पूरा देश हैरान रह गया था

उस समय इस गिरफ्तारी से पूरा देश हैरान रह गया था. NCB और पूरे सरकारी तंत्र को ऐसा लगा कि जैसे उन्होंने एक बहुत बड़ी मछली पकड़ ली है, जिससे उनका नाम भी होगा, उन्हें प्रमोशन भी मिलेगा, वो इससे पैसा भी बना पाएंगे. News Channels और अखबारों की Headlines में भी उन्हें जगह मिलेगी. जैसा इस टीम को लग रहा था, वैसा ही हुआ. पूरे देश में इस खबर की चर्चा हुई. आर्यन खान को गिरफ्तार करने वाले जांच अधिकारी समीर वानखेड़े चर्चा में आ गए. लेकिन अब जो चार्जशीट आई है, वो ये कहती है कि समीर वानखेड़े किसी भी तरह आर्यन खान को ड्रग्स के इस केस में फंसा कर जेल में रखना चाहते थे. यानी शुरुआत में NCB ये कह रही थी कि इस केस के तार अंतर्राष्ट्रीय ड्रग्स रैकेट और पैडलर्स से हो सकते हैं. अब कहां ये बात कही जा रही है कि आर्यन खान को फंसाया गया था.

अर्बाज मर्चेंट के पास मिला था 6 ग्राम ड्रग्स

इस चार्जशीट में ये भी बताया गया है कि इस कार्रवाई के दौरान NCB को जो 6 ग्राम ड्रग्स आर्यन खान के दोस्त अर्बाज मर्चेंट के पास मिला था, उसका आर्यन खान से कोई लेना देना नहीं था. अर्बाज मर्चेंट ने अपने किसी भी बयान में ये नहीं माना कि ये ड्रग्स वो आर्यन खान के लिए लाया था. बड़ी बात ये है कि Cruise पर जाने से पहले आर्यन खान ने अपने दोस्त अर्बाज मर्चेंट को खुद ये कहा था कि उसे अपने पास ड्रग्स नहीं रखना चाहिए क्योंकि NCB आजकल काफी ऐक्टिव है और इससे वो दोनों फंस सकते हैं. NCB अपनी चार्जशीट में खुद ये बात मानती है कि समीर वानखेड़े ने ये जानते हुए आर्यन खान को इस केस में फंसाया कि उनके पास से कोई ड्रग्स बरामद नहीं हुआ है. उन पर कोई केस नहीं बनता.

सेलिब्रिटी का बेटा होने की सजा मिली

इस चार्जशीट में ये भी लिखा है कि इस कार्रवाई के दौरान आर्यन खान ने खुद अपना मोबाइल फोन समीर वानखेड़े को सौंप दिया था. लेकिन समीर वानखेड़े ने इस मोबाइल फोन की पुरानी Whatsapp Chats निकाली और इन Chats को आधार बनाकर आर्यन खान के केस को बड़ा बनाने की कोशिश की. जबकि इस मामले में केस Whatsapp Chats को लेकर था ही नहीं. 28 अक्टूबर 2021 को जब आर्यन खान को बॉम्बे हाई कोर्ट से जमानत मिली थी, तब अदालत ने भी इस पर सवाल उठाए थे. यानी इस चार्जशीट को पढ़कर ऐसा लगता है कि शायद आर्यन खान को एक सेलिब्रिटी का बेटा होने की इतनी बड़ी कीमत चुकानी पड़ी. इससे ये भी पता चलता है कि जब सरकार, पुलिस और पूरा सिस्टम किसी को फंसाने पर आता है तो क्या होता है.

26 दिनों तक जेल में रहना पड़ा

इस मामले में आर्यन खान को 26 दिनों तक जेल में रहना पड़ा था. इस दौरान अदालत में उनकी दो बार जमानत याचिका खारिज हुई थी. इसलिए हम यहां ये मांग भी करते हैं कि इस केस में जिन लोगों ने भी अपना काम सही से नहीं किया और आर्यन खान को फंसाने की कोशिश की, उन सबके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. आर्यन खान को पहली बार 7 अक्टूबर को मुम्बई की ऑर्थर रोड जेल में भेजा गया था. उनके पिता शाहरुख खान उनकी गिरफ्तारी के 19 दिन बाद 21 अक्टूबर को उनसे मिलने के लिए जेल में पहुंचे थे. ये उस समय की उनकी तस्वीरें हैं.

मंजूर हुई थी आर्यन खान की बेल

इन 19 दिनों में ऐसे कई मौके आए जब वो उनसे मिल सकते थे. लेकिन शायद उन्होंने ये सोचा होगा कि अगर वो उनसे मिलने के लिए गए तो इस पर और हंगामा होगा और शायद इसका असर उनके बेटे के केस पर भी पड़े. लेकिन 21 अक्टूबर को निचली अदालत में जमानत अर्जी खारिज होने के बाद उन्होंने तय किया कि अब उन्हें आर्यन खान से मिल लेना चाहिए. इसके अलावा जब 28 अक्टूबर को बॉम्बे हाई कोर्ट ने आर्यन खान की बेल मंजूर की थी, तब शाहरुख खान की उनकी लीगल टीम के साथ एक तस्वीर सामने आई थी, जिसमें वो बहुत दिनों के बाद खुश नजर आ रहे थे. इस मामले में अब भले आर्यन खान को क्लीन चिट मिल गई हो, लेकिन वो शायद इस केस को कभी भूला नहीं पाएंगे. अब जीवनभर ये मामला उनका पीछा करता रहेगा. अब दुनिया में कोई भी व्यक्ति 24 साल के आर्यन खान के बारे में इंटरनेट पर कुछ सर्च करेगा तो उनकी गिरफ्तारी की ये तस्वीरें ही सबसे पहले सामने आएंगी. इसलिए आज बड़ा सवाल यही है कि, आर्यन खान ने इस केस की वजह से जो 26 दिन जेल में बिताए और इसकी वजह से उनके परिवार को जो दर्द पहंचा, उसका हिसाब कौन देगा?

टीआरपी क्या कहने में मिलेगी?

इस केस से आज तीन बड़ी बातें पता चलती हैं. पहला- कोई भी भ्रष्ट अफसर या पुलिस, भ्रष्टाचार की वजह या ऊपर से मिले आदेश की वजह से किसी का भी जीवन बर्बाद कर सकती है. दूसरा- हमारे देश का मीडिया केस की मेरिट ना देख कर.. ये देखता है कि टीआरपी क्या कहने में मिलेगी. तीसरा- हमारे देश की आम जनता भी अदालतों के आदेश का इंतजार किए बिना ही अपना फैसला सुना देती है और खुद ही अच्छे बुरे का फैसला कर लेती है. हालांकि इस मामले में जब राजनीति हो रही थी, मीडिया टीआरपी की अंधी दौड़ में शामिल था. आम जनता ने भी अपना फैसला सुना दिया था, तब हमने ऐसा नहीं किया. 21 अक्टूबर 2021 को जब आर्यन खान की जमानत याचिका खारिज हुई थी, तब हमने आपसे इसी शो में ये बात कही थी कि, जिन लोगों के कैमरे का फोकस आर्यन खान पर है, एक दिन ऐसा आएगा, जब यही कैमरा उन पर होगा और वो अपना सच देश से छिपा नहीं पाएंगे. 

शाहरुख ने किसी पर नहीं लगाया आरोप

इस केस के दौरान दो और चीजें ऐसी हुई थीं, जिन पर बात करना जरूरी है. पहला इस केस में धर्म की एंट्री हो गई थी. ये कहा जाने लगा था कि, शाहरुख खान मुसलमान हैं, इसलिए उनके बेटे आर्यन खान को गिरफ्तार किया गया है. दूसरा, तब ये भी कहा गया था कि आर्यन खान की गिरफ्तारी के पीछे भारत की मोदी सरकार है. लेकिन बड़ी बात ये है कि, अब जब आर्यन खान को क्लीन चिट मिली है, तब भी तो देश में मोदी सरकार ही है. तो फिर ये कैसे मुमकिन हो गया. लोग ये भी पूछ रहे हैं कि आर्यन खान को गिरफ्तार करने वाले NCB के पूर्व अधिकारी समीर वानखेड़े कहां हैं. तो इस समय समीर वानखेड़े को NCB से हटा कर Directorate of Revenue Intelligence की मुम्बई Division में भेज दिया गया है. उनके खिलाफ अभी दो बड़ी जांच चल रही हैं. इनमें एक मामला बॉम्बे हाई कोर्ट में है, जिसमें उन पर फर्जी प्रमाण पत्र बनवाकर सरकारी नौकरी हासिल करने का आरोप है. दूसरी जांच आर्यन खान के केस से जुड़ी हुई है, जिसमें उन पर पैसों की उगाही करने के गम्भीर आरोप हैं. इस मामले में शाहरुख खान और उनके परिवार का जो रोल रहा, हम उसकी भी तारीफ करना चाहते हैं. शाहरुख इस पूरे केस के दौरान चुप रहे. उन्होंने किसी पर कोई आरोप नहीं लगाया.

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